11 नवंबर की प्रमुख घटनाओं November History

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Nov 10, 2024 - 21:06
Nov 10, 2024 - 21:17
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11 नवंबर की प्रमुख घटनाओं November History

11 नवंबर की प्रमुख घटनाओं पर जानकारी दी गई है:

  1. 1208 - जर्मनी के राजा चुना जाना: 1208 में ओत्तो वान विटल्सबाश को जर्मनी का राजा चुना गया। ओत्तो ने राजसी अधिकार को स्थिर करने और साम्राज्य में शांति स्थापित करने के प्रयास किए। उनका शासन जर्मनी के मध्यकालीन इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

  2. 1675 - गुरु गोबिन्द सिंह का सिक्खों के गुरु बनना: 1675 में गुरु गोबिन्द सिंह को सिक्खों का दसवां गुरु नियुक्त किया गया। उन्होंने सिख धर्म को नई दिशा दी और 'खालसा पंथ' की स्थापना की, जिसने समुदाय को मजबूत और संगठित किया।

  3. 1745 - बोनी प्रिंस चार्ली की सेना का इंग्लैंड में प्रवेश: चार्ल्स एडवर्ड स्टुअर्ट, जिसे 'बोनी प्रिंस चार्ली' के नाम से जाना जाता है, की सेना ने इंग्लैंड में प्रवेश किया। यह जैकोबाइट विद्रोह का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य ब्रिटेन के सिंहासन को वापस पाना था।

  4. 1809 - कुण्डरा घोषणा: ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह का आह्वान करते हुए 1809 में 'कुण्डरा घोषणा' जारी की गई। यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रारंभिक आंदोलनों में से एक मानी जाती है, जिसने लोगों में देशप्रेम की भावना जागृत की।

  5. 1811 - कार्टाहेना की स्वतंत्रता: 1811 में कार्टाहेना ने खुद को स्पेन से स्वतंत्र घोषित किया। यह कोलंबिया के स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा था, जिसने लैटिन अमेरिकी देशों में स्पेनिश औपनिवेशिक नियंत्रण को चुनौती दी।

  6. 1836 - चिली का युद्ध घोषणा: चिली ने 1836 में बोलीविया और पेरु के खिलाफ युद्ध की घोषणा की। यह संघर्ष संसाधनों और क्षेत्रीय नियंत्रण के लिए था, जिसने दक्षिण अमेरिकी राष्ट्रों के बीच स्थायित्व को प्रभावित किया।

  7. 1905 - प्रिंस ऑफ वेल्स संग्रहालय: 1905 में प्रिंस ऑफ वेल्स ने मुंबई में 'प्रिंस ऑफ वेल्स संग्रहालय' की नींव रखी। यह संग्रहालय भारतीय इतिहास और कला के संरक्षण और प्रदर्शनी में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

  8. 1918 - पोलैंड की स्वतंत्रता: 1918 में पोलैंड ने खुद को एक स्वतंत्र राष्ट्र घोषित किया। यह घोषणा प्रथम विश्व युद्ध के बाद हुई, और पोलिश राष्ट्रीय पहचान की पुनः स्थापना में महत्वपूर्ण मानी जाती है।

  9. 1937 - नोबेल पुरस्कार: अमेरिकी क्लिंटन डेविसन और इंग्लैंड के सर जी पी थॉमसन को 1937 में भौतिकशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला। इनकी खोज ने इलेक्ट्रॉन के तरंग स्वरूप की पुष्टि की।

  10. 1962 - कुवैत का संविधान: 1962 में कुवैत की नेशनल असेंबली ने संविधान को स्वीकार किया। यह कुवैत के संवैधानिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था और नागरिक अधिकारों का मार्ग प्रशस्त किया।

  11. 1966 - नासा का जेमिनी-12 लांच: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 1966 में ‘जेमिनी-12’ अंतरिक्ष यान लांच किया। यह मिशन मानव अंतरिक्ष यात्रा की प्रगति में एक महत्वपूर्ण कदम था।

