शायरी तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता

Aug 14, 2024 - 05:40
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तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता,

कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता।

तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है।

आत्मा से अच्छा कोई गुरु नहीं है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार