हिमाचल में कार रेंटल स्कैम का भंडाफोड़:लग्जरी कारों के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी, एक जालसाज काबू, 12 गाड़ियां जब्त

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक बड़े कार रेंटल स्कैम का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी रत्नेश्वर सिंह ने खुद को चंडीगढ़ की एक बड़ी कार रेंटल कंपनी का संचालक बताया। उसने लोगों को झांसा दिया कि वह उनकी गाड़ियों को किराए पर चलाएगा। रत्नेश्वर ने लोगों से गाड़ियां फाइनेंस करवाई। उसने वादा किया कि हर महीने 15 हजार रुपए किराया देगा। साथ ही गाड़ियों की किश्तें भी कंपनी चुकाएगी। लोगों ने विश्वास कर गाड़ियां उसके हवाले कर दी। अलग-अलग जगहों पर चलवाई गाड़ियां आरोपी ने इन गाड़ियों को अलग-अलग जगहों पर किराए पर चला दिया, लेकिन न तो मालिकों को किराया मिला और न ही बैंक की किश्तें जमा हुई। जब लोगों ने गाड़ियां वापस मांगी, तो आरोपी ने धमकियां देनी शुरू कर दी। मामला 8 जनवरी 2025 को थाना खुंडिया में दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता अजय कुमार ने नवंबर 2023 में हुई धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और धमकी की धाराओं में केस दर्ज किया है। डीएसपी की निगरानी में विशेष टीम बनाई मामले की जांच के लिए डीएसपी ज्वालामुखी की निगरानी में विशेष टीम बनाई गई है। टीम में चार पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर 12 गाड़ियां बरामद कर ली हैं। दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। अब तक की कार्रवाई में कुल 12 गाड़ियां विभिन्न स्थानों चंडीगढ़, मोहाली, होशियारपुर, पठानकोट, जालंधर, अमृतसर और श्रीगंगानगर से बरामद की गई हैं। इनमें से 7 गाड़ियां वर्तमान मुकदमे से संबंधित हैं। 5 अन्य गाड़ियां अन्य मामलों से जुड़ी हैं। अब तक 6 गाड़ियां उनके असली मालिकों को सौंप दी गई हैं। आरोपी पर पहले से धोखाधड़ी के 5 केस खास बात यह है कि आरोपी रत्नेश्वर के खिलाफ जिला कांगड़ा के विभिन्न थानों में पहले से ही धोखाधड़ी के 5 मामले दर्ज हैं। वर्तमान मामले में अभी भी 3 गाड़ियां बरामद करना शेष हैं। जिसके लिए अदालत से रिमांड मंजूर किया है।प्रवीन कुमार की गिरफ्तारी अभी लंबित है, जो मामले का एक अन्य प्रमुख आरोपी है और बिहार का मूल निवासी बताया जा रहा है। एसपी बोले-जल्द पूरे गिरोह की परतें उजागर पुलिस जिला देहरा के एसपी मयंक चौधरी ने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ जारी है और जल्द ही पूरे गिरोह की परतें उजागर की जाएगी। पुलिस लोगों से भी अपील कर रही है कि वे किसी भी लालच में आकर बिना पुख्ता जानकारी के अपनी संपत्ति या वाहन किसी अज्ञात व्यक्ति को न सौंपें। मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आधुनिक तकनीक और दिखावटी बिजनेस मॉडल के जरिए ठग लगातार आम लोगों को निशाना बना रहे हैं, जिनसे सतर्क रहना बेहद जरूरी है।

Apr 5, 2025 - 19:18
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हिमाचल में कार रेंटल स्कैम का भंडाफोड़:लग्जरी कारों के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी, एक जालसाज काबू, 12 गाड़ियां जब्त
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक बड़े कार रेंटल स्कैम का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी रत्नेश्वर सिंह ने खुद को चंडीगढ़ की एक बड़ी कार रेंटल कंपनी का संचालक बताया। उसने लोगों को झांसा दिया कि वह उनकी गाड़ियों को किराए पर चलाएगा। रत्नेश्वर ने लोगों से गाड़ियां फाइनेंस करवाई। उसने वादा किया कि हर महीने 15 हजार रुपए किराया देगा। साथ ही गाड़ियों की किश्तें भी कंपनी चुकाएगी। लोगों ने विश्वास कर गाड़ियां उसके हवाले कर दी। अलग-अलग जगहों पर चलवाई गाड़ियां आरोपी ने इन गाड़ियों को अलग-अलग जगहों पर किराए पर चला दिया, लेकिन न तो मालिकों को किराया मिला और न ही बैंक की किश्तें जमा हुई। जब लोगों ने गाड़ियां वापस मांगी, तो आरोपी ने धमकियां देनी शुरू कर दी। मामला 8 जनवरी 2025 को थाना खुंडिया में दर्ज किया गया। शिकायतकर्ता अजय कुमार ने नवंबर 2023 में हुई धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश और धमकी की धाराओं में केस दर्ज किया है। डीएसपी की निगरानी में विशेष टीम बनाई मामले की जांच के लिए डीएसपी ज्वालामुखी की निगरानी में विशेष टीम बनाई गई है। टीम में चार पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर 12 गाड़ियां बरामद कर ली हैं। दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। अब तक की कार्रवाई में कुल 12 गाड़ियां विभिन्न स्थानों चंडीगढ़, मोहाली, होशियारपुर, पठानकोट, जालंधर, अमृतसर और श्रीगंगानगर से बरामद की गई हैं। इनमें से 7 गाड़ियां वर्तमान मुकदमे से संबंधित हैं। 5 अन्य गाड़ियां अन्य मामलों से जुड़ी हैं। अब तक 6 गाड़ियां उनके असली मालिकों को सौंप दी गई हैं। आरोपी पर पहले से धोखाधड़ी के 5 केस खास बात यह है कि आरोपी रत्नेश्वर के खिलाफ जिला कांगड़ा के विभिन्न थानों में पहले से ही धोखाधड़ी के 5 मामले दर्ज हैं। वर्तमान मामले में अभी भी 3 गाड़ियां बरामद करना शेष हैं। जिसके लिए अदालत से रिमांड मंजूर किया है।प्रवीन कुमार की गिरफ्तारी अभी लंबित है, जो मामले का एक अन्य प्रमुख आरोपी है और बिहार का मूल निवासी बताया जा रहा है। एसपी बोले-जल्द पूरे गिरोह की परतें उजागर पुलिस जिला देहरा के एसपी मयंक चौधरी ने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ जारी है और जल्द ही पूरे गिरोह की परतें उजागर की जाएगी। पुलिस लोगों से भी अपील कर रही है कि वे किसी भी लालच में आकर बिना पुख्ता जानकारी के अपनी संपत्ति या वाहन किसी अज्ञात व्यक्ति को न सौंपें। मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आधुनिक तकनीक और दिखावटी बिजनेस मॉडल के जरिए ठग लगातार आम लोगों को निशाना बना रहे हैं, जिनसे सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
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