पिता मजदूरी करते हैं, मां को लोग मारते थे ताने, राज्य की पहली महिला अग्निवीर की कहानी, जानें कौन हैं फामेश्वरी यादव

Fameshwari Yadav: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद की रहने वाली फामेश्वरी यादव का सिलेक्शन अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस में हुआ है। उनके पिता मजदूरी करते हैं। वह राज्य की पहली महिला अग्निवीर हैं। सीएम विष्णुदेव साय ने उनकी इस सफलता पर बधाई दी है। फामेश्वरी यादव के परसदा जोशी गांव की रहने वाली हैं।

Mar 29, 2025 - 21:11
 0  15
पिता मजदूरी करते हैं, मां को लोग मारते थे ताने, राज्य की पहली महिला अग्निवीर की कहानी, जानें कौन हैं फामेश्वरी यादव
गरियाबंद: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले की प्रदेश की बनी हैं। वह अभी 21 साल की हैं। फामेश्वरी यादव जिले के फिंगेश्वर ब्लॉक के परसदा जोशी गांव की रहने वाली हैं। यहां रहने वाले वाले लोग कभी फामेश्वरी की मां को ताने देते थे लेकिन आज वह प्रदेश की पहली अग्निवीर बनकर गांव लौंटी को मां ने शानदार स्वागत किया। 6 महीने की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद वह अपने गांव वापस लौट आई हैं। फामेश्वरी ने कहा कि वर्दी देखकर मेरे अंदर जुनून पैदा होता है। इसी कारण से मैंने अग्निवीर बनने का फैसला किया है। मुझे देश की सेवा करने का मौका मिला। लोगों के ताने सुनने के बाद भी मैंने कभी हार नहीं मानी है। फामेश्वरी बीएससी सेकेंड ईयर की छात्रा हैं। वह घर में हाथ बंटाने के साथ पढ़ाई भी करती थी। पढ़ाई के दौरान ही वह सेना में जाने के लिए तैयारी करती थीं इसी दौरान उनका परिवार ने पूरा सहयोग किया है।

पिता और भाई देते थे ट्रेनिंग

उन्होंने कहा कि हर रोज पिता और भाई मुझे 2 घंटे की फिटनेस ट्रेनिंग देते थे। फामेश्वरी के पिता हीरालाल ने अपनी बेटी की सफलता को पूरा करने में सहयोग किया। उन्होंने कभी भी अपनी बेटी को निराश नहीं होने दिया। लोगों के तानों पर भी वह अपने बेटी को कभी भी तैयारी करने से नहीं रोका। वह लोगों के तानों पर हमेशा कहा करते थे कि मैंने अपनी बेटी को देश सेवा के लिए छोड़ दिया है।

पिता मजदूरी करते थे

फामेश्वरी यादव को हर दिन ट्रेनिंग देने के बाद उनके पिता मजदूरी करने के लिए निकल जाते थे। वह अपनी बेटी को हर सुबह एक्सरसाइज करवाते थे। इसके बाद 24 मार्च 2025 को उनका अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस में सिलेक्शन हुआ। रिजल्ट आने के बाद फामेश्वरी का परिवार बहुत खुश है। उनके दो भाई है।

सीएम ने दी बधाई

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने फामेश्वरी को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि यह केवल एक चयन नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की बेटियों की हिम्मत और देशभक्ति का प्रमाण है। फामेश्वरी ने यह दिखा दिया कि अगर हौसले बुलंद हों तो कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह सफलता राज्य की अन्य युवतियों को भी प्रेरणा देगी, और उन्हें सेना व अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ने का हौसला देगी। राज्य सरकार बेटियों के सशक्तिकरण और राष्ट्र सेवा के हर कदम में उनके साथ है।मुख्यमंत्री साय ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह सफलता छत्तीसगढ़ की नई पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेगी और राज्य की बेटियां हर क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित करेंगी। फामेश्वरी 1 मई से बेंगलुरु स्थित सेना मिलिट्री पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण प्रारंभ करेंगी। उन्हें सेना भर्ती कार्यालय, रायपुर द्वारा सम्मानित भी किया गया।

What's Your Reaction?

like

dislike

wow

sad

UP HAED सामचार हम भारतीय न्यूज़ के साथ स्टोरी लिखते हैं ताकि हर नई और सटीक जानकारी समय पर लोगों तक पहुँचे। हमारा उद्देश्य है कि पाठकों को सरल भाषा में ताज़ा, विश्वसनीय और महत्वपूर्ण समाचार मिलें, जिससे वे जागरूक रहें और समाज में हो रहे बदलावों को समझ सकें।