विनेश आप चैंपियनों में चैंपियन हो: नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री 

भारत सरकार व पूरा देश उनके साथ है। हम विनेश को हर तरह से भावनात्मक और मेडिकल सहयोग प्रदान कर रहे हैं। - पीटी ऊषा, अध्यक्ष, आइओए 

Aug 8, 2024 - 06:23
Aug 8, 2024 - 06:23
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विनेश आप चैंपियनों में चैंपियन हो: नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री 

100 ग्राम से चूकीं विनेश, सदमे में देश

विनेश फोगाट के ओलिंपिक सफर का दुखद अंत वजन अधिक होने के कारण अयोग्य घोषित

छह अगस्त को पहली बाउट से पहले विनेश का वजन 49.9 किग्रा सेमीफाइनल के बाद विनेश का वजन 52.7 किग्रा
सात अगस्त की सुबह फाइनल से पहले वजन 50.1 किग्रा 

• प्रधानमंत्री ने आइओए अध्यक्ष पीटी ऊषा से की बात, अपील को यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने किया खारिज
• फाइनल में पहुंचने वाली एकमात्र भारतीय महिला पहलवान विनेश ने खेल पंचाट में की अपील
• पंचाट का निर्णय पक्ष में आने पर संयुक्त रूप से रजत पदक की हकदार होंगी भारतीय पहलवान

विनेश आप चैंपियनों में चैंपियन हो। आप भारत का गौरव हो और हर भारतीय के लिये प्रेरणास्रोत हो। आज के झटके से दुख पहुंचा है। काश में शब्दों में बता पाता कि इस समय कितना मायूस हूं। लेकिन मुझे पता है कि आप फिर वापसी करोगी। मजबूती से वापसी करो। हम सभी आपके साथ हैं। - नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री 


मंगलवार की रात को जब 140 करोड़ भारतीय इस उम्मीद में सोए थे कि भारत की सबसे बड़ी महिला पहलवान विनेश फोगाट बुधवार को देश को स्वर्णिम खुशी देंगी, तब वह रस्सी कूद, साइकिलिंग और सोना बाथ वजन कम करने में जुटी थीं। उनका खून भी निकाला गया लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, विनेश का पसीना निकलना बंद हो गया, वह पूरी तरह से डिहाइड्रेट हो गईं, वजन 50.1 किग्रा पर अटक गया। उनके पास मौजूद फिजियो और मुख्य कोच के हाथ पांव फूल गए। बाल काटे गए, कपड़े छोटे किए गए क्योंकि अगर वजन और कम करने का प्रयास किया जाता तो विनेश की जान को भी खतरा हो सकता था लेकिन भाग्य और नियमों ने 100 ग्राम का ऐसा घोखा दिया कि स्वर्ण तो छोड़ो रजत भी झोली से फिसल गया।


PARIS 2024 के सहारे अपना  मूलतः 53 किग्रा भार वर्ग में कुश्ती लड़ने वाली विनेश को इस वर्ग में अंतिम पंघाल के क्वालीफाई करने के कारण 50 किग्रा भार वर्ग में उतरना पड़ा। उन्होंने मंगलवार को पेरिस में पहले दौर में विश्व की नंबर वन व गत ओलिंपिक चैंपियन जापान की यूई सुसाकी और क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की ओसाना लिवाक को हराकर तहलका मचा दिया। इसके बाद उन्होंने सेमीफाइनल में क्यूबा की पैन अमेरिकन चैंपियन लोपेज गजमैन को हराकर फाइनल में जगह बनाई। वह ओलिंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान थीं। सभी भारतीयों को लग रहा था कि अब तो भारत का एक पदक पक्का हो गया तो बुधवार की सुबह भार कराते समय विनेश का वजन 100 ग्राम ज्यादा निकला।

छह अगस्त को पहली बाउट से पहले विनेश का वजन 49.9 किग्रा था। सेमीफाइनल के बाद विनेश ने एनर्जी ड्रिंक ली और भोजन किया तो उनका वजन 52.7 किलोग्राम हो गया। उन्होंने मंगलवार की पूरी रात वजन कम करने की कोशिश की, लेकिन बुधवार को वजन देने के समय उनका भार 50.1 किग्रा पाया गया। भारतीय दल ने वजन कम करने के लिए थोड़ा और समय देने की विनती की, लेकिन कोई राहत नहीं मिली देशभर में निराशा और साजिश की आशंका के बीच विनेश को अयोग्य घोषित करने का मुद्दा लोकसभा में भी गूंजा। खेल मंत्री मनसुख मांडविया या ने ने बताया कि इस मामले में खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय ओलिंपिक संघ (आइओए) की अध्यक्ष पीटी ऊषा से बात की है और जरूरी कार्रवाई करने को कहा है। इसके बाद आइओए अध्यक्ष ने इस निर्णय के विरुद्ध कुश्ती की वैश्विक संस्था युनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) से अपील की, लेकिन वैश्विक संस्था ने नियमों का हवाला देते हुए कहा कि अब कुछ नहीं हो सकता है। बाद में विनेश ने खेल पंचाट में संयुक्त रूप से रजत पदक देने की अपील की जिस पर गुरुवार को निर्णय आ सकता है।

अगर निर्णय पक्ष में आया तो विनेश को संयुक्त रूप से रजत पदक दिया जाएगा। भारतीय दल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दिनशा पादरीवाला ने बताया कि विनेश का वजन कम करने के लिए हरसंभव प्रयास किया गया। उन्होंने 12 घंटे पानी नहीं पिया था। डिहाइड्रेशन की वजह से उन्हें खेल गांव के पाली क्लीनिक में भर्ती कराना पड़ा। विनेश से सेमीफाइनल में हारीं क्यूबा की पहलवान लोपेज गजमैन को फाइनल में अमेरिका की सारा एन. से खेलने का अवसर मिला। जहां सारा ने लोपेज को 3-0 से हराकर स्वर्ण जीता। लोपेज को रजत मिल गया। 

विनेश को अयोग्य घोषित किया जाना बहुत ही चौकाने वाला है। मैंने उनसे खेल गांव के पाली क्लीनिक में मुलाकात की है। आइओए, भारत सरकार व पूरा देश उनके साथ है। हम विनेश को हर तरह से भावनात्मक और मेडिकल सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
- पीटी ऊषा, अध्यक्ष, आइओए 

नियम से ऊपर कोई नहीं है। विनेश के साथ जो हुआ उसका मुझे दुख है, भले ही वजन थोड़ा ही ज्यादा था लेकिन हमें नियम का सम्मान करना होगा। अब कुछ नहीं किया जा सकता। - नेनाद लालोविक, अध्यक्ष यूडब्ल्यूडब्ल्यू 

क्या है नियम: यूडब्ल्यूडब्ल्यू के नियम के अनुसार, ओलिंपिक में दो बार वजन लिया जाता है। एक बार शुरुआती बाउट से पहले और दूसरा पदक की बाउट से पहले। अगर कोई खिलाड़ी पहले और दूसरी बार वजन कराने के समय उपस्थित नहीं होता या उसका वजन ज्यादा है तो उसे अयोग्य बताकर अंतिम स्थान पर रखा जाता है। उसे कोई रैंक नहीं दी जाती। यही वजह है कि विनेश को अब पदक नहीं मिलेगा। 

53 किग्रा भार वर्ग में मूलतः खेलती हैं विनेश फोगाट, इस ओलिंपिक में 50 किग्रा में उतरी थीं

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