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Dec 10, 2024 - 20:12
Dec 10, 2024 - 20:29
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जानिए आज के दिन  अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (11 दिसंबर 2014) को मनाया जाता है 
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पहल की। इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र ने स्वीकृति दी, जिसके बाद 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत हुई। योग का उद्देश्य शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। यह दिवस अब दुनिया भर में मनाया जाता है और लाखों लोग इसमें भाग लेते हैं।

उत्तर और दक्षिण कोरिया के मध्य रेल सेवा (11 दिसंबर 2007):
11 दिसंबर 2007 को उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच 50 वर्षों के बाद रेल सेवा पुनः शुरू हुई। यह ऐतिहासिक कदम दोनों देशों के बीच आर्थिक और सामाजिक संबंधों को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास था। रेल सेवा का पुनरारंभ दोनों देशों के बीच शांति और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक सकारात्मक संकेत था।

मेरिदा भ्रष्टाचार निरोधक समझौता (11 दिसंबर 2003):
11 दिसंबर 2003 को मेरिडा (मैक्सिको) में हुए एक सम्मेलन में 73 देशों ने भ्रष्टाचार निरोधक समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का उद्देश्य भ्रष्टाचार के खिलाफ वैश्विक स्तर पर प्रभावी कदम उठाना था। यह समझौता देशों के बीच पारदर्शिता, जवाबदेही और कानूनी उपायों को बढ़ावा देने के लिए था, ताकि भ्रष्टाचार को रोकने में मदद मिल सके।

उत्तर कोरिया के जहाज को पकड़ा गया (11 दिसंबर 2002):
11 दिसंबर 2002 को स्पेन के नौसैनिकों ने अरब सागर में उत्तर कोरिया के एक जहाज को पकड़ा, जिसमें स्कड मिसाइलें लदी थीं। इस कार्रवाई को वैश्विक सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम माना गया। इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तर कोरिया के हथियारों के प्रसार और आंतरिक राजनीति को लेकर कई सवाल खड़े किए।

 काहिरा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह (11 दिसंबर 1998):
1998 में काहिरा अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के 23वें संस्करण में तमिल फिल्म 'टेररिस्ट' को ज्यूरी का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार मिला। फिल्म में आयशा धारकर की भूमिका को सराहा गया। यह पुरस्कार भारतीय फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी और अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में भारतीय फिल्मों की बढ़ती पहचान को दर्शाता है।

 ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती (11 दिसंबर 1997):
11 दिसंबर 1997 को ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती के लिए विश्व के सभी देशों ने सहमति जताई। इस निर्णय का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा देना था। इस सम्मेलन ने वैश्विक जलवायु संकट पर ध्यान केंद्रित किया और देशों को पर्यावरण संरक्षण के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।

 रूस द्वारा चेचेन विद्रोहियों पर हमला (11 दिसंबर 1994):
11 दिसंबर 1994 को रूस के तत्कालीन राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन ने चेचेन विद्रोहियों पर हमला करने का आदेश दिया और सेना को चेचेन इलाके में भेजा। यह घटना चेचेन युद्ध की शुरुआत के रूप में मानी जाती है। रूस के खिलाफ विद्रोहियों ने अपनी स्वतंत्रता की मांग की, जिससे रूस और चेचनिया के बीच संघर्ष शुरू हुआ।

बांग्लादेश के राष्ट्रपति जनरल एच.एम. इरशाद (11 दिसंबर 1983):
11 दिसंबर 1983 को जनरल एच.एम. इरशाद ने खुद को बांग्लादेश का राष्ट्रपति घोषित किया। उन्होंने सेना द्वारा सत्ता पर कब्जा करने के बाद बांग्लादेश में एक सैन्य शासन स्थापित किया। यह कदम देश की राजनीतिक स्थिति में एक बड़े बदलाव का प्रतीक था और इसके बाद बांग्लादेश में कई वर्षो तक सैन्य शासन जारी रहा।

