पंजाब पुलिस ने शंभू बॉर्डर से किसानों को हटाया, जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत कई हिरासत में

Kisan Andolan News: पंजाब पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर विरोध कर रहे किसानों को वहां से हटा दिया है। किसानों के बनाए अस्थायी ढांचों को भी ढहा दिया गया है। कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया। पंजाब सरकार की कार्रवाई पर राजनीतिक दलों ने हमला बोला है। उधर, किसानों संग बातचीत बेनतीजा रहने के चलते अगली बैठक 4 मई को होगी।

Mar 19, 2025 - 20:28
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पंजाब पुलिस ने शंभू बॉर्डर से किसानों को हटाया, जगजीत सिंह डल्लेवाल समेत कई हिरासत में
चंडीगढ़: फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन(Farmer Protest) कर रहे किसानों को पंजाब पुलिस ने बुधवार को शंभू बॉर्डर से हटा दिया। पुलिस ने किसानों की ओर से बनाए गए अस्थायी ढांचे भी हटा दिए। इसके साथ ही अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंढेर समेत कई किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि यह कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि वे शंभू और खनौरी बॉर्डर को खोलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को दिल्ली या कहीं और विरोध प्रदर्शन करना चाहिए। क्योंकि उनकी मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं। कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने कहा कि केंद्र और पंजाब में AAP सरकार किसानों को अलग-थलग करना चाहती हैं। सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पंजाब के CM की आलोचना की। वहीं हरसिमरत कौर बादल ने दावा किया कि पंजाब के CM भगवंत मान ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है।शंभू बॉर्डर पर कार्रवाई को लेकर क्या बोले एसएसपीपंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर पुलिस की कार्रवाई पर पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने कहा कि किसान लंबे समय से शंभू बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आज ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में पुलिस ने उन्हें उचित चेतावनी देने के बाद इलाके को खाली करवाया। कुछ लोगों ने घर जाने की इच्छा जताई। इसलिए उन्हें बस में बैठाकर घर भेजा गया। इसके अलावा यहां के ढांचे और वाहनों को हटाया जा रहा है। पूरी सड़क को साफ करके यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। हरियाणा पुलिस भी अपनी कार्रवाई शुरू करेगी। जैसे ही उनकी तरफ से रास्ता खुलेगा। हाईवे पर आवाजाही फिर से शुरू हो जाएगी। हमें किसी तरह का बल प्रयोग करने की जरूरत नहीं पड़ी। क्योंकि कोई विरोध नहीं हुआ। किसानों ने अच्छा सहयोग किया और वे खुद ही बसों में बैठ गए। चंडीगढ़ में किसानों संग बातचीत बेनतीजा, अगली बैठक 4 मई कोइससे पहले केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी पंजाब के CM पर निशाना साधा और पुलिस कार्रवाई की निंदा की। किसानों के साथ केंद्र सरकार की बातचीत के तहत तीन केंद्रीय मंत्रियों और पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों ने चंडीगढ़ में किसानों से मुलाकात की। सरकार और किसानों के बीच अगली बैठक 4 मई को होगी। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बातचीत बहुत सकारात्मक रही।पंजाब पुलिस की कार्रवाई पर क्या बोले आप के मंत्री?उधर, पंजाब पुलिस की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब के मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि सरकार शंभू और खनौरी बॉर्डर को खोलना चाहती है। उन्होंने ANI से बात करते हुए कहा कि किसानों को अपना विरोध प्रदर्शन दिल्ली में या कहीं और करना चाहिए। क्योंकि उनकी मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं। चीमा ने कहा कि AAP सरकार और पंजाब के लोग किसानों के साथ तब खड़े थे जब उन्होंने तीन काले कानूनों के खिलाफ विरोध किया था। किसानों की मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं। शंभू और खनौरी बॉर्डर एक साल से अधिक समय से बंद हैं। पंजाब के व्यापारी और युवा बहुत परेशान हैं। जब व्यापारी व्यापार करेंगे, तो युवाओं को रोजगार मिलेगा और वे नशे से दूर रहेंगे।