विकसित भारत, विकसित मध्य प्रदेश कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ

अबकी बार, 400 पार, अबकी बार, 400 पार! पहली बार ऐसा हुआ है जब जनता ने खुद अपनी प्रिय सरकार की वापसी के लिए ऐसा नारा बुलंद कर दिया है।

Feb 29, 2024 - 21:44
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विकसित भारत, विकसित मध्य प्रदेश कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ

विकसित भारत, विकसित मध्य प्रदेश कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ

'विकसित राज्य से विकसित भारत अभियान' में आज हम मध्य प्रदेश के हमारे भाई-बहनों के साथ जुड़ रहे हैं। लेकिन इस पर बात करने से पहले मैं डिंडोरी सड़क हादसे पर अपना दुख व्यक्त करता हूं। इस हादसे में जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं। जो लोग घायल हैं, उनके उपचार की हर व्यवस्था सरकार कर रही है। दुख की इस घड़ी में, मैं मध्य प्रदेश के लोगों के साथ हूं।

इस समय एमपी की हर लोकसभा-विधानसभा सीट पर, विकसित मध्य प्रदेश के संकल्प के साथ लाखों साथी जुड़े हैं। बीते कुछ दिनों से देश के अलग-अलग राज्यों ने ऐसे ही विकसित होने का संकल्प लिया है। क्योंकि भारत तभी विकसित होगा, जब राज्य विकसित होंगे। आज इस संकल्प यात्रा से मध्य प्रदेश जुड़ रहा है। मैं आप सभी का अभिनंदन करता हूं।

कल से ही एमपी में 9 दिन का विक्रमोत्सव शुरु होने वाला है। ये हमारी गौरवशाली विरासत और वर्तमान के विकास का उत्सव है। हमारी सरकार विरासत और विकास को कैसे एक साथ लेकर चलती है, इसका प्रमाण उज्जैन में लगी वैदिक घड़ी भी है। बाबा महाकाल की नगरी कभी पूरी दुनिया के लिए काल गणना का केंद्र थी। लेकिन उस महत्व को भुला दिया गया था। अब हमने विश्व की पहली "विक्रमादित्‍य वैदिक घड़ी" फिर से स्थापित की है। ये सिर्फ अपने समृद्ध अतीत को पुन: याद करने का सिर्फ अवसर भर है, ऐसा नहीं है। ये उस कालचक्र की भी साक्षी बनने वाली है, जो भारत को विकसित बनाएगा।

आज, एमपी की सभी लोकसभा सीटों को, एक साथ लगभग 17 हज़ार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाएं मिली हैं। इनमें पेयजल और सिंचाई की परियोजनाएं हैं। इनमें बिजली, सड़क, रेल, खेल परिसर, सामुदायिक सभागार, और अन्य उद्योगों में जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं। कुछ दिन पहले ही एमपी के 30 से अधिक रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण पर भी काम शुरु हुआ है। भाजपा की डबल इंजन सरकार ऐसे ही डबल स्पीड से विकास कर रही है। ये परियोजनाएं एमपी के लोगों का जीवन आसान बनाएंगी, यहां निवेश और नौकरियों के नए अवसर बनाएंगी। इसके लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई। 

आज चारों तरफ एक ही बात सुनाई देती है- अबकी बार, 400 पार, अबकी बार, 400 पार! पहली बार ऐसा हुआ है जब जनता ने खुद अपनी प्रिय सरकार की वापसी के लिए ऐसा नारा बुलंद कर दिया है। ये नारा बीजेपी ने नहीं बल्कि देश की जनता-जनार्दन का दिया हुआ है। मोदी की गारंटी पर, देश का इतना विश्वास भाव-विभोर करने वाला है। 

हमारे लिए ये सिर्फ तीसरी बार सरकार बनाने का सिर्फ लक्ष्य है, ऐसा नहीं है। हम तीसरी बार में, देश को तीसरी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए चुनाव में उतर रहे हैं। हमारे लिए सरकार बनाना अंतिम लक्ष्य नहीं है, हमारे लिए सरकार बनाना, देश बनाने का माध्यम है। यही हम मध्य प्रदेश में भी देख रहे हैं। बीते 2 दशक से निरंतर आप हमें अवसर दे रहे हैं। आज भी विकास के लिए कितनी उमंग, कितना उत्साह है, ये आपने नई सरकार के बीते कुछ महीनों में  देखा है। और अभी मैं, मेरे सामने स्क्रीन पर देख रहा हूं, लोग ही लोग नज़र आ रहे हैं। वीडियो  कांफ्रेंस पर कार्यक्रम हो और 15 लाख से ज्यादा लोग जुड़े हों, 200 से अधिक स्थानों पर जुड़े हों। ये घटना सामान्य नहीं है और मैं, मेरी आंखों से यहां सामने देख रहा हूं टीवी पर। कितना उत्साह है, कितना उमंग है, कितना जोश दिखाई दे रहा है, मैं फिर एक बार मध्यप्रदेश के भाइयों के इस प्यार को नमन करता हूं, आपके इस आशीर्वाद को प्रणाम करता हूं।         

