बांग्लादेश: ‘शरीर पर चोटों के निशान, हाथ-पांव भी तोड़े’, मुस्लिम चरमपंथी सेना ने हिन्दुओं पर ढाए कहर
बांग्लादेश की मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली मुस्लिम कट्टरपंथी सरकार लगातार हिन्दुओं पर अत्याचार कर रही है। हो ये रहा है कि पहले मुस्लिम कट्टरपंथी पहले हिन्दुओं को भड़काते हैं और फिर उन पर हमले करते हैं। इसमें उनका भरपूर साथ बांग्लादेशी आर्मी दे रही है। ऐसा ही तटीय शहर चटगांव में हुआ है, जहां […]
बांग्लादेश की मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली मुस्लिम कट्टरपंथी सरकार लगातार हिन्दुओं पर अत्याचार कर रही है। हो ये रहा है कि पहले मुस्लिम कट्टरपंथी पहले हिन्दुओं को भड़काते हैं और फिर उन पर हमले करते हैं। इसमें उनका भरपूर साथ बांग्लादेशी आर्मी दे रही है। ऐसा ही तटीय शहर चटगांव में हुआ है, जहां बांग्लादेशी आर्मी ने हिन्दुओं पर जमकर कहर बरपाया। उन पर बेरहमी के साथ लाठीचार्ज किया गया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बांग्लादेशी हिन्दुओं की आवाज उठाने वाले हैंडल ‘वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिन्दू’ ने हिन्दुओं पर की गई बर्बरता की तस्वीरों को साझा किया है, जिसमें हिन्दुओं पर कट्टरपंथी सरकार के कहर को देखा जा सकता है। भगवा झंडा फहराने के आरोप में 80 हिन्दुओं के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज कर लिया गया है। जबकि, 120 हिन्दू रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए हैं। बांग्लादेशी हिन्दू लगातार संयुक्त राष्ट्र से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग कर रहे हैं।
वॉयस ऑफ बांग्लादेशी हिन्दू ने एक्स पोस्ट में एक वीडियो शेयर किया, जिसमें हिन्दुओं को बुरी तरह से घायल अवस्था में देखा जा सकता है। वे रो रहे हैं और अपनी पीड़ा को बता रहे हैं कि बांग्लादेशी आर्मी ने उन्हें भारत का एजेंट बताते हुए पीटा है। साथ ही पोस्ट में लिखा, “दुनिया के मानवाधिकार संगठनों को ये अत्याचार नहीं दिखते? बांग्लादेश की हिंदू विरोधी सेना ने अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अमानवीय अत्याचार किए हैं। उन्होंने उन हिंदुओं के हाथ-पैर तोड़ दिए हैं जो कभी चल नहीं सकते। हम चाहते हैं कि संयुक्त राष्ट्र के ज़रिए इसकी सुनवाई हो। इन उग्रवादियों को शांति मिशन से प्रतिबंधित किया जाए।”
एक अन्य पोस्ट में हैंडल द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो में रोते हुए लोग इस मामले में संयुक्त राष्ट्र की मदद मांग रहे हैं औऱ आरोप लगा रहे हैं कि बांग्लादेश की इस्लामिक कट्टरपंथी सेना हिन्दुओं पर बर्बर हमले कर रही है। ये सारा कुछ मुहम्मद यूनुस के आदेश पर किया जा रहा है।
आरोप है कि हिन्दुओं पर बर्बर अत्याचार करने के लिए बड़ी ही सावधानी के साथ पहले बांग्लादेशी सेना ने चटगांव में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया और उसके बाद निश्चिंत होकर हिन्दुओं पर कहर बरपाया।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि बीते दिनों सत्तारूढ़ अंतरिम सरकार में सहयोगी कट्टरपंथी इस्लामी संगठन जमात ए इस्लामी के कार्यकर्ता उस्मान अली ने सनातन धर्म और इस्कॉन के खिलाफ जमकर जहर उगला। कुछ हिन्दुओं ने इसका विरोध किया। हिन्दुओं ने उस्मान की दुकान के सामने जाकर विरोध किया तो वहां पहले से तैयार बैठे चरमपंथियों ने उन पर हमले कर दिए। उसके बाद पूरी तैयारी के साथ पहले सीसीटीवी को बंद किया गया और फिर बांग्लादेशी सेना ने हिन्दुओं को जमकर पीटा।
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