राजनीतिक भूचाल के संकेत: सीता सोरेन की JMM में घर वापसी की तैयारी! CM हेमंत के गांव नेमरा में मौजूदगी से अटकलें तेज

Jharkhand Politics: सीता सोरेन की जेएमएम में घर वापसी की संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पैतृक गांव नेमरा में बाहा पूजा में उनकी उपस्थिति से संकेत मिले हैं। पिछले एक साल से वो बीजेपी में थीं, लेकिन हाल ही में हेमंत सोरेन की सरकार की तारीफ की। वहीं बाहा पर्व पर पैतृक गांव नेमरा में आयोजित पारिवारिक समारोह में शामिल हुईं।

Mar 16, 2025 - 07:57
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राजनीतिक भूचाल के संकेत: सीता सोरेन की JMM में घर वापसी की तैयारी! CM हेमंत के गांव नेमरा में मौजूदगी से अटकलें तेज
रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) में की वापसी के कयास लगाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के पैतृक गांव नेमरा में बाहा पूजा में उनकी मौजूदगी ने इस अटकल को बल दिया है। बीजेपी में शामिल होने के बाद लगभग एक साल से सोरेन परिवार से उनकी दूरी थी। हालांकि, इस दौरान वह शिबू सोरेन से मिलती रही हैं। लेकिन पारिवारिक कार्यक्रमों और नेमरा आने से परहेज करती रही हैं। यह घटनाक्रम राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।

धनबाद में हेमंत सोरेन की तारीफ का नरम रुख अपनाती दिखीं

सीता सोरेन पिछले कई महीनों से हेमंत सोरेन के किसी भी पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने नेमरा नहीं आईं थीं। बीजेपी में शामिल होने के बाद से वह लगातार हेमंत सोरेन और जेएमएम पर हमलावर रही हैं। हालांकि, कुछ दिन पहले धनबाद में एक शादी समारोह में उन्होंने हेमंत सरकार की तारीफ की थी। पिछले कुछ महीनों में पहली बार सीता सोरेन, जेएमएम और हेमंत सोरेन के प्रति नरम रुख अपनाती दिखीं।

सीएम हेमंत की चचेरी बहन ने भी वापसी के दिए संकेत

15 मार्च को नेमरा में बाहा पूजा में शामिल होने के बाद, जेएमएम में उनकी वापसी की चर्चा तेज हो गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की चचेरी बहन और जिला परिषद सदस्य रेखा सोरेन ने इस बात के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि सीता सोरेन की परिवार से दूरी अब खत्म हो गई है। रेखा सोरेन ने यह भी कहा कि सीता जल्द ही बीजेपी छोड़कर जेएमएम में शामिल होंगी और पार्टी के लिए सक्रिय रूप से काम करेंगी। यह बयान सीता सोरेन के भविष्य की राजनीतिक दिशा को लेकर कई सवाल खड़े करता है।

हेमंत-कल्पना के साथ दूरियां, सास रूपी सोरेन के साथ तस्वीरें

नेमरा गांव में आयोजित बाहा पर्व के मौके पर सीता सोरेन अपनी बेटियों के साथ पहुंचीं थीं। जहां सास रूपी सोरेन और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सीता सोरेन की तस्वीरें आईं। लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और विधायक के साथ दूरियां साफ नजर आईं।

सीता सोरेन की वापसी से संगठन को मिलेगी मजबूती

क्या सीता सोरेन वाकई जेएमएम में वापसी करेंगी? यह सवाल अभी भी बना हुआ है। बीजेपी में उनका भविष्य क्या होगा? यह भी देखना होगा। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि अगर सीता सोरेन जेएमएम में वापस आती हैं, तो इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी। खासकर महिला वोट बैंक पर इसका सकारात्मक असर पड़ सकता है। वहीं, बीजेपी के लिए यह एक झटका होगा। आने वाले दिनों में सीता सोरेन के फैसले पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। यह फैसला झारखंड की राजनीति की दिशा तय कर सकता है।

राजनीतिक मतभेद भुलाकर एकजुट होने की इच्छा

सीता सोरेन के राजनीतिक रुख में बदलाव के कई कारण हो सकते हैं। हो सकता है कि उन्हें बीजेपी में अपेक्षित सफलता न मिली हो। या फिर वह अपने परिवार के साथ राजनीतिक मतभेद भुलाकर फिर से एकजुट होना चाहती हों। यह भी संभव है कि वह राज्य की राजनीति में जेएमएम के साथ मिलकर अधिक सक्रिय भूमिका निभाना चाहती हों। जो भी हो, सीता सोरेन का अगला कदम झारखंड की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,