US: ट्रंप के किस आदेश के बाद पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी का रोका गया फंड

अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी की 175 मिलियन डॉलर की फंडिंग सस्पेंड कर दी है. इस कदम के पीछे यूनिवर्सिटी की ट्रांसजेंडर स्पोर्ट्स पॉलिसी बताया गया है. हालांकि, यूनिवर्सिटी ने कहा कि उन्हें अभी फंडिंग सस्पेंड करने को लेकर आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है.

Mar 20, 2025 - 05:47
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US: ट्रंप के किस आदेश के बाद पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी का रोका गया फंड
US: ट्रंप के किस आदेश के बाद पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी का रोका गया फंड

अमेरिका में व्हाइट हाउस ने बुधवार को कहा कि ट्रंप प्रशासन ने पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी की 175 मिलियन डॉलर की फंडिंग सस्पेंड कर दी है. यूनिवर्सिटी की यह फंडिंग सस्पेंड करने के पीछे की वजह यूनिवर्सिटी की ट्रांसजेंडर खेल नीतियों को बताया गया है.

यह कदम इसीलिए उठाया गया है जिससे यूनिवर्सिटी ट्रंप शासन की नीतियों के तहत काम करें. दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश जारी किया है जो ट्रांसजेंडर लड़कियों और महिलाओं को स्कूलों और यूनिवर्सिटी में महिलाओं के खेलों में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित करता है. इसी के चलते अब पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी की ट्रांसजेंडर पॉलिसी को लेकर फंडिंग को सस्पेंड कर दिया है.

यूनिवर्सिटी ने क्या कहा?

आइवी लीग यूनिवर्सिटी, जिसने 2022 में राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं जब एक ट्रांसजेंडर छात्र एथलीट ने वुमेन स्विमिंग टीम में हिस्सा लिया. इस यूनिवर्सिटी ने कहा कि उन्हें अभी फंड को निलंबित करने की कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों के जरिए उन्हें इसके बारे में पता चला है.

क्यों उठाया गया कदम?

इस कदम को उठाने के पीछे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आदेश है. पिछले महीने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत ट्रांसजेंडर एथलीटों को सिर्फ महिला स्कूल खेलों में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित किया गया है. इस आदेश के तहत ट्रांसजेंडर लोग महिलाओं के स्पोर्ट्स में शामिल नहीं हो सकते हैं. इसी के साथ उन्होंने सेना में भी ट्रांसजेंडर लोगों के शामिल होने पर बैन लगा दिया है.

लोगों ने क्या कहा?

ट्रंप के इस आदेश के बाद देश में दो कुछ लोगों ने इस कदम की आलोचना की तो वहीं कुछ इसके समर्थन में नजर आए. आलोचकों का कहना है कि इस कदम ने एथलीटों के एक छोटे से अल्पसंख्यक वर्ग के अधिकारों का उल्लंघन किया है, जबकि आदेश के समर्थकों का कहना है कि यह महिलाओं के खेलों में निष्पक्षता लेकर आएगा. यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि पेंसिल्वेनिया ने एथेलीट टीमों में छात्रों की भागीदारी के संबंध में हमेशा एनसीएए और आइवी लीग नीतियों का पालन किया है.

ट्रांसजेंडर महिला ने बनाया था रिकॉर्ड

इस यूनिवर्सिटी से दो साल पहले तैराक लिया थॉमस जोकि एक ट्रांसजेंडर हैं उन्होंने रिकॉर्ड बनाया था. वो यूनिवर्सिटी की महिला टीम में मैदान में उतरी थी और एनसीएए ( नेशनल कॉलेजिएट एथलेटिक एसोसिएशन) डिवीजन 1 चैंपियनशिप जीतने वाली पहली ट्रांसजेंडर महिला बनी थीं.

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आदेश सामने आने के बाद एनसीएए (अमेरिकी कॉलेजिएट खेलों के लिए शासी निकाय) ने भी कदम उठाया और महिला स्पोर्ट्स में सिर्फ जन्म से ही जो महिलाएं हैं उन्हें शामिल होने की इजाजत दी.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,