 संयुक्त राष्ट्र में UNICEF की स्थापना (11 दिसंबर 1964):
11 दिसंबर 1964 को संयुक्त राष्ट्र के बाल कल्याण संगठन यूनिसेफ (UNICEF) की स्थापना की गई थी। इसका उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना और उनकी भलाई के लिए काम करना है। यूनिसेफ ने शिक्षा, पोषण, स्वास्थ्य देखभाल और बच्चों के संरक्षण के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।

यूरोपीय देश इटली का मित्र राष्ट्र संघ से बाहर आना (11 दिसंबर 1937):
11 दिसंबर 1937 को इटली ने मित्र राष्ट्र संघ से बाहर निकलने की घोषणा की। यह फैसला इटली के फासीवादी शासक बेनिटो मुसोलिनी द्वारा लिया गया था। यह कदम इटली के लिए एक महत्वपूर्ण सैन्य और कूटनीतिक परिवर्तन था, जिसने यूरोप में युद्ध की स्थिति को और अधिक जटिल बना दिया।

 बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय और यदुनाथ बोस का स्नातक होना (11 दिसंबर 1858):
11 दिसंबर 1858 को बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय और यदुनाथ बोस कलकत्ता विश्वविद्यालय से कला विषय के पहले स्नातक बने। इनकी शिक्षा और साहित्यिक योगदान भारतीय समाज में महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाले थे। बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का योगदान भारतीय साहित्य और राष्ट्रीयता की दिशा में अमूल्य था।

प्रथम आंग्ल-सिख युद्ध (11 दिसंबर 1845):
11 दिसंबर 1845 को प्रथम आंग्ल-सिख युद्ध शुरू हुआ। यह युद्ध ब्रिटिश साम्राज्य और सिख साम्राज्य के बीच लड़ा गया। इस युद्ध के परिणामस्वरूप ब्रिटिशों ने पंजाब पर कब्जा कर लिया और सिख साम्राज्य का अंत हुआ। यह युद्ध भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक था, जिसने भारतीय राजनीति और समाज को प्रभावित किया।

 ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा मद्रास में नगर निगम का निर्माण (11 दिसंबर 1687):
11 दिसंबर 1687 को ईस्ट इंडिया कंपनी ने मद्रास (वर्तमान चेन्नई) में नगर निगम की स्थापना की। यह कदम ब्रिटिश शासन के तहत शहरों के प्रशासन को व्यवस्थित करने के लिए उठाया गया था। मद्रास नगर निगम की स्थापना ने भारतीय नगर प्रशासन की नींव रखी और ब्रिटिश शासन के तहत शहरी विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 

 अनिल कुमार मान (11 दिसंबर 1980):
अनिल कुमार मान, भारत के प्रसिद्ध पहलवान हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते हैं। वे भारतीय पहलवानी के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले उत्कृष्ट पहलवानों में शामिल हैं। उनके योगदान से भारत को कुश्ती में नई ऊँचाइयाँ हासिल हुई हैं।

 ज्योतिर्मयी सिकदर (11 दिसंबर 1969):
ज्योतिर्मयी सिकदर, भारत की प्रसिद्ध महिला धाविका हैं, जिन्होंने 1990 के दशक में अपनी धावन की कला से भारतीय खेलों को गर्व महसूस कराया। वे 400 मीटर और 800 मीटर की दौड़ में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं में विजयी रही हैं।

 विश्वनाथन आनंद (11 दिसंबर 1969):
विश्वनाथन आनंद, भारत के शतरंज खिलाड़ी और विश्व चैंपियन रहे हैं। उन्होंने भारत का नाम शतरंज की दुनिया में रोशन किया है। आनंद ने कई शतरंज प्रतियोगिताओं में ऐतिहासिक जीतें दर्ज की हैं और उन्हें 'विस्वनाथन आनंद' के नाम से जाना जाता है।

 आनंद शंकर (11 दिसंबर 1942):
आनंद शंकर, भारतीय गीतकार और संगीतकार थे, जिन्होंने भारतीय फिल्म संगीत में कई हिट गाने दिए। उनका योगदान भारतीय संगीत में अनमोल था, और उनकी रचनाएँ आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई हैं।

