महिलाओं ने संभाली 85 ट्रेनों की कमान
100 की रफ्तार से चल रही ट्रेन में बैठी महिलाओं को अहसास हुआ, वह किसी से कम नहीं। बेटियां ट्रेन चला सकती हैं।
महिलाओं ने संभाली 85 ट्रेनों की कमान
पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय स्टेशन के कंट्रोल रूम में पहली बार बैठी महिलाओं की टीम
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर रेलवे के कार्यालयों से लगायत स्टेशन के टिकट बुकिंग काउंटर, कंट्रोल रूम और ट्रेन सहित सभी प्रमुख कार्य स्थलों पर महिलाओं का ही प्रतिनिधित्व दिखा। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय स्टेशन गोरखपुर के रूट रिले इंटरलाकिंग पैनल (आरआरआइ यानी कंट्रोल रूम) में पहली बार महिलाओं की टीम बैठी। सुपरवाइजर शालू के नेतृत्व में महिलाओं ने कंट्रोल रूम में बैठकर सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक अप 45 और डाउन 40 सहित आठ घंटे में यात्री ट्रेन और मालगाड़ी सहित कुल 85 ट्रेनों का सफल संचालन सुनिश्चित किया।
ट्रेनें समय से पूरी तरह सुरक्षित अपने गंतव्य की ओर चलती रहीं। महिलाओं ने कंट्रोल रूम को ही नहीं संभाला बल्कि एक ट्रेन का भी संचालन किया। महिलाओं के नेतृत्व में गोरखपुर-नौतनवा 15105 इंटरसिटी गोरखपुर से निर्धारित समय से सात मिनट लेट से सुबह 10:17 बजे रवाना होकर सात मिनट पहले दोपहर 12:18 बजे नौतनवा पहुंच गई। लोको पायलट प्रियंका शर्मा, सहायक लोको पायलट अंजलि कुमारी और गार्ड ट्रेन मैनेजर जागृति त्रिपाठी ने गोरखपुर के प्लेटफार्म नंबर पांच पर खड़ी ट्रेन को आगे बढ़ाने के लिए जैसे ही हरी झंडी दिखाई, ट्रेन में सवार 154 महिलाओं के चेहरे खिल उठे।
100 की रफ्तार से चल रही ट्रेन में बैठी महिलाओं को अहसास हुआ, वह किसी से कम नहीं। बेटियां ट्रेन चला सकती हैं। इंटरसिटी में लोको पायलट और गार्ड के अलावा सुरक्षा बल की प्रियंका सिंह, वीणा आर्या और कविता मीणा तथा टिकट चेकिंग स्टाफ किरण प्रसाद, सरिता लाकड़ा और नेहा यादव की टीम शामिल थी। गोरखपुर-नौतनवा इंटरसिटी ही नहीं महिलाओं ने बादशाहनगर गोंडा मालगाड़ी का भी संचालन किया। गोरखपुर और बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के प्रमुख कार्य स्थलों पर महिलाओं ने पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया।
गोरखपुर जंक्शन पर ही 17 महिला लोको पायलट और एक गार्ड भी तैनात हैं। महाप्रबंधक ने बढ़ाया उत्साहः पूर्वोत्तर रेलवे की कमान पहली बार महिला महाप्रबंधक सौम्या माथुर के कुशल हाथों में है। महिला दिवस पर महाप्रबंधक भी रेलवे स्टेशन पहुंच गईं। आरआरआइ पहुंचकर महाप्रबंधक ने एरिया कंट्रोलर, पैनल आपरेटर, जूनियर इंजीनियर/ सिग्नल, ब्लाक आपरेटर, गाड़ी लिपिक एवं सहायक के पद पर कार्यरत महिलाओं से मिलकर उनकी कार्यप्रणाली एवं परिचालन से संबंधित तकनीकी एवं व्यावहारिक जानकारियां हासिल की।
महिला रेलकर्मियों का उत्साहवर्धन करते हुए पुरस्कृत भी किया। कर्मचारी संगठनों ने किया सम्मानितः रेलवे कर्मचारी संगठनों ने जगह- जगह कार्यक्रम आयोजित कर महिला रेलकर्मियों को सम्मानित किया। एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के महामंत्री केएल गुप्ता के नेतृत्व में गीता श्रीवास्तव की उपस्थिति में दर्जनों महिलाओं को सम्मानित किया गया। पूर्वोत्तर रेलवे श्रमिक संघ (पीआरएसएस) ने केंद्रीय संगठन मंत्री संजय त्रिपाठी के नेतृत्व में यांत्रिक कारखाना के सभी शापों में पहुंचकर महिला रेलकर्मियों को कलम देकर सम्मानित किया।
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