जो करेगा जात की बात, उसको मारूंगा लात... नितिन गडकरी बोले- चाहे चुनाव हार जाऊं अपने इस सिद्धांत पर अटल रहूंगा

नितिन गडकरी ने जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव न करने की बात पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज सेवा सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने इस विचार को स्पष्ट रूप से रखा कि वो किसी भी दबाव में अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर भी प्रकाश डाला और बताया कि कैसे यह लोगों के जीवन में बदलाव ला सकती है।

Mar 16, 2025 - 07:57
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जो करेगा जात की बात, उसको मारूंगा लात... नितिन गडकरी बोले- चाहे चुनाव हार जाऊं अपने इस सिद्धांत पर अटल रहूंगा
नागपुर: केंद्रीय मंत्री ने नागपुर में कहा कि वो धर्म और जाति की बातें सार्वजनिक रूप से नहीं करते। उनका मानना है कि लोग समाज सेवा को सबसे ऊपर रखते हैं। गडकरी ने पिछले साल चुनाव प्रचार के दौरान कही अपनी बात याद करते हुए कहा कि जो करेगा जात की बात, उसको मारूंगा लात। उन्होंने यह भी कहा कि चाहे चुनाव हार जाऊं या मंत्री पद चला जाए, वो अपने इस सिद्धांत पर अटल रहेंगे। गडकरी ने एक अल्पसंख्यक संस्थान के दीक्षांत समारोह में ये बात कही।'हम कभी भी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते'गडकरी ने कहा कि हम कभी भी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते। मैं राजनीति में हूं और यहां कई तरह की बातें होती हैं। लेकिन मैंने अपने तरीके से काम करने का फैसला किया है। मुझे इस बात की चिंता नहीं है कि कौन मुझे वोट देगा। उन्होंने आगे कहा कि मेरे दोस्तों ने कहा कि तुम्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था। लेकिन मैंने जीवन में इसी सिद्धांत पर चलने का निश्चय किया है। चुनाव हारने या मंत्री पद न मिलने से मैं मर थोड़े ही जाऊंगा। मुस्लिम समुदाय को लेकर क्या कहागडकरी ने बताया कि कैसे उन्होंने एमएलसी रहते हुए एक इंजीनियरिंग कॉलेज की अनुमति अंजुमन-ए-इस्लाम संस्थान (नागपुर) को ट्रांसफर कर दी थी। उन्हें लगा कि उन्हें इसकी ज़्यादा ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम समुदाय से ज़्यादा इंजीनियर, आईपीएस और IAS अफ़सर बनेंगे तो सबका विकास होगा। हमारे पास पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का उदाहरण है। उन्होंने आगे कहा कि आज अंजुमन-ए-इस्लाम के बैनर तले हज़ारों छात्र इंजीनियर बन चुके हैं। अगर उन्हें पढ़ने का मौका नहीं मिलता, तो कुछ नहीं हो पाता। शिक्षा की यही ताकत है। यह जीवन और समुदायों को बदल सकती है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,