5 नवंबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ, 5 नवंबर को जन्मे व्यक्तियों, निधन, और महत्वपूर्ण अवसरों पर संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की जा रही है,
Mahatma Gandhi, returned to India in 1915, Hyderabad, integrated into India in 1948, German Technology, fall of the Berlin Wall in 1989, Diwali, celebrated in India in 2021, Moon, information about lunar surface studies in 2000, Pandit Nehru, inauguration by Nehru in 1963, International Day of Light, celebrated worldwide in 2017,
Important events of 5th November
1556 - पानीपत के दूसरे युद्ध में अकबर ने हेमू को हराया
पानीपत का दूसरा युद्ध 5 नवंबर 1556 को हुआ, जिसमें मुग़ल सम्राट अकबर ने अफगान शासक हेम चंद्र विक्रमादित्य, जिसे हेमू कहा जाता है, को हराया। यह युद्ध भारत के इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़ था, क्योंकि इससे मुग़ल साम्राज्य की नींव और मजबूत हुई। हेमू ने पहले विजय प्राप्त की थी, लेकिन इस युद्ध में एक तीर लगने से वह बेहोश हो गए। अकबर की सेना ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए जीत हासिल की, जिससे मुग़ल साम्राज्य का विस्तार हुआ और अकबर ने अपनी शक्ति को और मजबूत किया।
1630 - स्पेन और इंग्लैंड के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर
5 नवंबर 1630 को स्पेन और इंग्लैंड के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता इंग्लैंड की आक्रमकता को समाप्त करने और दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने का प्रयास था। इस समय, इंग्लैंड और स्पेन के बीच कई सैन्य संघर्ष चल रहे थे, जिससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इस समझौते ने व्यापार को सुगम बनाया और दोनों देशों के बीच सहयोग की संभावनाओं को बढ़ावा दिया, जिससे यूरोप में स्थिरता आई।
1639 - मैसाच्युसेट्स में पहले डाकघर की स्थापना
5 नवंबर 1639 को अमेरिका के मैसाच्युसेट्स में पहला डाकघर स्थापित किया गया। यह डाकघर स्थानीय लोगों के लिए संचार का एक महत्वपूर्ण साधन बन गया। इससे न केवल पत्राचार में सुधार हुआ, बल्कि यह व्यापार और सामाजिक संबंधों को भी प्रोत्साहित करने का कार्य किया। डाक सेवा की स्थापना से लोगों को अपनी बातों और समाचारों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने में सुविधा मिली, जिससे अमेरिका में संचार प्रणाली का विकास हुआ।
1678 - ब्रैंडनबर्गर्स ने ग्रीफ्सवाल्ड पर क़ब्ज़ा जमाया
5 नवंबर 1678 को जर्मनी की विशेष सेना, ब्रैंडनबर्गर्स ने स्वीडन के ग्रीफ्सवाल्ड शहर पर क़ब्ज़ा किया। यह घटना स्वीडन और उसके पड़ोसी देशों के बीच युद्धों के समय की थी। इस क़ब्ज़े ने स्वीडन की शक्ति को कमजोर किया और जर्मनी की सैन्य शक्ति को बढ़ाया। इस समय की भू-राजनीति में जर्मनी और स्वीडन के बीच तनाव और संघर्षों का महत्वपूर्ण स्थान था, और इस क़ब्ज़े ने जर्मनी के लिए रणनीतिक लाभ प्रदान किया।
1725 - स्पेन और आस्ट्रिया के बीच गुप्त समझौते पर हस्ताक्षर
5 नवंबर 1725 को स्पेन और आस्ट्रिया ने एक गुप्त समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का मुख्य उद्देश्य यूरोप में शक्ति संतुलन बनाए रखना और आपसी सहयोग को बढ़ावा देना था। यह समझौता विभिन्न सैन्य और राजनीतिक मुद्दों पर सहयोग के लिए एक ठोस आधार तैयार करता था। यह अवधि यूरोपीय शक्तियों के बीच जटिल राजनैतिक संबंधों और संघर्षों का समय था, जिसमें विभिन्न शक्तियों ने अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए गठबंधन बनाए।
1811 - अल सल्वाडोर का प्रथम स्वतंत्रता संघर्ष
