महाकुंभ 2025: मौनी अमावस्या पर संतों ने किया अमृत स्नान, बसंत पंचमी पर भी रहेगा भक्तों का सैलाब

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Feb 2, 2025 - 15:37
Feb 2, 2025 - 15:39
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महाकुंभ 2025: मौनी अमावस्या पर संतों ने किया अमृत स्नान, बसंत पंचमी पर भी रहेगा भक्तों का सैलाब

महाकुंभ 2025: मौनी अमावस्या पर संतों ने किया अमृत स्नान, बसंत पंचमी पर भी रहेगा भक्तों का सैलाब

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। पहले अखाड़ा परिषद और संतों ने प्रतीकात्मक स्नान का निर्णय लिया था,

लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी के कुशल प्रशासन और भारतीय संस्कृति के प्रति उनकी निष्ठा के कारण सभी अखाड़ों और पूज्य संतों ने अमृत-स्नान किया।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गई उत्कृष्ट व्यवस्थाओं की संत समाज ने भूरी-भूरी प्रशंसा की है। महाकुंभ के दौरान भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और परंपराओं को संरक्षित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना की गई।

अब बसंत पंचमी के अवसर पर आयोजित अमृत-स्नान में भी सभी अखाड़े निर्धारित क्रम के अनुसार सम्मिलित होंगे। महाकुंभ 2025 में भव्य और दिव्य व्यवस्थाओं से श्रद्धालु और संत समाज अत्यंत हर्षित एवं गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।

महाकुम्भ 2025 प्रयागराज व्यवस्थाओं की निन्दा किसने की थी

महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज में हुई भगदड़ की घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं की आलोचना की गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर भगदड़ की सच्चाई छिपाने और पीड़ितों के आंकड़े सार्वजनिक न करने का आरोप लगाया, ताकि मुआवजा देने से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ और आम श्रद्धालुओं के लिए समुचित व्यवस्था नहीं की गई थी। 

तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने भी उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की। तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ के आयोजन के लिए बेहतरीन व्यवस्था नहीं की, जबकि मौनी अमावस्या के दिन अधिक भीड़ की उम्मीद थी। तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा कि महाकुंभ में शासन की व्यवस्था पूरी तरह से विफल रही और बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं किया गया था। 

इन आलोचनाओं के बीच, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि सरकार ने व्यवस्था की थी, लेकिन अपेक्षा से अधिक भीड़ होने के कारण अव्यवस्था फैली। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना की, जिनके कारण अखाड़ों का अमृत स्नान सुचारू रूप से संपन्न हो सका।

मुख्य सचिव मनोज कुमार ने बताया कि भगदड़ में घायल 36 लोगों का इलाज चल रहा है और सभी की स्थिति स्थिर है।

इस प्रकार, महाकुंभ 2025 में हुई भगदड़ के बाद उत्तर प्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं की विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं द्वारा आलोचना की गई है, जबकि संत समाज ने सरकार के प्रयासों की सराहना भी की है।

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