विकसित मध्य प्रदेश के निर्माण के लिए डबल इंजन सरकार खेती, उद्योग और टूरिज्म, इन तीनों पर बहुत बल दे रही है। आज माँ नर्मदा वहां पर बन रही तीन जल परियोजनाओं का भूमिपूजन हुआ है। इन परियोजनाओं से आदिवासी क्षेत्रों में सिंचाई के साथ-साथ पेयजल की समस्या का भी समाधान होगा। सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में हम एक नई क्रांति होते देख रहे हैं। केन-बेतवा लिंक परियोजना से बुंदेलखंड के लाखों परिवारों का जीवन बदलने वाला है। जब किसान के खेत तक पानी पहुंचता है, तो इससे बड़ी सेवा उसकी क्या हो सकती है। भाजपा सरकार और कांग्रेस की सरकार के बीच का क्या अंतर होता है, इसका उदाहरण सिंचाई योजना भी है। 2014 से पहले के 10 वर्षों में देश में लगभग 40 लाख हेक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई के दायरे में लाया गया था। लेकिन बीते 10 वर्ष के हमारे सेवाकाल में इसका दोगुना यानि लगभग 90 लाख हेक्टेयर खेती को सूक्ष्म सिंचाई से जोड़ा गया है। ये दिखाता है कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता क्या है। ये दिखाता है कि भाजपा सरकार यानि गति भी, प्रगति भी।

छोटे किसानों की एक और बड़ी परेशानी, गोदाम की कमी की रही है। इसके कारण छोटे किसानों को औने-पौने दाम पर अपनी उपज मजबूरी में बेचनी पड़ती थी। अब हम भंडारण से जुड़ी दुनिया की सबसे बड़ी योजना पर काम कर रहे हैं। आने वाले वर्षो में देश में हजारों की संख्या में बड़े गोदाम बनाए जाएंगे। इससे 700 लाख मीट्रिक टन अनाज के भंडारण की व्यवस्था देश में बनेगी। इस पर सरकार सवा लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने जा रही है।

हमारी सरकार गांव को आत्मनिर्भर बनाने पर बहुत बल दे रही है। इसके लिए सहकारिता का विस्तार किया जा रहा है। अभी तक हम दूध और गन्ने के क्षेत्र में सहकारिता के लाभ देख रहे हैं। भाजपा सरकार, अनाज, फल-सब्ज़ी, मछली, ऐसे हर सेक्टर में सहकारिता पर बल दे रही है। इसके लिए लाखों गांवों में सहकारी समितियों का, सहकारी संस्थानों का गठन किया जा रहा है।

कोशिश यही है कि खेती हो, पशुपालन हो, मधुमक्खी पालन हो, मुर्गीपालन हो, मछलीपालन हो, हर प्रकार से गांव की आय बढ़े।

गांव के विकास में अतीत में एक और बहुत बड़ी समस्या रही है। गांव की ज़मीन हो, गांव की प्रॉपर्टी हो, उसको लेकर अनेक विवाद रहते थे। गांव वालों को जमीन से जुड़े छोटे-छोटे काम के लिए तहसीलों के चक्कर काटने पड़ते थे। अब ऐसी समस्याओं का हमारी डबल इंजन की सरकार, पीएम स्वामित्व योजना के जरिए स्थाई समाधान निकाल रही है। और मध्य प्रदेश तो स्वामित्व योजना के तहत बहुत अच्छा काम कर रहा है। मध्य प्रदेश में शत-प्रतिशत गांवों का ड्रोन से सर्वे किया जा चुका है। अभी तक 20 लाख से अधिक स्वामित्व कार्ड दिए जा चुके हैं। ये जो गांव के घरों के कानूनी दस्तावेज़ मिल रहे हैं, इससे गरीब कई तरह के विवादों से बचेगा। गरीब को हर मुसीबत से बचाना ही तो मोदी की गारंटी है। आज मध्यप्रदेश के सभी 55 जिलों मेँ साइबर तहसील कार्यक्रम का भी विस्तार किया जा रहा है। अब नामांतरण, रजिस्ट्री से जुड़े मामलों का समाधान डिजिटल माध्यम से ही हो जाएगा। इससे भी ग्रामीण परिवारों का समय भी बचेगा और खर्च भी बचेगा। 