  12. 1973 - नई दिल्ली में डाक टिकट प्रदर्शनी: 1973 में नई दिल्ली में पहली अंतरराष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनी आयोजित की गई। इसमें विभिन्न देशों की डाक टिकटों का प्रदर्शन किया गया, जिससे फिलाटेली के प्रति रुचि बढ़ी।

  13. 1975 - अंगोला की आजादी: 1975 में अंगोला को पुर्तग़ाल से आजादी मिली। यह अंगोला के लिए औपनिवेशिक नियंत्रण से स्वतंत्रता का क्षण था और अफ्रीका में स्वतंत्रता आंदोलन का एक उदाहरण है।

  14. 1978 - मालदीव में मॉमून गयूम राष्ट्रपति बने: 1978 में मॉमून अब्दुल गयूम मालदीव के राष्ट्रपति बने। उनका शासनकाल दीर्घकालीन था, जिसमें देश ने विकास और स्थायित्व के प्रयास किए।

  15. 1982 - इजरायल गैस विस्फोट: 1982 में इजरायल के सैन्य मुख्यालय में गैस विस्फोट हुआ, जिसमें 60 लोगों की मौत हो गई। यह घटना सुरक्षा उपायों की विफलता का संकेत देती है।

  16. 1985 - एड्स पर पहली टीवी फ़िल्म: 1985 में 'एन अर्ली फ्रोस्ट' नामक एड्स थीम पर आधारित पहली टीवी फिल्म अमेरिका में प्रदर्शित की गई। इसने एड्स के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाई।

  17. 1989 - बर्लिन दीवार का गिरना: 1989 में बर्लिन दीवार गिराने की शुरुआत हुई, जिससे पूर्व और पश्चिम जर्मनी के एकीकरण की दिशा में कदम बढ़े और शीत युद्ध का अंत हुआ।

  18. 1995 - नाइजीरिया में मानवाधिकार कार्यकर्ता फांसी: 1995 में मानवाधिकार कार्यकर्ता केन सारो वीवा और उनके सहयोगियों को फांसी दी गई, जिससे नाइजीरिया की विश्वभर में आलोचना हुई।

  19. 2000 - ऑस्ट्रिया में ट्रेन में आग: 2000 में ऑस्ट्रिया में एक सुरंग से गुजरती ट्रेन में आग लगने से 180 लोग मारे गए। यह हादसा सुरंग सुरक्षा उपायों पर सवाल उठाता है।

  20. 2001 - दोहा बैठक: दोहा बैठक में 2001 में डब्ल्यूटीओ ने भारत का समर्थन किया। यह व्यापार उदारीकरण में महत्वपूर्ण साबित हुआ।

  21. 2002 - ईरान में न्यायपालिका पर विधेयक: ईरान की संसद ने 2002 में न्यायपालिका के अधिकारों को सीमित करने वाला विधेयक पारित किया। इसने ईरान में सुधार आंदोलनों को बल दिया।

  22. 2003 - सीरिया पर अमेरिकी प्रतिबंध: 2003 में अमेरिकी कांग्रेस ने सीरिया पर प्रतिबंध लगाए। इसके अतिरिक्त नई दिल्ली में दक्षेस सूचना मंत्रियों का सम्मेलन भी आयोजित किया गया।

  23. 2004 - यासिर अराफात का निधन: 2004 में फिलिस्तीनी नेता यासिर अराफात का निधन हुआ, जिसके बाद महमूद अब्बास को पीएलओ का अध्यक्ष चुना गया।

  24. 2007 - नारमन मेलर का निधन: 2007 में प्रसिद्ध अमेरिकी साहित्यकार नारमन मेलर का निधन हुआ। वह अपनी विवादास्पद और विचारोत्तेजक लेखनी के लिए जाने जाते थे।

  25. 2008 - मार्गरेट अल्वा का इस्तीफा: 2008 में कांग्रेस नेता मार्गरेट अल्वा ने पार्टी महासचिव के पद से इस्तीफा दिया। उनके इस्तीफे के बाद पार्टी में विवाद पैदा हुआ।

