चीन में ‘Made in Russia’ सामान से भर रहे बाजार, लोगों में क्यों बढ़ गया रूस प्रेम

चीन में रूसी उत्पादों की मांग में जबरदस्त इज़ाफा हुआ है. रूस-चीन व्यापारिक संबंधों में मबूती के कारण चीन के बाजारों में रूसी सामानों की भरमार है. अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते चीन रूस के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक सहारा बना है और देश में हजारों नए स्टोर खोले गए हैं जो रूसी उत्पाद बेच रहे हैं.

Mar 16, 2025 - 07:57
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चीन में ‘Made in Russia’ सामान से भर रहे बाजार, लोगों में क्यों बढ़ गया रूस प्रेम
चीन में ‘Made in Russia’ सामान से भर रहे बाजार, लोगों में क्यों बढ़ गया रूस प्रेम

चीन और रूस की पार्टनरशिप इस समय अपने सबसे अच्छे दौर से गुजर रही है और इसका असर चीन के बाजारों में देखने मिल रहा है. चीन की दुकानों के बाहर सामने सफेद, नीले और लाल रंग की सजावट की गई है, छत से चीनी और रूसी झंडे एक साथ लटके हुए हैं. अंदर अलमारियों में रूसी सामान की भरमार है, जिसमें चॉकलेट और कुकीज़ से लेकर शहद और वोडका तक है.

हाल के दिनों में चीन में रूसी निर्मित सामानों में डील करने वाले पॉप-अप स्टोर बहुत तेजी से खुल रहे हैं. उनके प्रसार ने कुछ निवासियों को हैरान कर दिया है, चीनी सोशल मीडिया पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि ये स्टोर रातोंरात कैसे खुल गए.

2022 में व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के बाद से बीजिंग और मॉस्को के बीच व्यापार संबंधों बढ़ गए हैं. चीन इस समय रूस का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है और दोनों देशों के बीच का व्यापार यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद 2022 में 190 बिलियन डॉलर दर्ज किया गया था. जिसके बाद से ये लगातार बढ़ रहा है.

चीन ने रूसी सामान को दिया जीवनदान

अमेरिकी प्रतिबंधों की वजह से चीन रूसी सामान के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक जीवन रेखा बन गया है. चीन प्रतिबंधों को बाईपास कर रूस से बड़े पैमाने पर सामान खरीद रहा है. सस्ते रूसी तेल, गैस और कोयले के अलावा चीन रूस से आइसक्रीम, मीठे बिस्कुट और दूध पाउडर आदि भी खरीद रहा है. जो दिखाता है कि रूस की आम जनता भी चीन सामान को खूब पसंद कर रही है.

चीनियों की इस पसंद का फायदा उठाने के लिए देश भर में हजारों ऐसे स्टोर खोले गए हैं, जो रूसी प्रोडक्ट में डील करते हैं.

चीन कंपनियां उठा रही फायदा

चीन के बिजनेस रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले तीन सालों में रूसी प्रोडक्ट में कारोबार करने के लिए 2,500 से ज्यादा नई कंपनियां रजिस्टर्ड की गई हैं, जिनमें से लगभग आधी कंपनियां पिछले साल ही पंजीकृत हुई हैं. रूसी सामान की बढ़ती मांग की एक वजह इसका सस्ता और अच्छा होना है. कुछ खबरों में दावा किया गया कि रूस और चीन बार्टर सिस्टम के अलावा क्रिप्टो में भी व्यापार कर रहे हैं.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,