25-50 लाख रुपए में अमेरिका, ट्रैवल एजेंट के जरिए चलाते थे डंकी रूट का खेल; ट्रेनिंग तक देते थे

मुंबई पुलिस ने डंकी रूट से अमेरिका भेजने वाले गैंग को गिरफ्तार किया है. 25-50 लाख में यह गैंग भारत के अलग-अलग लोगों को अमेरिका भेजते थे.

Mar 13, 2025 - 14:43
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25-50 लाख रुपए में अमेरिका, ट्रैवल एजेंट के जरिए चलाते थे डंकी रूट का खेल; ट्रेनिंग तक देते थे

मुंबई क्राइम ब्रांच ने अमेरिका जाने का सपना दिखाकर युवाओं से मोटी रकम वसुलने वाले एजेंट अजीत पूरी को गिरफ्तार कर लिया है. अजीत पूरी और उसका पूरा गैंग भारत के युवाओं को डंकी रूट से अमेरिका भेज रहा था. अमेरिका भेजने से पहले अजीत और उसके गैंग युवकों को ट्रेनिंग भी देते थे. अजीत पूरी और उसके गैंग ने पिछले कुछ सालों में कितने ही युवाओं को अमेरिका जाने का सपना दिखाया और डंकी रास्ते के अमेरिका भेजने के लिए लाखों रुपए ले लिए. अजीत पूरी पर अब तक 14 मामले दर्ज हो चुके है.

गैरकानूनी तरीके अमेरिका भेजने का काम

डीसीपी क्राइम ब्रांच दत्ता नलावड़े ने बताया कि हमको एक गुप्त जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर एक एजेंट को डिटेन किया गया था, उससे पूछताछ के बाद यह बात सामने आई कि यह एक पूरा क्राइम सिंडिकेट है, जो लोगों को गैरकानूनी तरीके से बाहर भेजने का काम करता है.

ग्रुप लीडर अजीत पूरी पर 14 मामले दर्ज

डीसीपी ने आगे बताया कि यह गैंग लोगों से 25 से 50 लाख रुपए लेते थे. आरोपी के लीडर अजीत पूरी पर 14 मामले दर्ज है. 2006 में उसे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था. उसके साथ जो लोग काम कर रहे है, उनका भी क्राइम रिकॉर्ड है. फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाने का काम यह गैंग बेहद सफ़ाई से करता था.

पूरे देश में ट्रैवल एजेंट से जुडे़ थे गिरोह के तार

मामले में जाँच के समय क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली है कि यह पूरा गैंग देश के अलग-अलग ट्रैवल एजेंट्स के ज़रिए जुड़ा हुआ है. वहीं से जो व्यक्ति बाहर जाना चाहता था, उसको इस गैंग से कांटेक्ट करवाया जाता है, फिर डील डन होने पर डंकी रूट से विदेश भेजे जाने से पहले गैंग इन लोगों को ट्रेनिंग भी दिया करते थे. 

एयरपोर्ट पर कैसे बात करना है कि इसकी भी देते थे ट्रेनिंग

डीसीपी क्राइम ब्रांच दत्ता नलावड़े ने बताया कि मामले में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यह गैंग विदेश जाने वाले लोगों को ट्रेनिंग में यहां तक बताते थे कि एयरपोर्ट पर किस तरीका का व्यवहार करना है. अगर कोई उनसे सवाल पूछता है तो किस तरीके से जवाब देना है. ट्रेनिंग में पास होने के बादही उनका टिकट करवाता था.

अमेरिका जाने वालों में गुजरात, पंजाब, हरियाणा के ज्यादातर लोग

यह बात भी सामने आई कि यह गैंग लोगों को मैक्सिको, तुर्की, कनाडा में भेजती थी, फिर वहां से बॉर्डर क्रॉस करवा के उन्हें  अमेरिका को भेजा जाता था. क्राइम ब्रांच की जांच में पता चला कि डंकी रूट से अमेरिका जाने वाले ज्यादातर युवा गुजरात, पंजाब और हरियाणा राज्य से हैं.

अलग-अलग देशों से डंकी रूट से अमेरिका भेजे जाते थे लोग

  • जांच में पता चला कि कनाडा भेजने के लिए ये एजेंट 50 लाख के करीब लेते थे, कनाडा का फर्जी वीसा बनाकर देते थे एक बार युवा कनाडा पहुंच गया तो फिर वहां से आगे उसे डंकी रुट का इस्तेमाल कर अमेरिका भेजा जाता है और कनाडा से अमेरिका डंकी रुट से जाने के लिए करीबन 12-13 दिन लगते हैं.
  • तुर्की भेजने के लिए एजेंट करीबन 35 लाख रुपये लेते थे, वहां से आगे अमेरिका उसे डंकी रुट से भेजा जाता है, जिसमे करीबन 10 दिनों तक का समय लगता है.
  • पोलैंड भेजने के लिए दलाल करीबन 40 लाख रुपये लेते थे, फिर वहां से आगे अमेरिका डंकी रुट से जाने में 20-25 दिनों का समय लगता है. 
  • वहीं UAE के वीज़ा के लिए एजेंट 25 लाख तक लेते थे, वहां से भारतीयों को अमेरिका भेजने के लिए यूरोप और फिर मैक्सिको के रास्ते का इस्तेमाल करते हैं.

डंकी रूट से अमेरिका भेजे गए 80 लोगों की जानकारी मांगी

सूत्रों के अनुसार भारत से डंकी रुट से अमेरिका गए 80 लोगों के मामले को अब अमेरिका ने भी मामले में  गंभीरता दिखायी है. मामले में अमेरिकन ऑफिशियल ने मुंबई पुलिस से किया संपर्क है और अमेरिकन काउंसलेट के अधिकारियों ने मुंबई पुलिस को पत्र लिखकर मिलने का समय मांगा.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,