  26. 2013 - सोमालिया में चक्रवाती तूफान: 2013 में सोमालिया के पुंटलैंड क्षेत्र में चक्रवात के कारण 100 लोग मारे गए। इसने क्षेत्र में भारी तबाही मचाई।

  27. 2014 - पाकिस्तान बस दुर्घटना: 2014 में पाकिस्तान के सख्खर प्रांत में एक बस दुर्घटना में 58 लोग मारे गए।

  28. डी. वाई. चन्द्रचूड़
    11 नवंबर 1959 को जन्मे, डी. वाई. चन्द्रचूड़ भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश हैं। वे भारत के सर्वोच्च न्यायालय में विभिन्न महत्वपूर्ण मामलों में अपनी न्यायपूर्ण राय और संवेदनशील दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। न्यायिक प्रक्रिया में नवाचार लाने के उनके प्रयासों ने न्यायपालिका में सुधार किया है। उनके कार्यकाल में भारत के संविधान के मापदंडों के अनुसार कानून की सख्त रक्षा की गई है।

    जिग्मे सिंग्ये वांग्चुक
    11 नवंबर 1955 को जन्मे जिग्मे सिंग्ये वांग्चुक भूटान के चौथे राजा थे। वे "ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस" की अवधारणा के लिए प्रसिद्ध हैं, जो भूटान की सामाजिक और सांस्कृतिक समृद्धि को बढ़ावा देती है। वांग्चुक ने भूटान को लोकतंत्र की दिशा में बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाई, जिससे देश को आधुनिकता और परंपरा के संतुलन के साथ विकास करने का अवसर मिला।

    नेफियू रियो
    11 नवंबर 1950 को जन्मे नेफियू रियो नागालैंड के 9वें मुख्यमंत्री और नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के अध्यक्ष हैं। उन्होंने राज्य में शांति और विकास के लिए कई पहल कीं, विशेषकर नगाओं के अधिकार और संस्कृति को बनाए रखने में। उनके नेतृत्व में राज्य ने राजनीतिक स्थिरता और विकास का अनुभव किया।

    अनिल काकोदकर
    11 नवंबर 1943 को जन्मे अनिल काकोदकर भारतीय परमाणु वैज्ञानिक हैं। उन्हें भारत की परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में स्वदेशी विकास और आत्मनिर्भरता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाना जाता है। काकोदकर ने भारतीय परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, जिससे देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती मिली।

    कैलाश वाजपेयी
    11 नवंबर 1936 को जन्मे कैलाश वाजपेयी हिंदी साहित्य के प्रसिद्ध कवि, निबंधकार और आलोचक थे। उनकी रचनाओं में समाज, जीवन और दर्शन की गहरी समझ देखने को मिलती है। उन्होंने कविता के माध्यम से हिंदी साहित्य में एक अलग स्थान बनाया और अपनी कृतियों के लिए उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

    माला सिन्हा
    11 नवंबर 1936 को जन्मी माला सिन्हा हिंदी फिल्मों की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं। अपनी खूबसूरती और अभिनय कौशल से उन्होंने दर्शकों के दिलों में विशेष स्थान बनाया। 1950 और 60 के दशक में उन्होंने कई हिट फिल्में दीं और अपने सशक्त अभिनय के लिए याद की जाती हैं।

    अमिताभ चौधरी
    11 नवंबर 1927 को जन्मे अमिताभ चौधरी एक प्रतिष्ठित भारतीय पत्रकार थे। उन्होंने भारतीय समाज में नैतिकता और ईमानदारी को उच्च प्राथमिकता दी और पत्रकारिता में सच्चाई और निष्पक्षता के लिए खड़े रहे। उनके विचार और लेखन आज भी प्रेरणादायक माने जाते हैं।