11 दिसंबर को ही भारत के  प्रणव मुखर्जी राष्ट्रपति  बने थे (11 दिसंबर 1935):
प्रणव मुखर्जी, भारत के पूर्व राष्ट्रपति और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता थे। वे भारतीय राजनीति के एक प्रमुख हस्ताक्षर थे और उन्होंने वित्त मंत्री और विदेश मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। वे 25 जुलाई 2012 से भारत के राष्ट्रपति बने थे।

 11 दिसंबर को सलीम दुर्रानी (11 दिसंबर 1934):
सलीम दुर्रानी, भारत के बेहतरीन क्रिकेट ऑलराउंडर खिलाड़ियों में से एक थे, जो अफ़ग़ान मूल के थे। उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी की शानदार शैली ने उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक प्रमुख स्थान दिलाया।

11 दिसंबर को ओशो रजनीश (11 दिसंबर 1931):
ओशो रजनीश, भारतीय धार्मिक गुरु और आंदोलनकर्ता थे, जिन्होंने अपनी विचारधारा और ध्यान की विशेष पद्धतियों के लिए प्रसिद्धि प्राप्त की। वे भारतीय समाज में गहरी विचारधारा और अध्यात्मिकता का संदेश फैलाने वाले थे।

11 दिसंबर को दिलीप कुमार (11 दिसंबर 1922):
दिलीप कुमार, हिन्दी फ़िल्म के महान अभिनेता थे। उन्होंने अपने अभिनय कौशल से भारतीय सिनेमा को अनमोल योगदान दिया। वे भारतीय सिनेमा के 'ट्रेजेडी किंग' के रूप में प्रसिद्ध हैं और उनके अभिनय से सिनेमा को एक नई दिशा मिली।

11 दिसंबर को  अयोध्या नाथ खोसला (11 दिसंबर 1892):
अयोध्या नाथ खोसला, भारतीय राजनीतिज्ञ और एक इंजीनियर थे। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय थे और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भी उनका बड़ा योगदान था। वे समाज में शिक्षा और तकनीकी सुधार के पक्षधर थे।

11 दिसंबर को सुब्रह्मण्य भारती (11 दिसंबर 1882):
सुब्रह्मण्य भारती, तमिल कवि और राष्ट्रवादी विचारक थे। उन्होंने तमिल साहित्य को एक नई दिशा दी और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपनी कविताओं के माध्यम से प्रेरणा दी। उनकी कविताएं आज भी भारतीय साहित्य में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।

11 दिसंबर को अल्फ्रेड डोमोसे (11 दिसंबर 1810):
अल्फ्रेड डोमोसे, फ्रांस के प्रसिद्ध लेखक और कवि थे। वे अपनी कविता और लेखनी के लिए प्रसिद्ध थे, और उनका योगदान फ्रांसीसी साहित्य में महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने अपनी काव्य रचनाओं से साहित्य प्रेमियों को बहुत प्रभावित किया।

11 दिसंबर को हुए निधन

11 दिसंबर को  सुनीता जैन (2017) में निधन हुआ था 
सुनीता जैन हिन्दी और अंग्रेज़ी की प्रसिद्ध कहानीकार और उपन्यासकार थीं। उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया और साहित्य जगत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी रचनाएँ भारतीय समाज की मानसिकता और रिश्तों की जटिलताओं को चित्रित करती हैं।

11 दिसंबर को  रवि शंकर (2012) का भी निधन हुआ था 
भारत रत्न से सम्मानित रवि शंकर, सितार वादन के महान उस्ताद थे। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को पश्चिमी दुनिया में प्रसिद्ध किया और संगीत की महत्ता को वैश्विक स्तर पर प्रचारित किया। उनकी रचनाएँ और प्रस्तुतियाँ आज भी संगीत प्रेमियों के बीच जीवित हैं।