5 नवंबर 1811 को अल सल्वाडोर ने स्पेन के खिलाफ अपना पहला स्वतंत्रता संघर्ष शुरू किया। यह संघर्ष स्पेनिश उपनिवेशों की स्वतंत्रता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। स्थानीय विद्रोही समूहों ने स्पेनिश शासन के खिलाफ आवाज उठाई और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। इस संघर्ष ने अल सल्वाडोर के लोगों में राष्ट्रीय पहचान और स्वतंत्रता की भावना को जागृत किया, और यह प्रक्रिया आगे चलकर उनके स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बनी।
1854 - क्रीमिया के युद्ध में जीत
5 नवंबर 1854 को क्रीमिया के युद्ध में ब्रिटिश और फ्रांसीसी सेनाओं ने रूसी सेना को इकेरमान में पराजित किया। यह युद्ध रूस और ओटोमन साम्राज्य के बीच हुआ था, जिसमें ब्रिटिश और फ्रांसीसी सेनाएं ओटोमन साम्राज्य का समर्थन कर रही थीं। इस विजय ने यूरोप में रूस के विस्तार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। युद्ध ने आधुनिक युद्ध की तकनीकों और रणनीतियों को भी जन्म दिया, जिससे भविष्य के युद्धों में बदलाव आया।
1872 - उल्येसेस एस ग्रांट का पुनः राष्ट्रपति निर्वाचन
5 नवंबर 1872 को उल्येसेस एस ग्रांट अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में दूसरी बार निर्वाचित हुए। उनका कार्यकाल महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक परिवर्तनों का गवाह बना। ग्रांट ने अमेरिकी नागरिक अधिकारों की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण नीतियाँ लागू कीं। उनके नेतृत्व में अमेरिका ने गृह युद्ध के बाद पुनर्निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए, जो देश के लिए एक स्थायी प्रभाव छोड़ गए।
1914 - तुर्की के विरुद्ध युद्ध की घोषणा
5 नवंबर 1914 को इंग्लैंड और फ्रांस ने तुर्की के खिलाफ युद्ध की घोषणा की। यह घटना प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हुई और इससे तुर्की का ओटोमन साम्राज्य संघर्ष में शामिल हो गया। यह युद्ध दोनों पक्षों के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि तुर्की की स्थिति ने युद्ध की धारा को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस संघर्ष ने यूरोप के राजनीतिक नक्शे को बदलने में भी मदद की, जिसके परिणामस्वरूप तुर्की का साम्राज्य कमजोर हुआ।
1920 - इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी की स्थापना
5 नवंबर 1920 को 'इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी' की स्थापना की गई। यह संस्था मानवता की सेवा करने के लिए समर्पित है और आपातकालीन सहायता, चिकित्सा सेवाएं और राहत कार्य करती है। इसका उद्देश्य प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध और स्वास्थ्य संकट के समय लोगों की सहायता करना है। भारतीय रेडक्रॉस ने समय-समय पर विभिन्न सामाजिक और स्वास्थ्य कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और आज भी यह संस्था सामाजिक सेवा में अग्रणी है।
1930 - सिन्क्लेयर लेविस को नोबल पुरस्कार
5 नवंबर 1930 को अमेरिकी लेखक सिन्क्लेयर लेविस को उनकी कृति 'बाबित्त' के लिए साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लेविस अमेरिकी साहित्य के एक महत्वपूर्ण स्तंभ थे और उनके कार्यों में समाज के विभिन्न पहलुओं की आलोचना की गई है। 'बाबित्त' एक महत्वपूर्ण उपन्यास है जो अमेरिकी समाज की परतों को उजागर करता है। यह पुरस्कार उनके लेखन के प्रति मान्यता के साथ-साथ अमेरिकी साहित्य में उनके योगदान को भी दर्शाता है।
1951 - नावेदा परमाणु परीक्षण
5 नवंबर 1951 को अमेरिका ने नावेदा परमाणु परीक्षण केंद्र में एक महत्वपूर्ण परमाणु परीक्षण किया। यह परीक्षण अमेरिका के परमाणु कार्यक्रम का हिस्सा था और इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के युग में परमाणु शक्ति की प्रदर्शनी के रूप में देखा गया। परीक्षण ने दुनिया में परमाणु हथियारों के विकास और उनके प्रभाव को प्रदर्शित किया। यह घटना वैश्विक राजनीति में परमाणु सुरक्षा और निरस्त्रीकरण के मुद्दों पर बहस को भी प्रभावित करने वाली थी।
