नई दिल्ली में होंडुरास दूतावास के उद्घाटन पर बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर- दोनों देशों के बीच खुलेंगे साझेदारी के नए अवसर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आज गुरुवार को नई दिल्ली में होंडुरास के दूतावास के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि यह कदम दोनों देशों के रिश्तों में एक नया अध्याय खोलेगा। उन्होंने दूतावास के शुरुआत को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि यह केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं बल्कि दोनों देशों की साझी सोच और […]

नई दिल्ली में होंडुरास दूतावास के उद्घाटन पर बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर- दोनों देशों के बीच खुलेंगे साझेदारी के नए अवसर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आज गुरुवार को नई दिल्ली में होंडुरास के दूतावास के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि यह कदम दोनों देशों के रिश्तों में एक नया अध्याय खोलेगा। उन्होंने दूतावास के शुरुआत को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि यह केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं बल्कि दोनों देशों की साझी सोच और मजबूत संबंधों का प्रतीक है। जयशंकर ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की निंदा करने के लिए होंडुरास का आभार जताया। उन्होंने कहा, “आपके देश की एकजुटता और आतंकवाद के हर रूप का विरोध करने की प्रतिबद्धता के लिए हम विशेष रूप से आभारी हैं। यह समर्थन हमारे लिए आज के समय में बेहद मूल्यवान है।”

उन्होंने कहा कि 28 सितंबर 1994 को भारत और होंडुरास के बीच औपचारिक राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे, और तब से दोनों देशों के संबंध राजनीतिक, व्यावसायिक, विकासात्मक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में लगातार मजबूत हुए हैं। पिछले 30 वर्षों में भारत और होंडुरास के बीच द्विपक्षीय व्यापार 310 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच चुका है, जिसमें दवाइयां, वस्त्र, ऑटोमोबाइल और मशीनरी शामिल हैं। वहीं भारत होंडुरास से कॉफी, लकड़ी और चमड़ा आयात करता है। जयशंकर ने बताया कि दोनों देशों के बीच कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा, स्वास्थ्य, आईटी और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि आज दोपहर दोनों देशों के मंत्रियों के बीच हुई बातचीत में व्यावसायिक साझेदारी, निवेश और आपसी अनुभवों के आदान-प्रदान पर चर्चा हुई।

उन्होंने यह भी बताया कि होंडुरास की राष्ट्रीय टेलीकॉम कंपनी Hondatel ने भारत की Reliance Jio के साथ 5G नेटवर्क के रोलआउट के लिए समझौता किया है, जो दोनों देशों के बीच डिजिटल सहयोग का प्रतीक है। जयशंकर ने कहा कि होंडुरास की भौगोलिक स्थिति, अनुकूल निवेश वातावरण और टिकाऊ समाधान की मांग, इसे आईटी और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश के लिए आकर्षक बनाते हैं। इस दौरान जयशंकर ने विश्वास जताया कि नई दिल्ली में होंडुरास का दूतावास व्यापार को बढ़ावा देने में, निवेशकों के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य करेगा और दोनों देशों के बीच संस्थागत सहयोग को और मजबूत करेगा।-(ANI)