कांग्रेस तय करे हम आइएनडीआइए में हैं या नहीं

जनवादी पार्टी का सपा से वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन हुआ था।

कांग्रेस तय करे हम आइएनडीआइए में हैं या नहीं

आइएनडीआइए गठबंधन ने जो कांग्रेस तय करे हम आइएनडीआइए में हैं या नहीं

  • नीतीश कुमार के साथ किया वही हमारे साथ भी कर रहा सपा से गठबंधन टूटने पर अपना दल (कमेरावादी) की नेता बोलीं, एनडीए से आफर आया तो करेंगे विचार

UP लखनऊ : समाजवादी पार्टी से गठबंधन टूटने के बाद शुक्रवार को अपना दल (कमेरावादी) की नेता व विधायक पल्लवी पटेल ने कहा कि विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए हमारे साथ वही कर रहा जो उसने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ किया था। हमने तीन लोकसभा सीट फूलपुर, कौशांबी व मीरजापुर गठबंधन के सहयोगियों से चर्चा के बाद घोषित की थी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गठबंधन खत्म होने की बात कही, उसका स्वागत है। कांग्रेस तय करे कि अपना दल (कमेरावादी) आइएनडीआइए गठबंधन में है या नहीं। उन्होंने कहा कि एनडीए से आफर आया तो हम विचार करेंगे, हमें राजनीति करनी है। पल्लवी ने पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा ये सपा की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में गठबंधन किस ओर जा रहा है, जब कांग्रेस की सीटें तय हो गईं तो हमारी क्यों नहीं हुई? हमें आइएनडीआइए गठबंधन की हर बैठक में बुलाया गया। हमने तीन सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर सपा व कांग्रेस को नाम भेज दिया था। सपा अध्यक्ष ने हमसे बात
करने के बजाय सीधे मीरजापुर सीट का प्रत्याशी घोषित कर दिया।

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अब जनवादी पार्टी सोशलिस्ट ने भी छोड़ा सपा का साथ


 लखनऊ: अपना दल (कमेरावादी) के बाद अब जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) ने भी समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ दिया है। घोसी से टिकट न दिए जाने से जनवादी पार्टी के अध्यक्ष डा. संजय सिंह चौहान नाराज हो गए थे। अब उन्होंने अकेले दम पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। घोसी से वह खुद चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा 13 और सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। जनवादी पार्टी का सपा से वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन हुआ था।


पल्लवी ने गठबंधन टूटने को लेकर अखिलेश की प्रतिक्रिया का स्वागत किया है। कहा, हमारी शुभकामनाएं अखिलेश यादव के साथ हैं। दरअसल, अखिलेश ने गुरुवार को कहा था कि अपना दल (कमेरावादी) से 2022 में गठबंधन था 2024 में गठबंधन नहीं है। पल्लवी ने कहा अब कांग्रेस को तय करना है कि उनको पिछड़े नेताओं की जरूरत है कि नहीं है।

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मैं कहीं से भी विधायक नहीं हूं। उनके चिह्न पर लड़ी जरूर विधायक अपना दल की सदस्यता लेने व छीनने अधिकार सपा के पास हैं। कहा कि पीडीए (पिछड़ा, अल्पसंख्यक) किसी जेब का एजेंडा नहीं पीडीए एक बड़ा मिशन विधानसभा चुनाव में प्रकाश राजभर, जयन्त दारा सिंह चौहान, संजय स्वामी प्रसाद मौर्य, अपना (कमेरावादी) सभी सपा थे, इसलिए उन्हें इतने वोट मिले। अखिलेश भ्रम में हैं, पीडीए के सारे वोट उनके नहीं हैं।