LIC एजेंट से 15 लाख की मांगी रंगदारी, नहीं दिया तो घर में की बमबाजी; पुलिस ने 3 को किया गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर के एक LIC एजेंट के घर पर हुई बमबारी और रंगदारी मांगने के मामले का पुलिस ने 48 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है. तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि मुख्य आरोपी मोहम्मद आरिफ अभी भी फरार है. आरोपियों ने 15 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी और जान से मारने की धमकी दी थी.

Mar 25, 2025 - 20:44
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LIC एजेंट से 15 लाख की मांगी रंगदारी, नहीं दिया तो घर में की बमबाजी; पुलिस ने 3 को किया गिरफ्तार
LIC एजेंट से 15 लाख की मांगी रंगदारी, नहीं दिया तो घर में की बमबाजी; पुलिस ने 3 को किया गिरफ्तार

बिहार के मुजफ्फरपुर में एलआईसी एजेंट के घर पर बमबारी कांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों की पहचान की है. जबकि तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने एलआईसी एजेंट के धर बम फेंककर 15 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी. रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की भी धमकी दी थी. घटना के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.

मुजफ्फरपुर के फकुली थाना क्षेत्र के भगवानपुर निवासी एलआईसी एजेंट अरुण कुमार सिंह के घर पर बमबारी करके 15 लाख की रंगदारी मांगने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने 48 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. बाघी निवासी मो. आरिफ पूरी घटना का मास्टरमाइंड है. ग्रामीण एसपी विद्या सागर के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने वारदात में शामिल तीन अपराधियों की पहचान की है. इनमें पूर्वी चंपारण जिला के मधुबन थाना के भगवानपुर निवासी संतोष कुमार, बडहारी निवासी क्रिम कुमार और मेहसी थाना के कटहा निवासी सरोज कुमार शामिल हैं.

ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने प्रेस वार्ता कर बताया कि एलआईसी एजेंट अरुण कुमार सिंह के घर पर बमबारी कर 15 लाख की रंगदारी मांगी गई थी. घटना का 48 घंटे के अंदर में खुलासा किया गया है. मामले में एसएसपी सुशील कुमार के निर्देश पर एसडीपीओ पश्चिम एसी ज्ञानी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. मोबाइल लोकेशन के आधार पर सबसे पहले मधुबन थाना क्षेत्र के बरहरा गांव से क्रीम कुमार को अरेस्ट किया गया है. उसकी निशानदेही पर भगवानपुर गांव से संतोष और मेहसी थाना क्षेत्र से सरोज कुमार को गिरफ्तार किया गया.

हिस्ट्रीशीटर ने बनाया था प्लान

गिरफ्तारी के बाद तीनों से पूछताछ की गई है. सरोज ने पूछताछ में आरिफ का नाम बताया. लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. वह घर छोड़कर फरार है. मनियारी थाना के बाघी निवासी हिस्ट्रीशीटर अपराधी मो. आरिफ पूरे मामले का मास्टरमाइंड है. आरिफ ने ही दो युवकों बुलाया था. अरुण सिंह के आवास पर दोनों ने बम फेंका. आरिफ के खिलाफ पूर्व में रंगदारी मांगने व बमबारी करने को लेकर मनियारी थाने में विस्फोटक अधिनियम में प्राथमिकी दर्ज है.

साइकिल से की थी घर की रेकी

ग्रामीण एसपी ने कहा कि घटना 23 मार्च की रात 10 बजे की है. दो बाइक सवार अपराधियों ने फकुली थाना क्षेत्र के भगवानपुर गांव में एलआईसी एजेंट अरुण कुमार सिंह के घर पर बम फेंका था. पुलिस ने आरोपियों से वारदात में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है. अरुण कुमार सिंह की भगवानपुर में मार्केट है. एलआइसी एजेंट होने के नाते पूरे इलाके में फेमस हैं. मो. आरिफ को लगा कि अरुण कुमार सिंह के पास मोटी रकम है. इसके लिए वह अपने पुराने साथी पूर्वी चंपारण जिला के मेहसी थाना के कटहा निवासी सरोज कुमार से संपर्क किया. बम फेंकने के बाद मास्टरमाइंड मो. आरिफ भी साइकिल से पहुंचा था.

मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी पुलिस

बमबारी के बाद सभी अपराधी शहर आये. यहां से एलआइसी एजेंट के मोबाइल पर कॉल करके 15 लाख रुपये की रंगदारी मांगी. रुपये लेकर एजेंट को जीरोमाइल गोलंबर पर बुलाया. पुलिस को सूचना देने पर गोली मारकर हत्या करने की धमकी दी. बमबारी करके रंगदारी मांगने के लिए मो. आरिफ पिछले 10 दिनों से अपने साथी सरोज के साथ मिलकर एलआईसी एजेंट अरुण कुमार सिंह के भगवानपुर आवास पर रेकी कर रहा था. रेकी के लिए बाइक व साइकिल का इस्तेमाल किया था. पीड़ित अरुण कुमार सिंह की शिकायत पर फाकुली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. मामले का मास्टरमाइंड मोहम्मद आरिफ पुलिस के गिरफ्त से फरार है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारीकररहीहै.

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