गांठ बांध लीजिए प्रमुख बाते सभी हिन्दुओ परिवार को अपने बच्चो को सीखना चाहिए

Nov 30, 2024 - 15:54
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गांठ बांध लीजिए

Tie a knot important points all Hindu families should learn from their children
कन्याओं का विवाह 21 से 25 वर्ष की आयु के बीच और लड़कों का विवाह 25 से 29 वर्ष की आयु के बीच हर स्थिति में हो जाना चाहिए। यह समय उनके शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास के लिए आदर्श है।

फ्लैट न लेकर जमीन खरीदें:
अपनी संतानों का भविष्य मजबूत और स्थायी बनाने के लिए जमीन खरीदें और उस पर अपना घर बनाएं। वरना उनका जीवन पिंजरे के पंछी की तरह सिमटकर रह जाएगा।

गांव से नाता जोड़े रखें:
अपने गांव की पैतृक संपत्ति और वहां के लोगों से संबंध बनाए रखें। गांव से जुड़ाव हमारे संस्कारों और परंपराओं को सहेजने में मदद करता है।

धार्मिक शिक्षा:
अपनी संतानों को अपने धर्म और संस्कृति की शिक्षा अवश्य दें। इससे उनके मानसिक और शारीरिक विकास में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

सावधानी बरतें:
आतंकवादी प्रवृत्ति वाले व्यक्तियों से किसी भी प्रकार का लेन-देन और व्यवहार करने से यथासंभव बचें।

बागवानी और गाय पालन:
घर में बागवानी करने की आदत डालें। यदि पर्याप्त जगह है, तो देशी गाय पालें। यह बच्चों को प्रकृति के करीब लाएगा और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी सिखाएगा।

त्योहार मनाएं:
होली, दीपावली, विजयादशमी, नवरात्रि, मकर संक्रांति, जन्माष्टमी, रामनवमी जैसे सभी त्योहारों को परिवार सहित उल्लास से मनाएं। ऑफिस से छुट्टी लेकर इन उत्सवों में शामिल हों।

सुबह जल्दी उठें:
प्रातः 5-5:30 बजे उठने का नियम बनाएं और रात्रि को 10 बजे तक सोने की आदत डालें। सोने से पहले आधा गिलास पानी जरूर पिएं। यह हृदय संबंधी बीमारियों से बचाव करता है।

हुनर सिखाएं:
यदि आपकी कोई संतान पढ़ाई में कमजोर है, तो उसे किसी हुनर या कौशल का ज्ञान अवश्य दिलाएं। यह उसके भविष्य को उज्जवल बनाएगा।

स्मरण शक्ति बढ़ाएं:
आपकी प्रत्येक संतान को कम से कम तीन फोन नंबर याद होने चाहिए। खुद भी इन आदतों को अपनाएं।

सामाजिक गतिविधियों में शामिल हों:
जब भी परिवार और समाज के किसी कार्यक्रम में जाएं, अपनी संतानों को साथ लेकर जाएं। इससे उनका मानसिक विकास सशक्त होगा।

साथ में भोजन करें:
परिवार के साथ मिलकर भोजन करने का प्रयास करें। भोजन के समय मोबाइल और टीवी बंद रखें। यह परिवार के बीच संवाद और आपसी समझ को बढ़ाता है।

प्रेरणादायक फिल्में दिखाएं:
अपनी संतानों को बॉलीवुड की निरर्थक फिल्मों से बचाएं। उन्हें प्रेरणादायक और ज्ञानवर्धक फिल्में दिखाएं।

जंक फूड और फास्ट फूड से बचें:
अपने परिवार को जंक फूड और फास्ट फूड से बचाएं। स्वस्थ आहार को अपनाएं, जिससे उनकी सेहत और ऊर्जा बनी रहे।

इन सुझावों को अपनाएं और एक सशक्त, संस्कारी और खुशहाल जीवनशैली की ओर कदम बढ़ाएं। ????

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,