SBI की सबसे बड़ी भविष्यवाणी, 7 महीनों में 0.75% कम होगी लोन EMI

फरवरी के महीने में आरबीआई एमपीसी ने 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी और अनुमान के अनुसार 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती साल 2025 में और हो सकती है. ऐसे में कुल कटौती एक फीसदी की देखने को मिल सकती है.

Mar 13, 2025 - 14:43
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SBI की सबसे बड़ी भविष्यवाणी, 7 महीनों में 0.75% कम होगी लोन EMI
SBI की सबसे बड़ी भविष्यवाणी, 7 महीनों में 0.75% कम होगी लोन EMI

हाल ही में फरवरी महीने की महंगाई दर के आंकड़े सामने आए हैं. महंगाई के आंकड़े आरबीआई के टॉलरेंस लेवल से नीचे चले गए हैं. जिससे साफ संकेत मिल गया है कि अप्रैल के महीने में आरबीआई एक बार फिर से ब्याज दरों में कटौती कर सकती है. वैसे देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा ​है कि अप्रैल से लेकर अक्टूबर के बीच में होने वाली 4 आरबीआई एमपीसी में ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वाइंट यानी 0.75 फीसदी की कटौती देखने को मिल सकती है.

इसका मतलब है कि आम लोगों को लोन ईएमआई में राहत मिलने के आसार है. अगर ऐसा हुआ तो साल 2025 में आरबीआई का रेपो रेट एक फीसदी से घटकर 5.50 फीसदी पर आ जाएगा. फरवरी के महीने में आरबीआई एमपीसी ने 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की थी और अनुमान के अनुसार 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती साल 2025 में और हो सकती है. ऐसे में कुल कटौती एक फीसदी की देखने को मिल सकती है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर एसबीआई की ओर से अपनी रिपोर्ट में किस तरह का अनुमान लगाया गया है.

कम हो सकती है महंगाई दर

एसबीआई रिसर्च इकोरैप ने इस वित्त वर्ष में ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वाइंट की कटौती की भविष्यवाणी की है. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में सीपीआई महंगाई 3.9 फीसदी होगी और पूरे वर्ष के लिए औसतन 4.7 प्रतिशत रहेगी. हालांकि, वित्त वर्ष 26 को देखते हुए, महंगाई 4.0 फीसदी और 4.2 प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है, जिसमें कोर महंगाई 4.2 प्रतिशत से 4.4 प्रतिशत तक होगी. इस ट्रेंड को देखते हुए, विश्लेषकों का अनुमान है कि इस साइकिल के दौरान कम से कम 75 आधार अंकों की दर में कटौती होगी, अप्रैल और जून 2025 में लगातार कटौती की उम्मीद है. अक्टूबर 2025 में दरों में कटौती का एक और दौर शुरू हो सकता है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस महीने और आगे चलकर कम महंगाई के साथ, हम उम्मीद करते हैं कि साइकिल के दौरान ब्याज दरों में कटौती कम से कम 75 बेसिस अंकों की हो सकती है, अगली पॉलिसी अप्रैल और जून 2025 में लगातार दरों में कटौती होगी. अगस्त 2025 के बाद ब्याज दरों में कटौती का साइकिल अक्टूबर 2025 से फिर से शुरू हो सकता है.

महंगाई कम होने के कारण

भारत की रिटेल महंगाई फरवरी 2025 में 3.6 फीसदी के साथ 7 महीने के निचले स्तर पर आ गई, जिसका मुख्य कारण खाद्य कीमतों में तेज गिरावट है. सब्जियों की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट के कारण खाद्य एवं पेय पदार्थों की महंगाई घटकर 3.84 फीसदी रह गई. उल्लेखनीय है कि लहसुन, आलू और टमाटर की कीमतों में भारी गिरावट के कारण 20 महीनों में पहली बार सब्जियों की महंगाई नेगेटिव देखने को मिली. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि महाकुंभ उत्सव ने लहसुन की खपत को कम करने में भूमिका निभाई, जबकि उपवास के दौरान मांग बढ़ने के कारण फलों की कीमतों में उछाल आया. महंगाई में कमी के बावजूद, आयातित महंगाई बढ़ रही है, जो जून 2024 में 1.3 फीसदी से बढ़कर फरवरी 2025 में 31.1 प्रतिशत हो गई. यह वृद्धि कीमती धातुओं, तेलों और रासायनिक उत्पादों की उच्च कीमतों के कारण हुई है. रुपए में गिरावट आने वाले महीनों में महंगाई को और प्रभावित कर सकती है.

इंडस्ट्रीय और कॉरपोरेट सेक्टर भी मजबूत

इस बीच, भारत के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) ने जनवरी 2025 में 5 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की, जो दिसंबर 2024 में 3.2 प्रतिशत थी. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने 5.5 फीसदी की वृद्धि के साथ बढ़त हासिल की, जबकि माइनिंग में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई. हालांकि, अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 तक ये ग्रोथ 4.2 प्रतिशत रही, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में दर्ज 6 प्रतिशत से कम है. आर्थिक उतार-चढ़ाव के बावजूद भारतीय कॉर्पोरेट सेक्टर ने लचीलापन दिखाया. लगभग 4,000 लिस्टेड ने Q3 FY25 में 6.2 फीसदी का रेवेन्यू ग्रोथ देखने को मिला, जिसमें EBITDA में 11 प्रतिशत की वृद्धि हुई और पैट पिछले वर्ष की तुलना में 12 प्रतिशत बढ़ा. कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, FMCG, हेल्थकेयर और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों ने मजबूत वृद्धि दर्ज की.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,