today history 14th December 14 दिसंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ

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Dec 12, 2024 - 06:23
Dec 12, 2024 - 06:28
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14 दिसंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ

2008: भारत ने अर्जेन्टीना के खिलाफ अंडर-21 हॉकी टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच को 4-4 से ड्रा खेला

14 दिसंबर 2008 को भारत ने अर्जेन्टीना के खिलाफ अंडर-21 हॉकी टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच 4-4 से ड्रॉ खेला। यह मैच भारत के लिए एक महत्वपूर्ण टेस्ट था, जिसमें युवा खिलाड़ियों ने अपनी कड़ी प्रतिस्पर्धा दिखाई। इस सीरीज का आयोजन भारतीय हॉकी की युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के लिए किया गया था।

2007: बाली समझौते के प्रारूप से विवादित प्रावधान अलग किये गए

14 दिसंबर 2007 को बाली, इंडोनेशिया में आयोजित जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में विवादित प्रावधानों को अलग किया गया। इस सम्मेलन में 190 देशों ने मिलकर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की। बाली समझौते में देशों को कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए विभिन्न उपायों पर सहमति बनाने का प्रयास किया गया था।

उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच 50 साल बाद रेल सेवा पुनः प्रारंभ

14 दिसंबर 2007 को उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच 50 वर्षों के बाद रेल सेवा को पुनः प्रारंभ किया गया। यह कदम दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग और संबंधों के सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत था। इस रेल सेवा के पुनरारंभ से दोनों देशों के बीच व्यापार और संवाद को बढ़ावा मिला।

2003: अमेरिकी गठबंधन सैनिकों ने इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को तिकरित में गिरफ्तार किया

14 दिसंबर 2003 को अमेरिकी गठबंधन सैनिकों ने इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को तिकरित के पास एक भूमिगत गुफा से गिरफ्तार किया। यह घटना इराक युद्ध के बाद की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक मानी जाती है, जिसने वैश्विक राजनीति में हलचल मचाई।

2003: मैक्सिको के मेरिडा में पहले भ्रष्टाचार निरोधक समझौते पर 73 देशों ने हस्ताक्षर किये

14 दिसंबर 2003 को मैक्सिको के मेरिडा शहर में 73 देशों ने भ्रष्टाचार निरोधक एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किये। यह समझौता भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए एक वैश्विक पहल का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य सरकारी और निजी क्षेत्र में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को बढ़ावा देना था।

2002: पाकिस्तान ने नेत्रहीनों का विश्व कप जीता

14 दिसंबर 2002 को पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर नेत्रहीनों का हॉकी विश्व कप जीता। यह पाकिस्तान की हॉकी टीम की एक शानदार जीत थी, जिसमें उन्होंने अपनी ताकत और कौशल का परिचय दिया। यह जीत नेत्रहीन खिलाड़ियों के लिए एक बड़ी प्रेरणा बन गई और वैश्विक खेल समुदाय में उनकी भागीदारी को और बढ़ावा मिला।

2000: जार्ज डब्ल्यू. बुश अमेरिका के 43वें राष्ट्रपति निर्वाचित

14 दिसंबर 2000 को जार्ज डब्ल्यू. बुश को अमेरिका का 43वां राष्ट्रपति निर्वाचित किया गया। वे रिपब्लिकन पार्टी से थे और उनका चुनाव एक विवादास्पद और लंबे समय तक चले चुनावी विवाद के बाद हुआ था। फ्लोरिडा राज्य में मतगणना में अनियमितताओं के कारण चुनाव परिणामों को लेकर बहुत विवाद हुआ, लेकिन अंततः उन्हें चुनाव में जीत मिली और वे राष्ट्रपति बने। उनके प्रशासन ने 9/11 के हमलों के बाद अमेरिकी विदेश नीति में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए।

1998: 23वें काहिरा अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में आयशा धारकर को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार

14 दिसंबर 1998 को 23वें काहिरा अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में तमिल फिल्म ‘टेररिस्ट’ के लिए आयशा धारकर को सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए ज्यूरी का सर्वोत्तम पुरस्कार प्रदान किया गया। इस फिल्म ने अपने संवेदनशील और सशक्त कथानक के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना प्राप्त की थी। आयशा धारकर की भूमिका को विशेष रूप से सराहा गया, जिसमें उन्होंने एक महिला आतंकवादी के संघर्ष और मानसिक स्थिति को प्रभावी ढंग से निभाया।

