घर पर कंपोस्ट खाद बनाते समय सावधानियाँ

"घर पर कंपोस्ट खाद बनाते समय किन चीजों से बचें? जानें कौन सा कचरा खाद में नहीं डालना चाहिए और कैसे बनाएं प्राकृतिक जैविक खाद। मेरठ प्रांत के पर्यावरण संरक्षण अभियान से जुड़ें। #कंपोस्टिंग #जैविक_खाद" घर पर कंपोस्ट खाद बनाते समय सावधानियाँ, Precautions while making compost at home,

Apr 30, 2025 - 11:06
Apr 30, 2025 - 11:08
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घर पर कंपोस्ट खाद बनाते समय सावधानियाँ
गार्डन के लिए जैविक खाद,

घर पर कंपोस्ट खाद बनाते समय सावधानियाँ

  • कंपोस्ट खाद बनाने में कौन सी चीजें नहीं डालनी चाहिए

  • क्या प्याज और लहसुन के छिलके खाद में डाल सकते हैं

  • पालतू जानवरों का मल खाद के लिए सुरक्षित है या नहीं

पर्यावरण संरक्षण गतिविधि, मेरठ प्रांत

घर पर कंपोस्टिंग करना पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ जीवन शैली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कचरे को कम करने के साथ-साथ उपजाऊ खाद तैयार करने का एक शानदार तरीका है। हालाँकि, सही तरीके से कंपोस्ट बनाने के लिए कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए, विशेषकर भारतीय जलवायु और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए।

किन चीजों को कंपोस्ट में नहीं डालना चाहिए?

हर बायोडिग्रेडेबल (जैविक रूप से अपघटनीय) वस्तु खाद के लिए उपयुक्त नहीं होती। कुछ चीजें कंपोस्ट प्रक्रिया को धीमा कर सकती हैं, दुर्गंध पैदा कर सकती हैं या हानिकारक बैक्टीरिया को आकर्षित कर सकती हैं। निम्नलिखित वस्तुओं को कंपोस्ट में शामिल नहीं करना चाहिए:

  1. पका हुआ भोजन और तेल युक्त खाद्य पदार्थ

    • ये चूहों, मक्खियों और अन्य कीटों को आकर्षित करते हैं, खासकर गर्म और आर्द्र मौसम में।

  2. मांस, मछली और डेयरी उत्पाद

    • ये धीरे-धीरे विघटित होते हैं, दुर्गंध पैदा करते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ावा दे सकते हैं।

  3. चमकदार कागज और रसीदें

    • इनमें सिंथेटिक कोटिंग या जहरीली स्याही होती है, जो खाद को दूषित कर सकती है।

  4. नारियल के खोल और बड़ी शाखाएँ

    • ये बिना कटे-फटे होने पर विघटित होने में बहुत समय लेते हैं। इन्हें पहले छोटे टुकड़ों में काट लेना चाहिए।

  5. पालतू जानवरों का मल (कुत्ते और बिल्लियों का)

    • इनमें हानिकारक रोगाणु हो सकते हैं, जो खाद को दूषित कर सकते हैं और बगीचे के लिए असुरक्षित बना सकते हैं।

  6. खट्टे फलों के छिलके, प्याज और लहसुन (अधिक मात्रा में)

    • थोड़ी मात्रा में ठीक है, लेकिन अधिक मात्रा में ये खाद बनाने वाले सूक्ष्मजीवों और केंचुओं को नुकसान पहुँचा सकते हैं।

  7. चाय की थैलियाँ (प्लास्टिक युक्त)

    • कई भारतीय ब्रांड्स की चाय की थैलियों में प्लास्टिक की जाली होती है, जो खाद में मिलकर माइक्रोप्लास्टिक का कारण बन सकती है। हमेशा लेबल जाँचें या केवल पत्ती वाली चाय का उपयोग करें।

कंपोस्टिंग के लिए सुझाव

  • हरे (नाइट्रोजन युक्त) और भूरे (कार्बन युक्त) पदार्थों का संतुलन बनाएँ।

  • खाद को नियमित रूप से पलटें ताकि ऑक्सीजन का प्रवाह बना रहे।

  • नमी बनाए रखें, लेकिन ज्यादा गीला न होने दें।

कंपोस्टिंग एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका है जिससे हम अपने कचरे को कम कर सकते हैं और मिट्टी को उपजाऊ बना सकते हैं। सही तरीके से कंपोस्ट बनाकर हम पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकते हैं।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,