क्या US से हाथों में हथकड़ी के साथ डिपोर्ट हुए थे भारतीय, संसद में सरकार ने बता दिया सच

अमेरिका से वापस लाये गये भारतीय प्रवासियों के साथ किये गये बर्ताव को लेकर भारत सरकार ने गंभीर चिंता व्यक्त की है. विशेष रूप से महिलाओं को हथकड़ी लगाए जाने की घटना पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई गई है. हालांकि अमेरिका ने स्पष्टीकरण दिया है, फिर भी भारत सरकार मानवीय व्यवहार और भारतीय नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.

Mar 21, 2025 - 20:57
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क्या US से हाथों में हथकड़ी के साथ डिपोर्ट हुए थे भारतीय, संसद में सरकार ने बता दिया सच
क्या US से हाथों में हथकड़ी के साथ डिपोर्ट हुए थे भारतीय, संसद में सरकार ने बता दिया सच

अमेरिका से भारत लौटाए गए अवैध भारतीय प्रवासियों साथ किए गए बर्ताव को लेकर भारत सरकार ने गंभीर चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय (MEA) ने संसद में बताया कि अमेरिका से 5 फरवरी को अमृतसर पहुंचे उड़ान में खासतौर पर महिलाओं को हथकड़ी पहनाने के मामले पर भारत ने अमेरिकी प्रशासन के सामने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है.

लोकसभा में एक सवाल के जवाब में विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि अमेरिका ने सफाई दी है कि 15 और 16 फरवरी को भारत भेजे गए प्रवासियों में से किसी भी महिला या नाबालिग को हथकड़ी नहीं लगाई गई थी. हालांकि, 5 फरवरी की उड़ान को लेकर भारत सरकार की चिंताएं बनी हुई हैं. अमेरिका ने यह भी स्पष्ट किया कि उड़ानों के दौरान किसी भी भारतीय प्रवासी से धार्मिक पहचान हटाने को नहीं कहा गया और उन्हें उनकी भोजन संबंधी प्राथमिकताओं के अनुसार खाना भी दिया गया.

नेशनल सिक्योरिटी इनिशिएटिव

अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है. जनवरी 2025 से अमेरिकी प्रशासन ने नेशनल सिक्योरिटी इनिशिएटिव के तहत अवैध प्रवासियों को वापस भेजने का अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत अमेरिका में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे, वीजा अवधि पार कर चुके या अपराध में लिप्त लोगों को वापस भेजा जा रहा है. इस प्रक्रिया में आप्रवासन न्यायालय में पेश किए बिना ही उन्हें त्वरित निष्कासन के तहत वापस भेजा जा सकता है.

अमेरिका में बढ़ता दबाव

भारत सरकार ने अमेरिका से कहा है कि प्रवासियों के साथ मानवीय व्यवहार किया जाए. अमेरिका की 2012 की स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) के तहत सुरक्षा कारणों से सभी प्रवासियों को हथकड़ी पहनाने का नियम है, लेकिन आमतौर पर महिलाओं और नाबालिगों को इससे छूट दी जाती है. भारत सरकार ने इस नीति में बदलाव की मांग की है ताकि भारतीय नागरिकों के सम्मान और धार्मिक भावनाओं का ख्याल रखा जाए.

देशभर में हुआ बड़ा विरोध

5 फरवरी 2025 को अमेरिकी सैन्य विमान से अमृतसर पहुंचे 104 भारतीयों के साथ हुए बर्ताव को लेकर भारत में विरोध शुरू हो गया. अमेरिका के इस कदम को लेकर देशभर में आक्रोश देखने को मिला. इसके बाद 15 और 16 फरवरी को दो और उड़ानों से भारतीयों को वापस भेजा गया, लेकिन इन पर कोई बड़ी शिकायत सामने नहीं आई.

‘रिवर्स माइग्रेशन’ की संभावना नहीं

एक और सवाल के जवाब में सरकार ने कहा कि अमेरिका और कनाडा की नई नीतियों के कारण भारतीय प्रवासियों की वापसी (रिवर्स माइग्रेशन) का कोई रुझान नहीं दिख रहा. हालांकि, जो भारतीय अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं, वीजा अवधि पार कर चुके हैं या उनके खिलाफ आपराधिक मामले हैं, उन्हें वापस भेजा जा सकता है.

आगे क्या? भारत की रणनीति

भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि विदेशों में रह रहे भारतीयों के अधिकारों और सम्मान की रक्षा करना उसकी प्राथमिकता है. अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीयों की सही तरीके से पहचान और प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार लगातार अमेरिकी अधिकारियों के संपर्क में है.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,