30 अक्टूबर की प्रमुख घटनाएँ
What's Your Reaction?
@Dheeraj kashyap Nov 3, 2024 0 14
@Dheeraj kashyap Nov 3, 2024 0 10
@Dheeraj kashyap Nov 3, 2024 0 9
Or register with email
Join our subscribers list to get the latest news, updates and special offers directly in your inbox
30 अक्टूबर की महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है:
1611 - गुस्टाॅफ द्वितीय एडोल्फ स्वीडन का राजा बना
गुस्टाॅफ द्वितीय एडोल्फ को 17 साल की उम्र में स्वीडन का राजा बनाया गया। उनका शासनकाल स्वीडन के लिए महान उपलब्धियों और सुधारों का समय था, जिससे स्वीडन एक प्रमुख यूरोपीय शक्ति बना। गुस्टाॅफ ने प्रशासनिक सुधारों के साथ-साथ सेना को भी मजबूत किया, जिससे स्वीडन का प्रभाव उत्तरी यूरोप में और अधिक बढ़ा।
1922 - बेनिटो मुसोलिनी का इटली में सरकार बनाना
इटली के तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी ने 1922 में रोम मार्च के बाद सरकार बनाई। उनका शासन फासीवादी विचारधारा पर आधारित था, जो राजनीतिक असहमति को दबाने और कठोर नीतियों को लागू करने पर केंद्रित था। उन्होंने इटली को एक अधिनायकवादी राष्ट्र में बदल दिया, जिसके कारण द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इटली को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
1930 - तुर्की और यूनान की मित्रता संधि
तुर्की और यूनान के बीच 1930 में मित्रता संधि पर हस्ताक्षर किए गए। इससे पहले, इन दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर विवाद थे, विशेष रूप से बाल्कन युद्ध और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान। इस संधि के माध्यम से दोनों देशों ने शांति और मैत्रीपूर्ण संबंधों को बढ़ावा दिया, जिससे उनके आपसी संबंधों में सुधार हुआ।
1945 - भारत का संयुक्त राष्ट्र में शामिल होना
भारत 1945 में संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना, जिससे उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान मिली। संयुक्त राष्ट्र की स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के बाद शांति और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए की गई थी। भारत ने इसमें शामिल होकर शांति, मानवाधिकारों, और विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
1956 - भारत का पहला पांच सितारा होटल 'अशोक' का उद्घाटन
1956 में नई दिल्ली में 'अशोक' होटल की स्थापना हुई, जो भारत का पहला पांच सितारा होटल था। यह होटल भारतीय पर्यटन और आतिथ्य उद्योग के विकास का प्रतीक बना। भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करते हुए यह होटल प्रमुख अंतरराष्ट्रीय और भारतीय हस्तियों की मेज़बानी करता है।
1960 - ब्रिटेन में पहली सफल किडनी ट्रांसप्लांट
1960 में ब्रिटेन में पहली बार सफलतापूर्वक किडनी ट्रांसप्लांट की गई। यह चिकित्सा क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि थी, जिससे अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में नई संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त हुआ। इस ट्रांसप्लांट से पहले, किडनी की बीमारी के मरीजों के पास उपचार के सीमित विकल्प होते थे, लेकिन इस सफल प्रयास ने जीवनरक्षक उपचार को सुलभ बनाया।
1963 - मोरक्को और अल्जीरिया के बीच युद्ध विराम संधि
1963 में मोरक्को और अल्जीरिया ने युद्ध विराम संधि पर हस्ताक्षर किए। इससे पहले, इन दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के कारण संघर्ष हुआ था। इस संधि ने पश्चिमी सहारा क्षेत्र में शांति बहाल की और अफ्रीकी महाद्वीप में एकता और सहयोग को प्रोत्साहित किया।