    आई. जी. पटेल
    11 नवंबर 1924 को जन्मे आई. जी. पटेल भारतीय रिज़र्व बैंक के चौदहवें गवर्नर थे। उन्होंने भारत की अर्थव्यवस्था को संतुलित करने और आर्थिक स्थिरता में योगदान दिया। उनके कार्यकाल में भारतीय बैंकिंग प्रणाली में सुधार हुए और अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिली।

    सुंदरलाल पटवा
    11 नवंबर 1924 को जन्मे सुंदरलाल पटवा भारतीय जनता पार्टी के नेता और मध्य प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री थे। उनकी राजनीतिक दृष्टि और प्रदेश के विकास में योगदान को लेकर वे जाने जाते हैं। उनका कार्यकाल मध्य प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण समय था।

    अबुलकलाम आज़ाद
    11 नवंबर 1888 को जन्मे अबुलकलाम आज़ाद स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री थे। उन्होंने भारतीय शिक्षा प्रणाली के आधुनिकीकरण में अहम भूमिका निभाई। उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिससे शिक्षा के प्रति उनके योगदान को सम्मानित किया जाता है।

    जे. बी. कृपलानी
    11 नवंबर 1888 को जन्मे जे. बी. कृपलानी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता और गांधीवादी विचारधारा के समर्थक थे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे और सामाजिक न्याय तथा लोकतंत्र की स्थापना के लिए आजीवन संघर्ष करते रहे।

    अनसूया साराभाई
    11 नवंबर 1885 को जन्मी अनसूया साराभाई एक प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता थीं। वे मजदूरों के हितों के लिए संघर्ष करती थीं और मजदूर महाजन संघ की संस्थापक मानी जाती हैं। उनका योगदान श्रमिक अधिकारों के क्षेत्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

    अल्ताफ़ हुसैन हाली
    11 नवंबर 1837 को जन्मे अल्ताफ़ हुसैन हाली अपने समय के प्रसिद्ध उर्दू साहित्यकार और कवि थे। उन्होंने साहित्य के माध्यम से समाज सुधार पर जोर दिया और उर्दू साहित्य को नई दिशा प्रदान की। उनके लेखन में तत्कालीन सामाजिक समस्याओं का वर्णन मिलता है।


    कन्हैयालाल सेठिया
    2008 में निधन हुए कन्हैयालाल सेठिया हिन्दी और राजस्थानी साहित्य के प्रतिष्ठित लेखक थे। उनकी कविताएँ राष्ट्रीय भावना और सांस्कृतिक समृद्धि की अभिव्यक्ति करती हैं। उनकी रचनाएँ आज भी साहित्य प्रेमियों के बीच आदर से पढ़ी जाती हैं।

    कुप्पाली वेंकटप्पा पुटप्पा
    1994 में निधन हुए कुप्पाली वेंकटप्पा पुटप्पा कन्नड़ भाषा के प्रसिद्ध कवि और लेखक थे। उनकी कविताओं में प्रकृति और मानवीय भावनाओं का अनूठा समन्वय मिलता है।

    देवकी बोस
    1971 में निधन हुए देवकी बोस एक मशहूर फिल्म निर्देशक और संगीतकार थे। उन्होंने भारतीय सिनेमा में ध्वनि और संगीत के नए आयामों को स्थापित किया। उनकी फिल्मों में भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की झलक मिलती है।

    उमाकांत मालवीय
    1982 में निधन हुए उमाकांत मालवीय एक प्रतिष्ठित कवि और गीतकार थे। उनकी कविताओं में भारतीय संस्कृति और समाज की छवि उभर कर आती है।

    राम सिंह पठानिया
    1849 में निधन हुए राम सिंह पठानिया भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानी थे। उन्होंने देश को अंग्रेजों के चंगुल से मुक्त कराने के लिए संघर्ष किया और भारतीय इतिहास में अमर हो गए।


    राष्ट्रीय शिक्षा दिवस
    हर साल 11 नवंबर को मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के जन्मदिवस पर राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दिन शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,