1997: ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती के लिए वैश्विक सहमति

14 दिसंबर 1997 को जापान के क्योटो में आयोजित जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में सभी देशों ने ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए सहमति जताई। क्योटो प्रोटोकॉल को मंजूरी मिली, जिसमें औद्योगिक देशों को अपने कार्बन उत्सर्जन को घटाने की जिम्मेदारी दी गई। इस समझौते का उद्देश्य वैश्विक तापमान वृद्धि को नियंत्रित करना था, और यह पर्यावरण सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना गया।

1995: बोस्निया, सर्बिया और क्रोएशिया के नेताओं ने पेरिस में डेटन संधि पर हस्ताक्षर किए

14 दिसंबर 1995 को बोस्निया, सर्बिया और क्रोएशिया के नेताओं ने पेरिस में डेटन संधि पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत बाल्कन युद्ध को समाप्त किया गया। यह युद्ध लगभग तीन साल तक चला था और लाखों लोग प्रभावित हुए थे। डेटन संधि ने क्षेत्र में शांति स्थापित करने का प्रयास किया और राजनीतिक और सामाजिक पुनर्निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।

1983: जनरल एच.एम. इरशाद ने खुद को बंगलादेश का राष्ट्रपति घोषित किया

14 दिसंबर 1983 को जनरल हुसैन मोहम्मद इरशाद ने खुद को बंगलादेश का राष्ट्रपति घोषित किया। इरशाद ने 1982 में बांगलादेश में एक सैन्य तख्तापलट किया था और इसने लोकतांत्रिक सरकार को हटा दिया। उनके शासनकाल के दौरान बांगलादेश में सेना का प्रभाव बढ़ गया, हालांकि बाद में उन्हें 1990 में इस्तीफा देना पड़ा।

1982: जिब्राल्टर और स्पेन के बीच विशाल ग्रीन गेट 13 वर्षों के बाद खोला गया

14 दिसंबर 1982 को ब्रिटिश उपनिवेश जिब्राल्टर और स्पेन के बीच स्थित विशाल ग्रीन गेट को 13 वर्षों के बाद पुनः खोला गया। यह गेट, जो कि जिब्राल्टर की रणनीतिक स्थिति के कारण महत्वपूर्ण था, 1969 में स्पेन द्वारा बंद कर दिया गया था। इसके फिर से खोलने से दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार हुआ और सीमापार व्यापार और यात्रा को बढ़ावा मिला।

1946: डॉ. राजेन्द्र प्रसाद भारत की संविधान सभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए

14 दिसंबर 1946 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को भारत की संविधान सभा का अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। डॉ. प्रसाद का यह चुनाव भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान नेता और भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में उनके योगदान को मान्यता देने वाला था। वे भारतीय गणराज्य के पहले राष्ट्रपति भी बने और उनके अध्यक्षता में संविधान सभा ने भारतीय संविधान को तैयार किया, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।

1921: एनी बेसेंट को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय ने 'डॉक्टर ऑफ़ लेटर्स' की उपाधि से विभूषित किया

14 दिसंबर 1921 को एनी बेसेंट को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय द्वारा 'डॉक्टर ऑफ़ लेटर्स' की उपाधि से सम्मानित किया गया। एनी बेसेंट भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की एक महान नेता थीं और उन्होंने भारतीय संस्कृति, शिक्षा और स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस सम्मान के साथ उन्हें भारतीय समाज में उनके अद्वितीय कार्यों के लिए सराहा गया, विशेष रूप से भारतीय महिलाओं के उत्थान और भारतीय राष्ट्रीयता के प्रचार में उनकी भूमिका के लिए।

1911: अमुंडसेन की दक्षिणी ध्रुव की यात्रा

14 दिसंबर 1911 को नॉर्वेजियाई अन्वेषक रोआल्ड अमुंडसेन ने दक्षिणी ध्रुव की यात्रा पूरी की। वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचकर इतिहास रचा। अमुंडसेन की यह यात्रा पोलार अन्वेषण में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई। उनके साहसिक अभियान ने उन्हें दुनिया भर में एक महान अन्वेषक के रूप में स्थापित किया और उनका यह कारनामा ध्रुवीय अन्वेषण के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया।

