कंटेनर समझने की भूल मत करना... जिंदगी की चाभी है इसके अंदर, भारत ने दोस्त को भेजी है मदद

भारत ने प्रशांत द्वीप देश किरिबाती की मदद के लिए छह बेड वाली डायलिसिस यूनिट भेजी है। Covid-19 महामारी के दौरान भी भारत ने उसे मेडिकल सप्लाई भेजी थी। FIPIC III शिखर सम्मेलन में भारत की प्रतिबद्धता को निभाते हुए यह खेप रवाना की गई।

Mar 22, 2025 - 19:32
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कंटेनर समझने की भूल मत करना... जिंदगी की चाभी है इसके अंदर, भारत ने दोस्त को भेजी है मदद
नई दिल्ली: ने एक छोटे से द्वीप देश के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। ये द्वीप है किरिबाती, जो समूह का सदस्य है। भारत ने के स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत करने के लिए छह बेड वाले कंटेनर-आधारित की एक खेप भेजी है। कोविड-19 महामारी के दौरान भी भारत प्रशांत द्वीप समूह के देशों की मदद के लिए आगे आया था।

किरिबाती के लिए कंटेनर रवाना

विदेश मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए बताया, "प्रशांत द्वीप समूह के परिवार के साथ खड़े होकर किरिबाती के स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत करने में मदद करना। FIPIC III शिखर सम्मेलन में भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करता है। छह बेड वाले कंटेनर-आधारित डायलिसिस यूनिट की एक खेप मुंद्रा पोर्ट से तरावा, किरिबाती के लिए रवाना हुई।"

क्या है FIPIC?

मई 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पापुआ न्यू गिनी के उनके समकक्ष जेम्स मारपे ने पोर्ट मोरेस्बी में फोरम फॉर इंडिया पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (FIPIC) के तीसरे शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी की। यह अनूठा मंच भारत और 14 प्रशांत द्वीप देशों को एक साथ लाता है। इन देशों में कुक आइलैंड्स, फिजी, किरिबाती, मार्शल आइलैंड्स, माइक्रोनेशिया के संघीय राज्य, नीयू, नाउरू गणराज्य, पलाऊ, पापुआ न्यू गिनी, समोआ, सोलोमन आइलैंड्स, टोंगा, तुवालु और वानुअतु शामिल हैं।FIPIC की शुरुआत 2014 में फिजी में प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान हुई थी। इसने विभिन्न क्षेत्रों में प्रशांत द्वीप देशों (PIC) के साथ भारत के जुड़ाव को काफी गहरा करने में मदद की है। यह जुड़ाव FIPIC देशों द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं के अनुसार है।

इन योजनाओं को शुरू करने पर बनी थी सहमति

शिखर सम्मेलन के दौरान, पीएम मोदी ने भारत-पीआईसी साझेदारी को मजबूत करने के लिए 12-चरणीय कार्य योजना की भी घोषणा की थी। इसमें फिजी में 100 बेड का क्षेत्रीय सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित करना, पापुआ न्यू गिनी में क्षेत्रीय आईटी और साइबर सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करना, सागर अमृत छात्रवृत्ति, प्रशांत द्वीप देशों के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में अगले पांच साल में 1000 छात्रवृत्तियां, पापुआ न्यू गिनी में जयपुर फुट कैंप का आयोजन और उसके बाद प्रशांत के विभिन्न देशों में सालाना दो शिविर, FIPIC SME विकास परियोजना, प्रशांत द्वीप देशों में सरकारी भवनों के लिए सौर ऊर्जा परियोजना, पीने के पानी के लिए अलवणीकरण इकाइयां, प्रशांत द्वीप के देशों को समुद्री एम्बुलेंस की आपूर्ति, डायलिसिस इकाइयों की स्थापना, 24x7 आपातकालीन हेल्पलाइन की स्थापना, जन औषधि केंद्र की स्थापना, प्रशांत द्वीप देशों को लागत प्रभावी और कुशल दवाएं उपलब्ध कराने के लिए, और योग केंद्रों की स्थापना शामिल है।

कोविड-19 के दौरान भी भेजी थी मदद

2022 में किरिबाती सरकार की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए, जिसमें प्रशांत द्वीप देश में पहले कोविड-19 के प्रकोप के प्रबंधन के लिए अपने राष्ट्रीय प्रयासों में सहायता के लिए समर्थन की पेशकश की मांग की गई थी, भारत सरकार ने किरिबाती को पीपीई और दवाओं वाली की एक खेप भेजी थी। भारत द्वारा भेजी गई राहत सामग्री में पल्स ऑक्सीमीटर, वीटीएम के साथ स्वैब, स्वैब के लिए नमूना बैग, पीपीई किट (सर्जिकल मास्क, दस्ताने, एन-95 मास्क, शू कवर, हेयर कैप) और आपातकालीन कोविड-19 दवा आपूर्ति शामिल थी।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,