1975 - स्पेन में किंग जुआन कारलोस ने सत्ता संभाली
1975 में स्पेन में किंग जुआन कारलोस ने सत्ता संभाली। उनके शासनकाल में स्पेन में लोकतंत्र की वापसी हुई और तानाशाही का अंत हुआ। जुआन कारलोस ने देश में लोकतांत्रिक सुधारों की पहल की और स्पेन को एक स्थिर लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1980 - होंडुरस और अल सल्वाडोर के बीच सीमा विवाद का समाधान
1980 में मध्य अमेरिकी देश होंडुरस और अल सल्वाडोर के बीच सीमा विवाद का समाधान हुआ। दोनों देशों के बीच 1969 में ‘सॉकर वार’ के नाम से जाना जाने वाला संघर्ष हुआ था। इस संधि ने क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने में मदद की।
1994 - मैसिडोनिया के संसदीय चुनाव में वामपंथी गठबंधन की जीत
1994 में बाल्कन देश मैसिडोनिया में संसदीय चुनाव में वामपंथी गठबंधन ने जीत हासिल की। इस चुनाव के बाद मैसिडोनिया में राजनीतिक स्थिरता और विकास की ओर कदम बढ़ाया गया, जिससे देश में आर्थिक सुधार भी संभव हुए।
2001 - पाकिस्तान ने तीन परमाणु वैज्ञानिकों को अमेरिका को सौंपा
2001 में पाकिस्तान ने तीन परमाणु वैज्ञानिकों को, जिनका तालिबान के साथ संपर्क होने का संदेह था, अमेरिका को सौंपा। अमेरिका ने इन वैज्ञानिकों पर ओसामा बिन लादेन के साथ संबंध रखने का आरोप लगाया था। इस कदम ने अमेरिका-पाकिस्तान के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को मजबूत किया।
2003 - ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स का भारत दौरा और कोलिन पावेल की शांति वार्ता अपील
2003 में ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स भारत दौरे पर आए। इस दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री कोलिन पावेल ने पाकिस्तान को भारत के साथ शांति वार्ता करने की अपील की। पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने भी लोकतंत्र की बहाली के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।
2004 - उक्रेन ने ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीता
2004 में उक्रेन ने फ़्रांस को हराकर 39.5 अंकों के साथ ओलंपियाड का स्वर्ण पदक जीता। यह जीत उक्रेन के लिए अंतरराष्ट्रीय खेल जगत में एक बड़ी उपलब्धि थी और उनके खिलाड़ियों के परिश्रम का परिणाम थी।
2008 - असम में श्रेणिबद्ध धमाके
2008 में असम की राजधानी गुवाहाटी और अन्य 13 स्थानों पर श्रेणिबद्ध बम धमाके हुए। इन धमाकों में 66 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 400 से अधिक लोग घायल हुए। इस हमले ने देश की सुरक्षा व्यवस्था को गंभीर सवालों में डाल दिया और आतंकवाद के खतरे को उजागर किया।
2013 - तेलंगाना के महबूबनगर में बस में आग लगने से 44 लोगों की मौत
2013 में तेलंगाना के महबूबनगर में एक बस में आग लगने से 44 लोगों की मौत हो गई। यह दुर्घटना अत्यंत दुखद थी और इससे सुरक्षा मानकों में सुधार की आवश्यकता को बल मिला।
30 अक्टूबर को जन्मे प्रमुख व्यक्तियों, दिवंगत व्यक्तित्वों और महत्वपूर्ण अवसरों के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी गई है:
राही सरनोबत (1990)
भारतीय महिला पिस्टल निशानेबाज़ राही सरनोबत ने निशानेबाज़ी में कई अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं। वे एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज़ हैं, जो भारत के लिए गौरव का विषय है।
अभिजीत भट्टाचार्य (1958)
हिन्दी फिल्मों के प्रसिद्ध गायक अभिजीत भट्टाचार्य अपने मधुर आवाज़ और कई लोकप्रिय गीतों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने 90 के दशक में कई हिट गीत गाए, जो आज भी लोगों के बीच लोकप्रिय हैं।