1687: ईस्ट इंडिया कंपनी ने मद्रास (भारत) में नगर निगम बनाया

14 दिसंबर 1687 को ईस्ट इंडिया कंपनी ने मद्रास (अब चेन्नई) में नगर निगम की स्थापना की। यह भारत के सबसे पुराने नगर निगमों में से एक था और इसे औपनिवेशिक शासन के दौरान प्रशासनिक कार्यों को सुव्यवस्थित करने के लिए स्थापित किया गया था। मद्रास का नगर निगम भारतीय शहरों में नगरपालिका शासन की शुरुआत का प्रतीक बना और इसने स्थानीय प्रशासन में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए।

14 दिसंबर को जिन व्यक्तियों का जन्म हुआ उनके बारे मे जानकारी 

2000: दीक्षा डागर - भारत उभरती हुई गोल्फ़ खिलाड़ी

दीक्षा डागर का जन्म 14 दिसंबर 2000 को हुआ था। वह भारतीय महिला गोल्फ़ की एक उभरती हुई स्टार हैं और अपने शानदार खेल से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुकी हैं। उन्होंने भारतीय महिला गोल्फ़ में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं और आने वाले समय में वह गोल्फ़ की दुनिया में एक बड़ा नाम बन सकती हैं। उनका खेल और प्रतिबद्धता भारत के लिए गोल्फ़ के क्षेत्र में प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।

1953: विजय अमृतराज - भारत के पूर्व टेनिस खिलाड़ी

14 दिसंबर 1953 को जन्मे विजय अमृतराज भारत के एक प्रसिद्ध टेनिस खिलाड़ी हैं। वे 1970 और 1980 के दशकों में भारत के शीर्ष टेनिस खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण जीत दर्ज की और भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टेनिस के मैदान में गर्व महसूस कराया। विजय अमृतराज का योगदान भारतीय टेनिस को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण था और उनके खेलmanship को आज भी याद किया जाता है।

1946: संजय गांधी - भारतीय नेता इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र

14 दिसंबर 1946 को जन्मे संजय गांधी भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र थे। संजय गांधी का राजनीतिक जीवन बहुत ही विवादास्पद रहा। उन्होंने भारतीय राजनीति में एक सक्रिय भूमिका निभाई, हालांकि उनके कार्यकाल में कई विवाद उठे। वे औद्योगिकीकरण, नसबंदी अभियान और आपातकाल के दौरान अपने कार्यों के लिए जाने जाते हैं। संजय गांधी का जीवन भारतीय राजनीति के इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़ का प्रतिनिधित्व करता है।

1936: विश्वजीत चटर्जी - भारतीय सिनेमा में बंगाली और हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता

14 दिसंबर 1936 को जन्मे विश्वजीत चटर्जी भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध अभिनेता हैं। उन्होंने बंगाली और हिंदी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं से दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाई। विश्वजीत की अदाकारी और विविधता के लिए उन्हें सराहा गया। उन्होंने अपनी फिल्मों में न केवल रोमांटिक और ड्रामा भूमिकाएँ निभाई, बल्कि कई शृंगारी और ऐतिहासिक भूमिकाओं में भी अपनी अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया। वे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के एक महत्वपूर्ण हस्ताक्षर हैं।

1934: श्याम बेनेगल - प्रसिद्ध फ़िल्म निर्देशक

14 दिसंबर 1934 को जन्मे श्याम बेनेगल भारतीय सिनेमा के एक प्रतिष्ठित और प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक हैं। उन्हें भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में 'नई धारा' की फिल्मों के लिए जाना जाता है। श्याम बेनेगल की फिल्में सामाजिक मुद्दों, ऐतिहासिक घटनाओं और आम आदमी के जीवन से जुड़ी होती हैं। उन्होंने भारतीय सिनेमा को एक नया दिशा और पहचान दी। उनकी फिल्में न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराही गई हैं।

1931: जौन एलिया - प्रसिद्ध भारतीय उर्दू शायर

जौन एलिया का जन्म 14 दिसंबर 1931 को हुआ था। वे एक महान उर्दू शायर, लेखक, और विचारक थे। जौन एलिया की शायरी में दर्द, अकेलापन, प्रेम और समाजिक विषमताओं का गहरा असर होता था। उनकी शायरी का असर न केवल उर्दू साहित्य बल्कि भारतीय साहित्य पर भी पड़ा। वे एक विशिष्ट शैली के शायर थे और उनकी ग़ज़लें आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं। उनकी मशहूर किताबें जैसे "श़ायद", "यादों की बारात" और "ग़ज़लें" उर्दू साहित्य के सबसे महत्वपूर्ण योगदानों में मानी जाती हैं।

1924: राज कपूर - भारतीय अभिनेता

14 दिसंबर 1924 को जन्मे राज कपूर भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के एक महान अभिनेता, निर्देशक, और निर्माता थे। उन्हें भारतीय सिनेमा के "नवकेशरी" के रूप में जाना जाता है। राज कपूर ने अपनी फिल्मों के माध्यम से भारतीय सिनेमा को एक नया दिशा और पहचान दी। उनकी फिल्मों में सामाजिक संदेश और भारतीय लोक-जीवन की छवि प्रस्तुत की जाती थी। उनके प्रसिद्ध अभिनय कार्यों में "आग", "आवारा", "श्री 420", और "मेरा नाम जोकर" जैसी फिल्में शामिल हैं। राज कपूर भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक अमिट नाम हैं।

1918: बी. के. एस. आयंगर - प्रसिद्ध भारतीय योग गुरु

14 दिसंबर 1918 को जन्मे बी. के. एस. आयंगर भारतीय योग गुरु थे, जिन्होंने योग को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने "आसन", "प्राणायाम", और "ध्यान" के महत्व को विश्वभर में फैलाया और अपने योग शास्त्र को पूरी दुनिया में फैलाया। आयंगर योग की उनकी विधि ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई। उनकी पुस्तक "लाइट ऑन योग" आज भी योग अभ्यासियों के लिए एक महत्वपूर्ण संदर्भ मानी जाती है। बी. के. एस. आयंगर का योगदान भारतीय संस्कृति और स्वास्थ्य क्षेत्र में अनमोल था।

1910: उपेन्द्रनाथ अश्क - निबन्धकार, लेखक, कहानीकार

उपेन्द्रनाथ अश्क का जन्म 14 दिसंबर 1910 को हुआ था। वे हिंदी साहित्य के एक महत्वपूर्ण लेखक और कहानीकार थे। उनकी लेखनी में समाजिक मुद्दों की गहरी समझ और मानवता के पहलुओं को उजागर किया गया है। उन्होंने अपनी कहानियों और निबंधों के माध्यम से भारतीय समाज के जटिल मुद्दों को साहित्यिक तरीके से प्रस्तुत किया। उपेन्द्रनाथ अश्क की रचनाओं में हिंदी साहित्य के सबसे प्रमुख कथाकारों में उनकी एक महत्वपूर्ण पहचान है। उनकी लेखनी आज भी साहित्य प्रेमियों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी हुई है।

1864: जगत नारायण मुल्ला - उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध वकील और सार्वजनिक कार्यकर्ता

जगत नारायण मुल्ला का जन्म 14 दिसंबर 1864 को हुआ था। वे एक प्रमुख वकील और सामाजिक कार्यकर्ता थे, जिन्होंने उत्तर प्रदेश में समाज सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए। उनका योगदान विशेष रूप से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में था, और वे भारतीय समाज में सुधार और समानता के समर्थक थे। जगत नारायण मुल्ला ने सार्वजनिक जीवन में अपनी ईमानदारी और निष्ठा के साथ एक मजबूत पहचान बनाई और भारतीय वकालत और सार्वजनिक कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

आज के दिन इनका निधन हुआ था 14 दिसंबर को हुए निधन

2018: तुलसी रामसे - हिंदी सिनेमा के हॉरर फिल्मों के निर्माता-निर्देशक

14 दिसंबर 2018 को हिंदी सिनेमा के मशहूर निर्माता और निर्देशक तुलसी रामसे का निधन हुआ। वे रामसे ब्रदर्स के सदस्य थे और उन्होंने भारतीय सिनेमा में हॉरर फिल्मों को नई पहचान दी। उनकी फिल्मों ने डर और रहस्य के तत्वों को भारतीय दर्शकों तक पहुँचाया। 'सात हिंदुस्तानी', 'गंगा', 'विक्टोरिया नंबर 203' जैसी फिल्में उनकी प्रमुख रचनाओं में शामिल हैं, लेकिन उनका सबसे बड़ा योगदान हॉरर शैली को लेकर था। उनकी फिल्मों ने भारतीय सिनेमा में हॉरर जॉनर को एक खास स्थान दिलाया।