आज ही के दिन 11 दिसंबर को एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी (2004) में मौत हुई थी 
एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी कर्नाटक संगीत की एक दिग्गज गायिका और अभिनेत्री थीं। उनकी गायकी को भारतीय शास्त्रीय संगीत में अनमोल योगदान माना जाता है। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया और उनका संगीत आज भी भारतीय कला में एक मील का पत्थर है।

11 दिसंबर को कवि प्रदीप (1998):
कवि प्रदीप एक प्रसिद्ध कवि और गीतकार थे, जिन्होंने कई यादगार गीत लिखे। उनका योगदान भारतीय सिनेमा के गीत लेखन में अहम था, और उनके लिखे गए गीत भारतीय सिनेमा का हिस्सा बन चुके हैं। उनका गीत "आओ बच्चों तुम्हें दिखाएँ" आज भी बच्चों के बीच बेहद लोकप्रिय है।

11 दिसंबर को  नागेन्द्र सिंह (1988):
नागेन्द्र सिंह भारत के भूतपूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त थे। उन्होंने भारतीय चुनाव प्रणाली में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, और चुनाव आयोग के संचालन में पारदर्शिता और निष्पक्षता की दिशा में काम किया। उनका योगदान भारतीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण था।

11 दिसंबर को बिनायक आचार्य (1983):
बिनायक आचार्य ओडिशा के 9वें मुख्यमंत्री थे। उनके नेतृत्व में ओडिशा राज्य ने कई महत्वपूर्ण विकास कार्य किए। उन्होंने राज्य के सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक सुधारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

11 दिसंबर को मेहरचंद महाजन (1967):
मेहरचंद महाजन भारत के सर्वोच्च न्यायालय के तीसरे न्यायाधीश थे। उनका कार्यकाल भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में महत्वपूर्ण था। उन्होंने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जो भारतीय कानून प्रणाली के विकास में सहायक रहे।

11 दिसंबर को कृष्णचन्द्र भट्टाचार्य (1949):
कृष्णचन्द्र भट्टाचार्य एक प्रसिद्ध दार्शनिक थे जिन्होंने हिंदू दर्शन पर गहन अध्ययन किया। उनका योगदान भारतीय दर्शन के क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण था और उनके विचारों ने भारतीय धार्मिक और दार्शनिक साहित्य को प्रभावित किया।

11 दिसंबर को  जगत नारायण मुल्ला (1938):
जगत नारायण मुल्ला उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध वकील और सार्वजनिक कार्यकर्ता थे। उनका कार्य समाज की न्यायिक व्यवस्था को सुधारने में महत्वपूर्ण था। वे एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता थे और उनका योगदान राज्य की न्यायिक व्यवस्था में महत्वपूर्ण था।


11 दिसंबर के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

11 दिसंबर को अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह (08-14 दिसम्बर):
यह सप्ताह भारतीय हस्तशिल्प के प्रचार और संरक्षण के लिए मनाया जाता है। इस सप्ताह का उद्देश्य भारतीय हस्तशिल्प कारीगरों को प्रोत्साहित करना और उनके उत्पादों को व्यापक रूप से पेश करना है, ताकि उनकी कला को संरक्षण मिले और आर्थिक रूप से लाभ हो।

11 दिसंबर को  हवाई सुरक्षा दिवस (सप्ताह):
हवाई सुरक्षा दिवस हवाई यात्रा में सुरक्षा उपायों को बढ़ावा देने और विमान दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मनाया जाता है। यह सप्ताह हवाई यात्रा की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हवाई सेवाओं और यात्रियों के बीच जागरूकता फैलाने का काम करता है।

11 दिसंबर को यूनीसेफ़ दिवस (विश्व बालकोष दिवस):
यूनीसेफ़ दिवस 11 दिसंबर को मनाया जाता है, जो बालकों के अधिकारों और उनके कल्याण के प्रति जागरूकता फैलाने का दिन है। यह दिवस बच्चों के अधिकारों की रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सुरक्षा के मुद्दों को उजागर करता है। यूनीसेफ़ (संयुक्त राष्ट्र बालकोष) इस दिन बच्चों के उत्थान के लिए अपनी गतिविधियों को बढ़ावा देता है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार