दुबई को भेदा, लेकिन बेंगलुरु में निकल गई ‘होशियारी’…कौन है तस्कर रान्या का Partner In Crime विराट कोंडूरू?

अभिनेत्री रान्या राव और विराट कोंडूरू को 14.2 किलो सोने की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया है. कोंडूरू ने अपने अमेरिकी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर दुबई में सोना पास कराया और रान्या को दिया. डीआरआई की जांच में खुलासा हुआ कि यह एक संगठित गिरोह का काम है. दोनों पर सीमा शुल्क चोरी और तस्करी का आरोप है.

Mar 19, 2025 - 06:42
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दुबई को भेदा, लेकिन बेंगलुरु में निकल गई ‘होशियारी’…कौन है तस्कर रान्या का Partner In Crime विराट कोंडूरू?
दुबई को भेदा, लेकिन बेंगलुरु में निकल गई ‘होशियारी’…कौन है तस्कर रान्या का Partner In Crime विराट कोंडूरू?

एक्ट्रेस रान्या राव को 14.2 किलोग्राम सोने की तस्करी के आरोप में 3 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. रान्या दुबई से सोना लेकर आ रही थी. उसकी गिरफ्तारी बेंगलुरु एयरपोर्ट पर हुई. मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. अब जो नई जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक रान्या ने दुबई एयरपोर्ट पर जांच के दौरान सोने को पास कराने के लिए अपने सहयोगी और सह-आरोपी तेलुगू एक्टर तरुण राज कोंडूरू उर्फ ​​विराट कोंडूरू के अमेरिकी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था.

विराट कोंडरू को DRI ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि 30 वर्षीय कोंडूरू ने रान्या राव को दुबई सीमा शुल्क के माध्यम से 12.56 करोड़ रुपये का सोना पास करने में मदद की थी. कोंडूरू पर ये भी आरोप है कि उसने भारत में तस्करी की गतिविधि को बढ़ावा दिया.
उसने अपने अमेरिकी पासपोर्ट का इस्तेमाल यह दावा करने के लिए किया कि वह जिनेवा जा रहा है, जबकि वास्तव में उसने दुबई हवाई अड्डे पर रान्या राव को भारत में तस्करी के लिए सोना दिया था.

क्या खुलासा हुआ?

जांच एजेंसी ने खुलासा किया कि सीमा शुल्क चोरी के जरिए भारत में भारी मात्रा में सोने की तस्करी के पीछे दुबई का एक संगठित गिरोह काम कर रहा है. रान्या राव पर 12.56 करोड़ रुपये मूल्य के 14.2 किलोग्राम सोने की तस्करी बेंगलुरु में करने की कोशिश करते हुए 4.83 करोड़ रुपये के सीमा शुल्क की चोरी करने का आरोप है.

अभिनेत्री की गिरफ्तारी के बाद डीआरआई ने उसके घर से 2.67 करोड़ रुपये नकद और 2.07 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए. जांच से पता चला कि कोंडूरू के अमेरिकी पासपोर्ट का इस्तेमाल दुबई में सोने की तस्करी में एक प्रमुख उपकरण के रूप में किया गया था.

विक्रम कोंडूरू के पास अमेरिकी पासपोर्ट है. उसने कहा कि वह सोना जिनेवा और स्विट्जरलैंड ले जा रहा था. चूंकि अमेरिकी पासपोर्ट जिनेवा, स्विट्जरलैंड में 90-दिवसीय पर्यटक वीजा के रूप में कार्य करता है, इसलिए आरोप है कि रान्या ने कोंडूरू के नाम पर दुबई सीमा शुल्क पर सोने के लिए लाइन पार की थी.

आरोप है कि रान्या राव और विराट पिछले कुछ महीनों में करीब 25 बार दुबई की यात्रा कर चुके हैं. 3 मार्च को रान्या राव ने सुबह 4 बजे बेंगलुरु से दुबई के लिए उड़ान भरी. आरोप है कि ये यात्रा टिकटें उनके पति जतिन हुक्केरी के क्रेडिट कार्ड से बुक की गई थीं.

कौन है विराट कोंडूरु?

विराट कोंडूरू पेशे से एक्टर है. उसका ताल्लुक बेंगलुरु की एक बिजनेस फैमिली से है. विराट ने 2018 में तेलुगू फिल्मों में डेब्यू किया था. विराट कोंडूरू का परिवार हॉस्पिटिलीटी सेक्टर से जुड़ा है.

विराट ने सात साल पहले रिलीज हुई फ़िल्म परिचयम में मुख्य भूमिका निभाई थी, जिसके बाद उसका फिल्मी करियर खत्म होता नजर आ रहा है. फ़िल्म की रिलीज़ से पहले दिए गए इंटरव्यू में एक्टर ने कहा था कि उन्हें सिनेमा से बहुत लगाव है और उनके परिवार की जड़ें बेंगलुरु में हैं.

विराट कोंडूरू के बारे में बताया जाता है कि वह राव का लंबे समय से सहयोगी है. उसने जांच के दौरान संकेत दिया है कि दोनों यूएई की एक फर्म में बिजनेस पार्टनर थे. उसने कथित तौर पर कहा है कि राव ने कई मौकों पर उसकी यात्राओं का खर्च उठाया और उन्होंने अतीत में अफ्रीका से सोना मंगाने का प्रयास किया था.

रान्या का Partner in Crime कोंडूरू

DRI के वकील ने बताया कि रान्या और विराट 3 मार्च को दुबई एयरपोर्ट पर दाखिल हुए. कोंडूरू ने जिनेवा जाने का दावा करके कस्टम्स से सोना पास करवाया. इसके बाद उसने सोना राव को सौंप दिया, जिसने इसे बेंगलुरु में तस्करी करने के लिए अपने पास छिपा लिया. कोंडूरू के पास जिनेवा का टिकट था, उसने कथित तौर पर हैदराबाद की फ्लाइट ली, जबकि राव दूसरी फ्लाइट से बेंगलुरु गई.

कोंडूरू को राव के साथ ही नहीं पकड़ा गया, क्योंकि उसका ट्रैवल प्लान अलग था. डीआरआई द्वारा राव के मोबाइल फोन और लैपटॉप की जांच करने के बाद उसकी संलिप्तता सामने आई.

कोंडूरू की पहचान स्थापित होने के बाद एक लुक-आउट सर्कुलर जारी किया गया और देश छोड़ने की कोशिश करते समय हैदराबाद में इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे रोक लिया. बाद में वह एक समन के आधार पर 8 मार्च को बेंगलुरु में डीआरआई के सामने पेश हुआ और पूछताछ के बाद 9 मार्च को उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,