1971: फ़्लाइंग ऑफ़िसर निर्मलजीत सिंह सेखों - परमवीर चक्र सम्मानित भारतीय सैनिक

14 दिसंबर 1971 को फ़्लाइंग ऑफ़िसर निर्मलजीत सिंह सेखों का निधन हुआ। वे भारतीय वायु सेना के एक वीर सैनिक थे, जिन्हें भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971 के दौरान अद्वितीय बहादुरी के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। उन्होंने पाकिस्तानी विमानों को नष्ट कर भारतीय वायुसेना के प्रदर्शन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। निर्मलजीत सिंह सेखों का साहस और वीरता भारतीय सैन्य इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।

1966: शैलेन्द्र - प्रसिद्ध गीतकार

14 दिसंबर 1966 को प्रसिद्ध हिंदी फिल्म गीतकार शैलेन्द्र का निधन हुआ। शैलेन्द्र का जन्म 30 अगस्त 1923 को हुआ था और उन्होंने भारतीय फिल्म उद्योग को कई यादगार गाने दिए। वे 'प्यार हुआ इकरार हुआ', 'अब जो हमपे फिजा बिछाएगी', और 'छोटे छोटे फूलों की' जैसे गीतों के लिए प्रसिद्ध हैं। शैलेन्द्र का योगदान भारतीय फिल्म संगीत को एक नई दिशा देने के रूप में देखा जाता है। उनके लिखे हुए गीतों में गहरी भावनाओं और संगीत के साथ एक अनोखी सादगी थी। उनकी कविता और गीतों ने हमेशा दर्शकों के दिलों को छुआ।

1799: जॉर्ज वॉशिंगटन - अमेरिका के पहले राष्ट्रपति

14 दिसंबर 1799 को अमेरिका के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन का निधन हुआ। जॉर्ज वॉशिंगटन ने अमेरिकी क्रांति के दौरान ब्रिटिश साम्राज्य से स्वतंत्रता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और स्वतंत्र अमेरिका के पहले राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। उनकी भूमिका अमेरिकी गणराज्य की नींव रखने में बहुत महत्वपूर्ण रही। उन्हें 'फादर ऑफ़ द नेशन' के रूप में सम्मानित किया गया और वे अमेरिकी इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण और प्रभावशाली नेताओं में से एक माने जाते हैं। उनके नेतृत्व और साहस के कारण अमेरिका की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक प्रणाली को सशक्त आधार मिला।

आज के प्रमुख उत्सव 14 दिसंबर के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

1. हवाई सुरक्षा दिवस (सप्ताह)

14 दिसंबर को हवाई सुरक्षा दिवस मनाया जाता है, जो हवाई सुरक्षा के महत्व को उजागर करने के लिए समर्पित है। यह दिन उड्डयन उद्योग में सुरक्षा उपायों और यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। इसका उद्देश्य हवाई यात्रा में सुरक्षा के मानकों को बढ़ाना और विमानन क्षेत्र में सुरक्षा से संबंधित समस्याओं के समाधान पर ध्यान केंद्रित करना है। इसे उड्डयन मंत्रालय द्वारा प्रोत्साहित किया जाता है और इसे हवाई यात्रा से जुड़े सभी कर्मचारियों के बीच जागरूकता फैलाने के रूप में मनाया जाता है।

2. राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस

14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है, जिसे भारतीय ऊर्जा प्राधिकरण (BEE) द्वारा हर साल मनाया जाता है। यह दिन ऊर्जा संरक्षण की आवश्यकता और महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने का अवसर है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य ऊर्जा के उचित उपयोग और इसके संरक्षण की दिशा में प्रयास करना है। ऊर्जा के स्थायी उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित करना और ऊर्जा बचत की आदतें विकसित करना, इस दिन का मुख्य उद्देश्य है। विभिन्न कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से इस दिन को मनाया जाता है।

3. अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह (08-14 दिसम्बर)

अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह 8 से 14 दिसंबर तक मनाया जाता है। यह सप्ताह भारत के विभिन्न क्षेत्रों में हस्तशिल्प कला की समृद्धि और सांस्कृतिक धरोहर को मान्यता देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस सप्ताह का उद्देश्य पारंपरिक हस्तशिल्प की कला को बढ़ावा देना, कारीगरों के कार्य को प्रोत्साहित करना, और भारतीय हस्तशिल्प की अंतर्राष्ट्रीय पहचान को बढ़ाना है। विभिन्न कारीगरों और शिल्पकारों के कामों का प्रदर्शन इस सप्ताह के दौरान किया जाता है, जो भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और बढ़ावा देते हैं।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार