ईद पर 9 दिन की छुट्टी फिर भी टेंशन में क्यों हैं बांग्लादेश के मुसलमान?

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने ईद पर नौ दिन की छुट्टी घोषित की है, लेकिन बढ़ती महंगाई ने त्योहार का जश्न फीका कर दिया है. आलू, चीनी, प्याज और चिकन की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है. सरकार द्वारा की गई पहलों के बावजूद महंगाई काबू नहीं हो पा रही है, जिससे आम जनता परेशान है.

Mar 21, 2025 - 11:09
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ईद पर 9 दिन की छुट्टी फिर भी टेंशन में क्यों हैं बांग्लादेश के मुसलमान?
ईद पर 9 दिन की छुट्टी फिर भी टेंशन में क्यों हैं बांग्लादेश के मुसलमान?

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने ईद पर 9 दिन की छुट्टी देने का ऐलान किया है. सरकार का कहना है कि ईद पर सरकारी नौकरी करने वाले मुलमान पूरे 9 दिन तक छुट्टी पर रह सकते हैं. इसको लेकर बीच रमज़ान में अधिसूचना जारी की गई है. दिलचस्प बात है कि ईद पर लंबी छुट्टी मिलने के बावजूद बांग्लादेश के मुसलमान परेशान हैं.

परेशानी की वजह देश में लगातार बढ़ती महंगाई है. महंगाई की वजह से लोगों का त्योहार फीका हो गया है. सरकार के तमाम दावों के बावजूद महंगाई पर रोक नहीं लग पाई है.

आलू 30 तो चीनी 120 टका किलो

द डेली स्टार के मुताबिक बांग्लादेश के थोक बाजार में आलू 30 टका किलो बिक रहा है. भारतीय करेंसी में यह करीब 22 रुपए के आसपास है. इसी तरह चीनी 120 टका किलो बिक रहा है. बांग्लादेश में प्याज की कीमत 50 टका प्रति किलो है.

बांग्लादेश में चिकेन की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक रमज़ान में भारी डिमांड की वजह से बांग्लादेश में चिकन की कीमतों में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. वो भी तब, जब सरकार कई जगहों पर खुद स्टॉल लगाकर चिकन बेच रही है.

बांग्लादेश में सोयाबीन तेल और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमत में भी आग लगी हुई है. बाजार के मुताबिक बांग्लादेश में बैगन 90 टका किलो बिक रहा है. टमाटर की कीमत भी 30 टका प्रति किलो है.

बांग्लादेश में 15 करोड़ मुसलमान

बांग्लादेश मुस्लिम बहुल देश है. यहां की कुल आबादी का करीब 91 प्रतिशत मुसलमान हैं. संख्या के हिसाब से देखा जाए तो बांग्लादेश में मुसलमानों की आबादी करीब 15 करोड़ है, जो एशिया में भारत और पाकिस्तान के बाद सबसे ज्यादा है.

बांग्लादेश में महंगाई में बढ़ोतरी की मुख्य वजह भारत से खराब रिश्ते का होना है. बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार ने व्यापार को कम करने का फैसला किया है, जिसके कारण लगातार वहां खाद्य संकट देखा जा रहा है.

हाल ही में महंगाई को कम करने के लिए बांग्लादेश की सरकार ने कई बड़े फैसले किए थे, जिसमें खाद्य पदार्थों पर से टैक्स कम करना प्रमुख था. इसके अलावा सरकार ने खुद से बड़े शहरों में खाद्य पदार्थ बेचने का फैसला किया था.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,