पाकिस्तान का नया पैंतरा…ट्रेन हाईजैक की घटना के पीछे बताया भारत का हाथ, PM शहबाज बोले- हमें एकजुट होना होगा
पाकिस्तान ने बलूचिस्तान प्रांत में हुई ट्रेन हाईजैक की घटना के पीछे भारत का हाथ बताया है. बलूच विद्रोहियों के सामने बेबस शहबाज सरकार ने नया पैंतरा अपनाते हुए पहले अफगानिस्तान पर इसका आरोप मढ़ा और अब इस घटना के पीछे भारत का हाथ बता दिया. 11 मार्च को बलूचिस्तान के बोलन में जाफर एक्सप्रेस को बलूच के लड़ाकों ने हाईजैक कर लिया था. इसमें करीब 450 यात्री सवार थे. 21 यात्री समेत 58 लोगों की मौत हो गई जबकि पाक सैनिकों ने बलूच सेना के 33 लड़ाकों को मार गिराया.


पाकिस्तान ने बलूचिस्तान प्रांत में हुए ट्रेन हाईजैक की घटना के पीछे भारत का हाथ बताया है. बलूच विद्रोहियों के सामने बेबस शहबाज सरकार ने कहा कि हमलावरों के सरदार अफगानिस्तान में बैठे थे और वे कथित तौर पर भारत द्वारा प्रायोजित थे. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने गुरुवार को कहा कि इस्लामाबाद के पास इस बात के सबूत हैं कि ट्रेन हाईजैक से संबंधित कॉल अफगानिस्तान से आए थे. पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर भी इसका आरोप लगाया.
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता से जब ये पूछा गया कि क्या आतंकवाद पर इस्लामाबाद ने भारत से अफगानिस्तान की ओर अपना रुख बदल लिया है. इस पर शफकत अली खान ने कहा कि हमारी नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है और तथ्य भी नहीं बदले हैं. भारत पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद को प्रायोजित करने में शामिल है. मैं जिस बात का जिक्र कर रहा था, वह ये थी कि इस घटना में हमारे पास अफगानिस्तान से कॉल आने के सबूत हैं. यही मैंने कहा.
11 मार्च को हाईजैक हुई ट्रेन
दरअसल, मंगलवार को जाफर एक्सप्रेस का हाईजैक हुआ था. तब से ही पाकिस्तानी सेना और शहबाज सरकार सीधे तौर पर भारत का नाम लिए बिना उसे दोषी ठहरा रही है, जबकि देश की सेना और खुफिया अधिकारियों की ओर से गंभीर सुरक्षा विफलताओं के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं. हालांकि, भारत ने अभी तक पाकिस्तान के आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है. वहीं, अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के आरोपों को खारिज कर दिया. अफगानिस्तान ने कहा कि गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी न करें. अपनी सुरक्षा और आंतरिक समस्याओं को हल करने पर ध्यान केंद्रित करें.
ट्रेन में करीब 450 यात्री सवार थे
दरअसल, हर दिन की तरह कल यानी 11 मार्च को भी जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से पेशावर के लिए रवाना हुई थी. इस ट्रेन में लगभग 450 यात्री सवार थे. बलोन की पहाड़ी में जब ट्रेन एक टनल से गुजर रही थी, उसी वक्त घात लगाए बैठे BLA के हथियारबंद आतंकियों ने उसपर हमला कर दिया. इसमें 58 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें 21 यात्री शामिल थे. सुरक्षा बलों ने बलूज के 33 लड़ाकों को मार गिराया. पाकिस्तान ने बार-बार भारत पर बलूचिस्तान में अशांति को बढ़ावा देने के लिए BLA जैसे समूहों का समर्थन करने का आरोप लगाया है, लेकिन भारत ने इस आरोप को निराधार बताया है. पाकिस्तान का हालिया बयान ऐसे समय में आया है जब BLA ने उसके खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है.
हमें एकजुट होना होगा- शहबाज
बलूचिस्तान के बोलन में ट्रेन हाइजैक की घटना के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने देश में आतंकवाद के खतरे के खिलाफ राष्ट्रीय एकता और बातचीत का आह्वान किया. पीएम शहबाज ने गुरुवार को क्वेटा में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों से देश के सामने उपस्थित चुनौतियों पर चर्चा करने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि मेरे विचार में यह एक चुनौती है. इस घटना पर पूरी एकता होनी चाहिए थी, लेकिन दुर्भाग्य से, इसमें एक अंतर है. उन्होंने आम सहमति बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया और सुरक्षा बलों को आतंकवाद से लड़ने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने की कसम खाई. शहबाज ने कहा कि राष्ट्रीय एकता और एकजुटता की आज पहले से कहीं ज्यादा जरूरत है.हम अपनी राजनीति जारी रखेंगे, लेकिन देश को आतंकवाद से बचाने के अहम मुद्दे पर हमें एकजुट होना होगा.
What's Your Reaction?



