बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ रायपुर में विशाल आक्रोश रैली, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

रायपुर । बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार और हिंसा के विरोध में रायपुर में सनातन हिंदू पंचायत के नेतृत्व में मंगलवार को एक विशाल आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। रैली में विभिन्न हिंदू संगठनों और समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रैली मरीन ड्राइव से शुरू होकर जिला प्रशासन कार्यालय तक […]

Dec 7, 2024 - 06:53
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बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ रायपुर में विशाल आक्रोश रैली, राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

रायपुर । बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार और हिंसा के विरोध में रायपुर में सनातन हिंदू पंचायत के नेतृत्व में मंगलवार को एक विशाल आक्रोश रैली का आयोजन किया गया। रैली में विभिन्न हिंदू संगठनों और समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। रैली मरीन ड्राइव से शुरू होकर जिला प्रशासन कार्यालय तक पहुंची, जहां राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ता उत्पीड़न

बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ लगातार अत्याचारों की घटनाओं ने भारत सहित विश्वभर के हिंदुओं को झकझोर कर रख दिया है। कट्टरपंथी तत्व हिंदू संतों की गिरफ्तारी, पूजा स्थलों और मंदिरों पर हमले, और महिलाओं एवं बच्चों पर अत्याचार कर रहे हैं। इन घटनाओं ने भारत में रहने वाले हिंदुओं के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आक्रोश पैदा कर दिया है।

आक्रोश रैली और ज्ञापन का उद्देश्य

रैली में शामिल प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि भारत सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए। इस रैली का नेतृत्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्य क्षेत्र के संघचालक डॉ. पूर्णेंदु सक्सेना के मार्गदर्शन में किया गया। जिला प्रशासन को सौंपे गए ज्ञापन में निम्नलिखित मांगें की गईं-

  • चिन्मय प्रभु की बिना शर्त रिहाई : बांग्लादेश में गिरफ्तार किए गए हिंदू संत चिन्मय प्रभु की तत्काल रिहाई।
  • मंदिरों और पूजा स्थलों की सुरक्षा : बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों और पूजा स्थलों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए कदम उठाए जाएं।
  • महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा : कट्टरपंथियों द्वारा किए जा रहे अत्याचारों पर तत्काल रोक लगाई जाए।
  • विस्थापित हिंदू परिवारों का पुनर्वास : विस्थापित हिंदुओं के लिए पुनर्वास और सुरक्षा की गारंटी।
  • अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप : संयुक्त राष्ट्र, मानवाधिकार संगठनों और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से हस्तक्षेप कर बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति सुधारने की मांग।
  • कूटनीतिक वार्ता : भारत और बांग्लादेश के बीच कूटनीतिक वार्ता कर इन समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाए।
    प्रमुख उपस्थित लोग

इस प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ बंग समाज, विश्व हिंदू परिषद, गायत्री परिवार, छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स, और अन्य सामाजिक व धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया।

संतों और समाज के नेताओं के विचार

इस अवसर पर उपस्थित संतों और समाज के नेताओं ने कहा कि यह समय हिंदू समाज को एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करने का है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार न केवल उनके धार्मिक अधिकारों का हनन है, बल्कि यह मानवता के खिलाफ भी एक बड़ा अपराध है।

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