दीपक धर (1951)
भारतीय भौतिक विज्ञानी दीपक धर ने सांख्यिकीय भौतिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। उनका शोध भौतिकी के कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर केंद्रित है, और वे वैज्ञानिक समुदाय में एक प्रमुख व्यक्ति माने जाते हैं।
प्रमोद महाजन (1949)
प्रसिद्ध भारतीय राजनीतिज्ञ प्रमोद महाजन भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और कुशल संगठनकर्ता थे। उन्होंने भारतीय राजनीति में अपना अहम योगदान दिया और विभिन्न मंत्रालयों का कार्यभार संभाला।
बरुन डे (1932)
प्रसिद्ध इतिहासकार बरुन डे भारतीय इतिहास और संस्कृति पर अपने शोध और लेखन के लिए जाने जाते हैं। उनके कार्यों ने भारतीय इतिहास को नई दृष्टि से समझने में मदद की है।
भाई महावीर (1922)
भारतीय जनता पार्टी के नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल भाई महावीर का जीवन समाजसेवा और राजनीति में गुज़रा। वे अपने सादगीपूर्ण व्यक्तित्व और समाज के प्रति समर्पण के लिए प्रसिद्ध थे।
होमी जहाँगीर भाभा (1909)
प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक होमी जहाँगीर भाभा को भारतीय परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम का जनक माना जाता है। उनकी विज्ञान के प्रति लगन ने भारत को परमाणु शक्ति सम्पन्न राष्ट्र बनने में सहायक बनाया।
सुकुमार राय (1887)
बंगाली उपन्यासकार सुकुमार राय अपनी हास्य और बाल साहित्य के लिए लोकप्रिय हैं। उनकी रचनाएँ बंगाल और भारत में आज भी लोकप्रिय हैं और बच्चों के बीच पढ़ी जाती हैं।
प्रमथनाथ मित्र (1853)
प्रमथनाथ मित्र भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी थे और 'अनुशीलन समिति' के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यूसुफ़ हुसैन (2021)
भारतीय सिने अभिनेता यूसुफ़ हुसैन अपने सशक्त अभिनय के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं।
रॉबिन शॉ (2014)
प्रसिद्ध साहित्यकार रॉबिन शॉ अपने रचनात्मक लेखन और साहित्य में योगदान के लिए जाने जाते थे। उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए।
विनोद मेहरा (1990)
प्रसिद्ध अभिनेता विनोद मेहरा ने कई हिंदी फिल्मों में अपनी अभिनय प्रतिभा से लोगों का दिल जीता। वे 70 और 80 के दशक के लोकप्रिय अभिनेताओं में से एक थे।
वी शांताराम (1990)
प्रसिद्ध अभिनेता, निर्माता और निर्देशक वी शांताराम भारतीय सिनेमा के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों में से एक थे। उनकी फ़िल्में समाजिक मुद्दों पर आधारित होती थीं और उन्होंने सिनेमा को नई दिशा दी।
ख़्वाजा खुर्शीद अनवर (1984)
प्रसिद्ध संगीतकार ख़्वाजा खुर्शीद अनवर भारतीय संगीत जगत के एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर थे। उनकी धुनें आज भी संगीत प्रेमियों के बीच लोकप्रिय हैं।
स्वामी दयानंद सरस्वती (1883)
महान चिंतक और समाज सुधारक स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की और सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाई। वे वेदों के प्रचार और समाज सुधार के लिए समर्पित थे।
बेगम अख़्तर (1974)
प्रसिद्ध ग़ज़ल और ठुमरी गायिका बेगम अख़्तर अपनी अद्वितीय गायन शैली के लिए प्रसिद्ध थीं। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को एक नई पहचान दी।
विश्व मितव्ययिता दिवस
30 अक्टूबर को विश्व मितव्ययिता दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को धन की बचत और आर्थिक मितव्ययिता के प्रति जागरूक करना है।
This site uses cookies. By continuing to browse the site you are agreeing to our use of cookies.