बच्चों के लिए बहुत काम का है 'अपार कार्ड'
'अपार कार्ड' का पूरा नाम 'आटोमेटेड परमानेंट अकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री' है। इसका मतलब सरकार बच्चों का 12 अंकों एक ऐसा आइडी कार्ड बनाएगी, जो बचपन से लेकर उनकी पढ़ाई खत्म होने तक स्थायी रहेगा।
![बच्चों के लिए बहुत काम का है 'अपार कार्ड'](https://bharatiya.news/uploads/images/202401/image_870x_65a2b89aa30b2.jpg)
बच्चों के लिए बहुत काम का है 'अपार कार्ड'
आधार कार्ड अब हमारी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। राशन की दुकान से लेकर सिम कार्ड लेने तक में ये आपके हमारे काम आता है। अब ऐसा ही एक और कार्ड सरकार बच्चों के लिए बनाने जा रही है। ये आने वाले समय में उनकी स्कूल की पढ़ाई- लिखाई से लेकर कालेज में प्रवेश लेने और नौकरी ढूंढने तक में मदद करेगा। इसका नाम सरकार ने 'अपार आइडी कार्ड' रखा है। अब ये बनता कैसे है, इसके क्या-क्या फायदे हैं, यहां आपको सारी जानकारी मिलेगीमिलेगी।
*******************************************************
क्या है 'अपार कार्ड'
'अपार कार्ड' का पूरा नाम 'आटोमेटेड परमानेंट अकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री' है। इसका मतलब सरकार बच्चों का 12 अंकों एक ऐसा आइडी कार्ड बनाएगी, जो बचपन से लेकर उनकी पढ़ाई खत्म होने तक स्थायी रहेगा। उनके स्कूल बदलने पर भी उनकी ' अपार आइडी' एक ही रहेगी। ये उनके आधार कार्ड से अलग होगा और आपस में लिंक होगा। इसमें उनकी सभी जानकारी स्वयं से बदलती जाएंगी।
*******************************************************
कैसे बनेगा यह कार्ड
'अपार कार्ड' बनवाने के लिए विद्यार्थी के पास आधार कार्ड होना जरूरी है। वहीं 'डिजिलाकर' पर उसका खाता होना भी जरूरी है। इससे विद्यार्थी की ई-केवाईसी पूरी की जाएगी। 'अपार कार्ड' छात्र-छात्राओं को उनके स्कूल या कालेज जारी करेंगे। इसके लिए पंजीकरण बच्चों के माता-पिता की सहमति से होगा। माता-पिता किसी भी समय अपनी सहमति को समाप्त भी कर सकते हैं। स्कूल और कालेज के विद्यार्थियों को एक आवेदन पत्र दिया जाएगा, जिसे वे अपने माता-पिता से भरवाकर जमा कर सकते हैं। अभिभावकों की सहमति के बाद ही स्कूल या कालेज बच्चों का 'अपार कार्ड' बना सकेंगे। अपार कार्ड बनवाने के लिए आपको एक भी पैसा फीस के लिए नहीं देना होगा।
*******************************************************
कार्ड से छात्रों के लिए लाभ
कार्ड धारक छात्रों को बस यात्रा में सबसिडी मिल सकती है। कार्ड धारक छात्रों को परीक्षाओं के लिए शुल्क देने में भी आसानी मिल सकती है। इस कार्ड से छात्रों को सरकारी संग्रहालयों में निशुल्क प्रवेश मिल सकता है। छात्रों को किताबों और स्टेशनरी पर की छूट मिल सकती है। मनोरंजन पार्कों और छात्रावास के लिए सबसिडी में छूट मिल सकती है। कुछ लोग अभी भी इस बात से संशय में है कि आधार कार्ड और अपार कार्ड एक ही चीज है तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। आधार कार्ड हर एक नागरिक के भारत का मूल निवासी होने का प्रमाण है, जो पढ़े लिखे और गैरशिक्षित सभी लोगों का बन सकता है लेकिन अपार कार्ड की बात करें तो यह केवल उन्हीं विद्यार्थियों का बनता है जो किसी शिक्षण संस्थान से शिक्षा प्राप्त कर रहे होते हैं।
What's Your Reaction?
![like](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/like.png)
![dislike](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/dislike.png)
![wow](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/wow.png)
![sad](https://bharatiya.news/assets/img/reactions/sad.png)