RSS की बेंगलुरु में बैठक, वार्षिक रिपोर्ट की गई पेश, मणिपुर से लेकर बांग्लादेश तक का मुद्दा उठाया

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की 21 मार्च से तीन दिवसीय बैठक बेंगलुरु में शुरू हो गई है. बैठक में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय ने संघ कार्य पर एक वार्षिक रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट में 4 महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया है. इन में उत्तर दक्षिण विभाजन, मणिपुर में हालात, बांग्लादेश में हिंदुओं की खराब स्थिति और महाकुंभ की सफलता पर सरकार की प्रशंसा शामिल है.

Mar 21, 2025 - 11:09
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RSS की बेंगलुरु में बैठक, वार्षिक रिपोर्ट की गई पेश, मणिपुर से लेकर बांग्लादेश तक का मुद्दा उठाया
RSS की बेंगलुरु में बैठक, वार्षिक रिपोर्ट की गई पेश, मणिपुर से लेकर बांग्लादेश तक का मुद्दा उठाया

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की सबसे ऊंची निर्णायक इकाई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिनों की बैठक आज से बेंगलुरु के चेन्नहल्ली में शुरू हो गई है. बैठक की औपचारिक शुरुआत संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने भारत माता को पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलन के साथ की.

बैठक में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय ने संघ कार्य पर एक वार्षिक रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट में 4 महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया है. पहला उत्तर दक्षिण विभाजन, दूसरा मणिपुर में हालात, तीसरा बांग्लादेश में हिंदुओं की खराब स्थिति और चौथा महाकुंभ की सफलता पर सरकार की प्रशंसा.

उत्तर-दक्षिण भारत के बीच विवाद

आरएसएस की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय एकता को चुनौती देने वाली शक्तियां समय-समय पर सिर उठती रही है. जहां भाषा, प्रांत, जाति, पंथ के नाम पर षडयंत्र रच कर माहौल खराब किया जाता रहा है. इस विषय में सह सरकार्यवाह सीआर मुकुंदा ने कहा कि डिलिमिटेशन जैसे तमाम विषयों को लेकर हमारे कार्यकर्ता और स्वयंसेवक अब समाज में जागृति फैलाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि खासकर दक्षिण के राज्यों में हम इस पर काम करेंगे.

मुकुंदा ने कहा कि मेरी जानकारी के मुताबिक डिलिमिटेशन पर देश के गृहमंत्री ने जो कहा उसको समझने की जरूरत है. जिसमें उन्होंने साफ कहा है कि अगले डिलिमिटेशन में आज के हिसाब से Ratio मेंटेन रहेगा. यानी 543 में तमिलनाडु या दूसरे अन्य राज्य का जो रिप्रेजेंटेशन है उसी अनुपात में आगे भी लोकसभा की सीटें बढ़ेगी.

मुकुंदा ने कहा कि ये मुद्दा राजनीति के लिए किया जा रहा है. इसमें मेरिट कम है. मुकुंदा ने कहा कि दक्षिण और उत्तर में खाई बढ़ाने का काम राजनीति के लिए किया जाता है. उन्होंने कहा कि आरएसएस हमेशा क्षेत्रीय भाषाओं को मजबूती देने काम करता है. अगर आप तमिलनाडु में हैं तो आप तमिल सीखिए और अगर दिल्ली में हैं तो हिंदी सीखिए. संघ इसी मत पर काम करता है. कुल मिलकर अगर देखें तो आरएसएस ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में भाषा विवाद के मुद्दे पर केंद्र सरकार के स्टैंड से ही मिलता जुलता स्टैंड लिया है.

मणिपुर के बदलते हालत पर संतोष

संघ ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में मणिपुर में हुई हिंसा के 20 महीनों पर विस्तृत चर्चा की है. संघ के सह सरकार्यवाह सीआर मुकुंदा ने कहा कि मणिपुर 20 महीने से खराब हालत में है.

लेकिन हमें थोड़ी उम्मीद बंधी है जिस तरह से केंद्र सरकार और वहां के समाज ने आगे बढ़कर काम शुरू किया, लेकिन अभी और बहुत काम करने की जरूरत है. संघ की वार्षिक रिपोर्ट के हवाले से सीआर मुकुंदा ने कहा कि मणिपुर में भी हमने कार्य किया, मणिपुर की स्थिति ठीक नहीं थी, सरकार की तरफ से तो वहां काम किया गया, लेकिन आरएसएस की तरफ से भी वहां शांति के लिए प्रयास किए गए.

बांग्लादेश में हिंदुओं की हालत पर चिंता

इस रिपोर्ट में पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में मजहबी कट्टरपंथियों के हिन्दू समाज पर आक्रमण की घोर निंदा की गई है और मानवता के लिए शर्मनाक घटना बताया गया है. रिपोर्ट में भारत सरकार के बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे आक्रमण के खिलाफ वहां के सरकार से वार्ता और वैश्विक स्तर पर एक राय बनाने के प्रयास की प्रशंसा की गई है. आगे कहा गया है कि RSS बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा की कामना और आगे सहयोग देने की अपनी पुरानी स्थिति पर कायम रहने की बात को दोहराता है.

कुंभ को लेकर सरकार की तारीफ

संघ की वार्षिक रिपोर्ट में प्रयागराज के महाकुंभ में भव्य आयोजन की सराहना की गई है. इस आयोजन के लिए उत्तरप्रदेश सरकार की प्रशंसा की गई है साथ ही केंद्र सरकार की भी प्रशंसा की गई है. हालांकि, संघ की वार्षिक रिपोर्ट में प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन घटित दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद बताई गई है, लेकिन इसके बाकी सकारात्मक पहलुओं के लिए संतोष व्यक्त किया गया है.

एनआरसी पर RSS का स्टैंड

नआरसी को लेकर सह सरकार्यवाह मुकुंदा ने कहा कि एनआरसी को लेकर अभी बैठक में विस्तृत चर्चा नहीं हो रही है, लेकिन संघ का मानना है कि देश में जो लोग रहते हैं उनका आइडेंटिटीफिकेशन होना ही चाहिए साथ ही उनका रजिस्टेशन भी होना चाहिए. ये सरकार को तय करना है.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,