जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा कब देंगे…. जयराम रमेश ने अमित शाह से पूछे सवाल

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्यसभा में स्पीच दी. इस दौरान वो जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद पर जमकर बोले. इसी के बाद अब कांग्रेस ने उन से जम्मू-कश्मीर को पूरा राज्य का दर्जा कब देंगे इसको लेकर सवाल पूछा है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पूछा, अमित शाह दावा कर रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति बदल गई है तो आप उसको पूरे राज्य का दर्जा क्यों नहीं वापस लौटाते.

Mar 22, 2025 - 12:42
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जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा कब देंगे…. जयराम रमेश ने अमित शाह से पूछे सवाल
जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा कब देंगे…. जयराम रमेश ने अमित शाह से पूछे सवाल

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्यसभा में शुक्रवार को आतंकवाद को लेकर गरजे. इसी के बाद अब कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने अमित शाह से जम्मू-कश्मीर को लेकर सवाल पूछे हैं. जयराम रमेश ने कहा, उन्होंने दुनिया भर की बातें की, लेकिन असली बात यह है कि वो जम्मू-कश्मीर को पूरे राज्य का दर्जा कब वापस लौटाएंगे. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि अपनी स्पीच में उन्होंने जम्मू-कश्मीर को पूरा दर्जा देने को लेकर कुछ नहीं कहा.

जयराम रमेश ने कहा, हम ने मांग की के आप जम्मू-कश्मीर के पूर्ण दर्जा देने को लेकर बताइए. आप दावा कर रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति बदल गई है तो आप उसको पूरे राज्य का दर्जा क्यों नहीं वापस लौटाते. उस पर उन्होंने कुछ नहीं कहा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों और विकास पर बोलते हुए कहा, आतंकवाद पर मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर जोर देते हुए अमित शाह ने कहा, हमारी सरकार न तो आतंकवाद को बर्दाश्त कर सकती है और न ही आतंकवादियों को.

जनगणना को लेकर उठाया सवाल

जयराम रमेश ने आगे कहा, हम ने फिर सवाल उठाया कि आप जनगणना कब कराएंगे. 2021 में करानी थी. जनगणना न कराने का एक नतीजा यह है कि करीब 14 करोड़ भारतवासियों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून का लाभ नहीं मिल रहा है. 15 करोड़ भारतवासियों को राशन नहीं मिल पा रहा है.

4 साल हो गए हैं लेकिन जनगणना नहीं हुई. इस पर भी गृह मंत्री ने कोई टिप्पणी नहीं की. उन्होंने अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, 2 घंटे का भाषण था, दुनिया भर की बाते कर रहे थे पर जनगणना के बारे में कुछ नहीं कहा, कश्मीर को आप पूरे राज्य का दर्जा कब देंगे इसको लेकर कुछ नहीं कहा.

जयराम रमेश ने अमित शाह के भाषण को लेकर कहा, यह चुनावी भाषण था बस जिसमें पश्चिम बंगाल को निशाना बनाया गया, तमिलनाडु की सरकार को निशाना बनाया. हमारी तरफ से अजय माकन ने सवाल उठाए लेकिन कोई जवाब नहीं दिया गया. उन्होंने आगे कहा, महाराष्ट्र में दंगे हो रहे हैं, वहां पर भी तो डबल इंजन सरकार है उसके बारे में कुछ नहीं कहा. जो असली मुद्दे हैं इस पर तो उन्होंने कुछ कहा नहीं. मणिपुर और नागालैंड के बारे में वो कुछ नहीं बोले.

अमित शाह ने राज्यसभा में क्या -क्या कहा?

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों और विकास पर बोलते हुए कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा, अगर कोई काला चश्मा पहन कर बैठेगा तो उसको विकास कैसे दिखेगा. साल 2023 में कश्मीर में अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहलु गांधी की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए. अमीत शाह ने कहा, एक नेता पैदल मार्च पर निकले, कश्मीर गए, अपने कार्यकर्ताओं के साथ बर्फ से होली खेली और फिर दावा किया कि उन्होंने दूर से आतंकवादियों को देखा. अरे भाई, नजर में ही आतंकवादी है तो सपने में भी आएगा और कश्मीर में भी.”

आतंकवाद को लेकर गरजे अमित शाह

आतंकवाद पर मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पर जोर देते हुए अमित शाह ने कहा, हमारी सरकार न तो आतंकवाद को बर्दाश्त कर सकती है और न ही आतंकवादियों को. उन्होंने आगे कहा, “पहले पड़ोसी देश से आतंकवादी लगभग हर दिन कश्मीर में दाखिल होते थे और बम विस्फोट करते थे. एक भी त्योहार ऐसा नहीं होता था जो बिना किसी चिंता के बीतता हो. इसके बाद भी केंद्र सरकार का रवैया लचीला था, बोलने का डर था, इसलिए चुप रहते थे और वोट बैंक का डर था.

केंद्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा, नरेंद्र मोदी के आने के बाद आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई गई. हमारे आने के बाद जब उरी और पुलवामा में हमले हुए तो हमने 10 दिन के अंदर पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर करारा जवाब दिया.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,