मध्य प्रदेश के नौजवान चाहते हैं कि एमपी देश के अग्रणी औद्योगिक राज्यों में से एक बने। मैं एमपी के हर नौजवान को, विशेष रूप से फर्स्ट टाइम वोटर को कहूंगा कि, आपके लिए बीजेपी सरकार नए अवसर बनाने में कोई कसर बाकी नहीं रख रही। आपके सपने ही मोदी का संकल्प है। मध्य प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत का, मेक इन इंडिया का एक मज़बूत स्तंभ बनेगा। मुरैना के सीतापुर में मेगा लेदर एंड फुटवेयर क्लस्टर, इंदौर में रेडीमेड गारमेंट इंडस्ट्री के लिए पार्क, मंदसौर के इंडस्ट्रियल पार्क का विस्तार, धार इंडस्ट्रियल पार्क का नया निर्माण, ये सब कुछ इसी दिशा में उठाए जा रहे कदम हैं। कांग्रेस की सरकारों ने तो मैन्युफेक्चरिंग की हमारी पारंपरिक ताकत को भी बर्बाद कर दिया था। हमारे यहां खिलौना बनाने की कितनी बड़ी परंपरा रही है। लेकिन स्थिति ये थी कि कुछ साल पहले तक हमारे बाज़ार और हमारे घर विदेशी खिलौनों से ही भरे पड़े थे। हमने देश में खिलौना बनाने वाले अपने पारंपरिक साथियों को, विश्वकर्मा परिवारों को मदद दी। आज विदेशों से खिलौनों का आयात बहुत कम हो गया है। बल्कि जितने खिलौने हम आयात करते थे, उससे ज्यादा खिलौने आज निर्यात कर रहे हैं। हमारे बुधनी के खिलौना बनाने वाले साथियों के लिए भी अनेक अवसर बनने वाले हैं। आज बुधनी में जिन सुविधाओं पर काम शुरु हुआ है, उससे खिलौना निर्माण को बल मिलेगा।

जिनको कोई नहीं पूछता, उनको मोदी पूछता है। देश में ऐसे पारंपरिक काम से जुड़े साथियों की मेहनत का प्रचार करने का जिम्मा भी अब मोदी ने उठा लिया है। मैं देश-दुनिया में आपकी कला, आपके कौशल का प्रचार कर रहा हूं और करता रहूंगा। जब मैं विदेशी अतिथियों को कुटीर उद्योग में बने सामान उपहार के रूप में देता हूं, तो आपका भी प्रचार करने का पूरा प्रयास करता हूं। जब मैं लोकल के लिए वोकल होने की बात करता हूं, तो आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए घर-घर एक प्रकार से बात पहुंचाता हूं।  

बीते 10 वर्षों में पूरे विश्व में भारत की साख बहुत अधिक बढ़ी है। आज दुनिया के देश भारत के साथ दोस्ती करना पसंद करते हैं। कोई भी भारतीय आज विदेश जाता है, तो उसको बहुत सम्मान मिलता है। भारत की इस बढ़ी हुई साख का सीधा लाभ निवेश में होता है, पर्यटन में होता है। आज अधिक से अधिक लोग भारत आना चाहते हैं। भारत आएंगे, तो एमपी आना तो बहुत स्वाभाविक है। क्योंकि एमपी तो अजब है, एमपी तो गजब है। पिछले कुछ वर्षों में ओंकारेश्वर और ममलेश्वर में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। ओंकारेश्वर आदि गुरु शंकराचार्य की स्मृति में विकसित किए जा रहे एकात्म धाम के निर्माण में, ये संख्या और बढ़ेगी। उज्जैन में 2028 में सिंहस्थ कुंभ भी होने वाला है। इंदौर के इच्छापुर से ओंकारेश्वर तक 4-लेन सड़क के बनने से श्रद्धालुओं को और सुविधा होगी। आज जिन रेल परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है, उससे भी मध्य प्रदेश की कनेक्टिविटी और सशक्त होगी। जब कनेक्टिविटी बेहतर होती है, तो खेती हो, पर्यटन हो या फिर उद्योग, हर किसी को लाभ होता है।

बीते 10 वर्ष में हमारी नारीशक्ति के उत्थान के रहे हैं। मोदी की गारंटी थी कि माताओं-बहनों के जीवन से हर असुविधा, हर कष्ट को दूर करने का ईमानदार प्रयास करुंगा। ये गारंटी मैंने पूरी ईमानदारी से पूरा करने का प्रयास किया है। लेकिन आने वाले 5 वर्ष हमारी बहनों-बेटियों के अभूतपूर्व सशक्तिकरण के होंगे। आने वाले 5 वर्षों में हर गांव में अनेक लखपति दीदियां बनेंगी। आने वाले 5 वर्षों में गांव की बहनें, नमो ड्रोन दीदियां बनकर, खेती मे नई क्रांति का आधार बनेंगी। आने वाले 5 वर्षों में बहनों की आर्थिक स्थिति में अभूतपूर्व सुधार आएगा। हाल में एक रिपोर्ट आई है। इसके मुताबिक, बीते 10 वर्षों में गरीब कल्याण के लिए जो काम हुए हैं, उससे गांव के गरीब परिवारों की आय तेज़ी से बढ़ रही है। रिपोर्ट के मुताबिक शहरों के मुकाबले गांव में आय ज्यादा तेज़ी से बढ़ रही है। बीते 10 वर्षों में 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए हैं। यानि बीजेपी सरकार सही दिशा में काम कर रही है। मुझे विश्वास है कि मध्य प्रदेश ऐसे ही तेजी से विकास की नई ऊंचाई प्राप्त करता रहेगा। एक बार फिर आप सभी को विकास कार्यों की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। और आज आप इतनी बड़ी तादाद में वीडियो कांफ्रेंस वाले कार्यक्रम में आए, आपने नया इतिहास बना दिया है। मैं आप सब भाई-बहनों का ह्दय से धन्यवाद करता हूं।  

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,