भारत-पाक तनाव के बीच हरियाणा में पकड़े गए 39 बांग्लादेशी, नहीं दिखा पाए कागज

हरियाणा में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। हिसार के हांसी में 39 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा गया है। ये सभी लोग गैरकानूनी तरीके से भारत में रह रहे थे। पुलिस ने इन्हें तब पकड़ा जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध न करने का समझौता हुआ।

May 13, 2025 - 07:22
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भारत-पाक तनाव के बीच हरियाणा में पकड़े गए 39 बांग्लादेशी, नहीं दिखा पाए कागज
हिसार: भारत और पाकिस्तान में युद्ध न करने के समझौते के बाद में पुलिस ने 39 बांग्लादेशी नागरिकों को सोमवार को पकड़ा है। ये सभी गैरकानूनी तरीके से हिसार के हांसी में रह रहे थे। पकड़े गए लोगों में 14 पुरुष, 11 महिलाएं और 14 बच्चे शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि ये तोशाम रोड पर ईंट भट्टे पर मजदूरी का काम कर रहे थे। जांच में इनके पास से किसी तरह के डॉक्यूमेंट नहीं मिले हैं। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि यह बॉर्डर क्रॉस करके बांग्लादेश से आए थे। हालांकि इन्होंने यह नहीं बताया कि किसने इन्हें बॉर्डर क्रॉस कराया। इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियां जांच कर रही हैं। पुलिस का कहना है कि इन्हें वापस बांग्लादेश डिपोर्ट किया जाएगा। तब तक इन्हें दिल्ली स्थित बांग्लादेशी कैंप में डाला जाएगा।गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गईहांसी के SP अमित यशवर्धन ने सोमवार को कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई थी। अभी उनकी कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। इनके बारे में लीगल प्रावधान की जानकारी ली जा रही है। आसपास कोई कैंप न होने के कारण में स्थित कैंप से संपर्क किया जा रहा है। पुलिस द्वारा लगातार भट्ठों और फैक्ट्रियों की लेबर की जांच की जा रही है और आगे भी ऐसी जांच चलती रहेगी। ईंट भट्‌ठे के मालिक संदीप ने बताया कि पांच परिवार उनके पास काम करने लगभग एक महीना पहले आए थे। बाकी परिवार अभी दो दिन पहले ही आए हैं। इन्हें राजस्थान के भट्ठे से लाया था। इनके पास बंगाल का आधार कार्ड भी मौजूद था।महेंद्रगढ़ में भी 14 बांग्लादेशी पकड़े जा चुके, आधार कार्ड नकली मिले थेहांसी पुलिस इन बांग्लादेशियों को सदर थाने लेकर आई। जहां रविवार को इनके बारे में जानकारी जुटाई गई। पुलिस ने सोमवार को कहा कि अभी यह जांच चल रही है कि ये कितने लंबे समय से यहां रह रहे थे। इससे 15 दिन पहले महेंद्रगढ़ में पुलिस ने 14 थे। ये सभी ईंट भट्‌ठे पर काम कर रहे थे। यहां उन्होंने पश्चिम बंगाल के पते पर नकली आधार कार्ड बना रखे थे। जब पुलिस ने उनसे सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने बांग्लादेशी होने की बात कबूल कर ली। इनमें 3 पुरूष, 4 महिलाएं व 7 बच्चे हैं। इन तीन परिवारों में से एक परिवार 2008 और दो परिवार 2021 मे भारत में आए थे और पिछले तीन सालों से इस ईंट चटठे पर रहकर मजदूरी का काम कर रहे थे।

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