Telangana Tunnel Collapse: रेस्क्यू ऑपरेशन में अब रोबोट होंगे तैनात, 22 फरवरी से टनल में फंसे हैं मजदूर

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी 2 मार्च को घटना वाली जगह पर पहुंचे हुए थे. तब उन्होंने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को सुझाव दिया था कि यदि जरूरत पड़े तो सुरंग के अंदर रोबोट का इस्तेमाल किया जाए ताकि बचाव कर्मियों को किसी भी खतरे से बचाया जा सके. इसके बाद अब रोबोट को काम पर लगाने का फैसला किया गया है.

Mar 8, 2025 - 21:15
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Telangana Tunnel Collapse: रेस्क्यू ऑपरेशन में अब रोबोट होंगे तैनात, 22 फरवरी से टनल में फंसे हैं मजदूर
Telangana Tunnel Collapse: रेस्क्यू ऑपरेशन में अब रोबोट होंगे तैनात, 22 फरवरी से टनल में फंसे हैं मजदूर

तेलंगाना के एसएलबीसी टनल में 22 फरवरी से 8 लोग फंसे हुए हैं. इन लोगों को बाहर निकालने के लिए अब तक के सारे प्रयास असफल साबित हुए हैं. इस बीच तेलंगाना सरकार ने शनिवार को आंशिक रूप से ध्वस्त एसएलबीसी सुरंग के अंदर बचाव कार्यों के लिए 11 मार्च से रोबोट तैनात करने और लोगों की उपस्थिति का पता लगाने के लिए शव खोजी कुत्तों को फिर से भीतर ले जाने का फैसला किया है.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि सुरंग में घटना स्थल पर पहुंचने के लिए आखिरी के 70 मीटर के लिए रोबोट के इस्तेमाल पर संबंधित एजेंसियों के साथ चर्चा की गई है और वर्तमान में किए जा रहे सभी प्रयासों के अलावा मंगलवार से रोबोट को तैनात किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने एक प्रारंभिक रिपोर्ट पेश की है, जिसमें अन्य बातों के अलावा, उसने आगाह किया है कि आखिरी 70 मीटर में बचाव अभियान अत्यधिक सावधानी और देखभाल के साथ चलाया जाना चाहिए.

5 फीट से अधिक गहराई तक खुदाई की जाएगी

उन्होंने कहा कि मानव अवशेष का पता लगाने वाले कुत्ते (HRDD) द्वारा चिन्हित दो बिंदुओं पर पांच फीट से अधिक गहराई तक खुदाई की जाएगी, क्योंकि श्रमिक संभवत अब नष्ट हो चुकी सुरंग खोदने वाली मशीन (TBM) की दूसरी हिस्से में फंसे हुए हैं. रविवार को एचआरडीडी को सुरंग के अंदर ले जाया जाएगा. इन कुत्तों को 7 मार्च को बचाव अभियान में शामिल किया गया था और उस दिन इन्हें सुरंग में पहली बार ले जाया गया था. दूसरी ओर से सुरंग से पानी और कीचड़ की निकासी का काम भी जारी रहेगा.

रोबोट की मदद के लिए 4 करोड़ रुपए खर्च करेगी सरकार

राज्य के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने सुरंग स्थल का दौरा किया और विभिन्न संगठनों के अधिकारियों के साथ चल रहे बचाव अभियान की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को बचाव कार्य के लिए रोबोट तैनात करने के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया, क्योंकि क्षतिग्रस्त टीबीएम के टुकड़े बचाव कर्मियों के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं. मंत्री ने कहा कि सरकार रोबोट विशेषज्ञों (हैदराबाद स्थित एक निजी कंपनी) की सेवाओं का उपयोग करके बचाव कार्य करने के लिए 4 करोड़ रुपए खर्च करेगी.

रेस्क्यू ऑपरेशन में क्यों आ रही दिक्कत?

बताया जा रहा है कि विशाल टीबीएम मशीन के टुकड़े सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं. इसलिए बचाव दल को ऑपरेशन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. 2 मार्च को सुरंग का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को सुझाव दिया कि यदि जरूरत हो तो बचाव कर्मियों के लिए किसी भी खतरे से बचाने के लिए सुरंग के अंदर रोबोट का उपयोग करें.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,