कांग्रेस ने कार्रवाई की निंदा कीचीमा ने आगे कहा कि आज की कार्रवाई इसलिए की गई है क्योंकि हम चाहते हैं कि पंजाब के युवाओं को रोजगार मिले। हम शंभू और खनौरी बॉर्डर खोलना चाहते हैं। किसानों की मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं और उन्हें दिल्ली या कहीं और विरोध प्रदर्शन करना चाहिए, लेकिन पंजाब की सड़कों को अवरुद्ध नहीं करना चाहिए। कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने इस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र और पंजाब की AAP सरकार किसानों को अलग-थलग करना चाहती हैं। किसानों संग हो रहा धोखाउन्होंने कहा कि किसानों को लगातार धोखा दिया जा रहा है। किसानों से कहा गया कि वे अपनी भूख हड़ताल समाप्त करें और फिर हम उनसे बात करेंगे। केंद्र सरकार हमेशा किसानों को, खासकर पंजाब के किसानों को अलग-थलग करने की कोशिश करती है। किसानों और केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के बीच बैठक समाप्त होने के बाद पंजाब पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया। यह बहुत गलत है।मान सरकार पर बोला हमलाशिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने दावा किया कि पंजाब के CM भगवंत मान ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। उन्होंने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल जो अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर थे, उन्हें भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। चुनावों के दौरान पंजाब के CM भगवंत मान ने वादा किया था कि वह किसानों की सभी मांगों को पूरा करेंगे, लेकिन सरकार बनाने के बाद वह सिर्फ किसानों से झूठ बोल रहे हैं। पंजाब में कोई भी सुरक्षित नहीं है।पंजाब के CM पर निशाना साधाकेंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भी पंजाब के CM पर निशाना साधा और पुलिस कार्रवाई की निंदा की। उन्होंने एक वीडियो में कहा कि मैं पंजाब सरकार की इस कार्रवाई की निंदा करता हूं। उन्होंने आपको (AAP सरकार) वोट दिया और पंजाब के CM भगवंत मान को शर्म आनी चाहिए। वे (AAP सरकार) केंद्र सरकार और किसानों के बीच बातचीत के माध्यम से कोई समाधान नहीं चाहते थे। आपने लुधियाना पश्चिम उपचुनाव जीतने के लिए किसानों को हिरासत में ले लिया। पंजाब के लोग पंजाब के CM भगवंत मान को किसी भी गांव में प्रवेश नहीं करने देंगे।किसानों संग कैसी रही बातचीत?इससे पहले किसानों की अलग-अलग मांगों पर चर्चा के लिए चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के बीच नये दौर की बैठक हुई। हालांकि वार्ता में शामिल केंद्रीय मंत्रियों ने किसानों के हितों को सर्वोपरि बताया। तीन घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वार्ता जारी रहेगी और अगली बैठक चार मई को होगी। बैठक के बाद चौहान ने कहा कि बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। चर्चा सकारात्मक और रचनात्मक तरीके से हुई। बातचीत जारी रहेगी। अगली बैठक चार मई को होगी। पुलिस ने कब की कार्रवाई?बैठक के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई उस समय की जब किसान नेता चंडीगढ़ से मोहाली में दाखिल हुए। किसानों को उनके गंतव्य की ओर जाने से रोकने के लिए मोहाली में भारी बैरिकेडिंग की गई थी। किसान नेता मंगत ने कहा कि पंधेर और डल्लेवाल के अलावा अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटरा और मंजीत सिंह राय को हिरासत में लिया गया है। कई जिलों से पुलिस कर्मियों को शंभू और खनौरी सीमा चौकियों के पास तैनात किया गया है, जहां संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा पिछले साल फरवरी से आंदोलन कर रहे हैं।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,