1961 - नेहरू की न्यूयॉर्क यात्रा
5 नवंबर 1961 को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने न्यूयॉर्क की यात्रा की। यह यात्रा संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए थी, जहां उन्होंने भारत की नीतियों और विचारों को प्रस्तुत किया। नेहरू ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत के महत्व और उसकी विकास योजनाओं पर चर्चा की। उनकी यह यात्रा न केवल भारत के लिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी महत्वपूर्ण थी, क्योंकि उन्होंने विश्व शांति और सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।
1976 - सोवियत संघ का परमाणु परीक्षण
5 नवंबर 1976 को सोवियत संघ ने एक परमाणु परीक्षण किया। यह परीक्षण सोवियत परमाणु कार्यक्रम का हिस्सा था और इसके परिणामस्वरूप वैश्विक स्तर पर सुरक्षा चिंताओं में वृद्धि हुई। इस परीक्षण ने शीत युद्ध के दौरान अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक संतुलन को प्रभावित किया और अन्य देशों को भी परमाणु शक्ति के विकास की दिशा में प्रेरित किया। यह घटना न केवल सोवियत संघ के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई।
1985 - राष्ट्रपति न्येरेरे का पदत्याग
5 नवंबर 1985 को तंजानिया के राष्ट्रपति जूलियस न्येरेरे ने 24 वर्षों के शासन के बाद पदत्याग किया। उनका शासन तंजानिया के लिए एक महत्वपूर्ण समय था, जहां उन्होंने सामाजिक और आर्थिक सुधारों को लागू करने की कोशिश की। हालांकि, उनके शासन के अंत में राजनीतिक अस्थिरता और आर्थिक समस्याएँ उत्पन्न हुईं। न्येरेरे के पदत्याग ने तंजानिया में नई राजनीतिक दिशा का संकेत दिया और देश में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की शुरुआत की।
1995 - यित्जाक रॉबिन की हत्या
5 नवंबर 1995 को इस्रायल के प्रधानमंत्री यित्जाक रॉबिन की गोली मारकर नृशंस हत्या कर दी गई। रॉबिन ने इस्रायल और फिलिस्तीन के बीच शांति वार्ताओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उन्हें शांति के प्रतीक के रूप में देखा जाता था। उनकी हत्या ने इस्रायल और फिलिस्तीन के बीच शांति प्रक्रिया को गंभीर रूप से प्रभावित किया और इसके बाद देश में राजनीतिक तनाव बढ़ गया। यह घटना न केवल इस्रायल के लिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक बड़ा झटका था।
1999 - मैल्कम मार्शल का निधन
5 नवंबर 1999 को वेस्टइंडीज के महानतम तेज गेंदबाज़ मैल्कम मार्शल का निधन हो गया। वे अपने समय के सबसे प्रभावशाली गेंदबाजों में से एक माने जाते थे और उनके नाम पर कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। मार्शल ने अपने करियर में 400 से अधिक टेस्ट विकेट लिए और उनकी तेज़ गेंदबाज़ी की गति और स्विंग उन्हें अन्य गेंदबाजों से अलग बनाती थी। उनका निधन क्रिकेट जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति थी और उन्हें आज भी श्रद्धांजलि दी जाती है।
2001 - भारत और रूस का संयुक्त बयान
5 नवंबर 2001 को भारत और रूस ने अफ़ग़ान सरकार में तालिबान की भागीदारी को नामंजूर कर दिया। यह संयुक्त बयान दोनों देशों के बीच सुरक्षा और राजनीतिक सहयोग को दर्शाता है। तालिबान के शासन को लेकर भारत और रूस के विचारों में समानता थी, और इसने अफ़ग़ानिस्तान में स्थिरता और सुरक्षा की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाने का संकेत दिया। यह समय अफ़ग़ानिस्तान में आतंकवाद और राजनीतिक अस्थिरता के खिलाफ संघर्ष का था।
2002 - खुमैनी ने आम माफी दी
5 नवंबर 2002 को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खुमैनी ने जेल में बंद देश के शीर्ष असंतुष्ट नेता अब्दुल्ला नूरी को आम माफी दी। यह निर्णय ईरानी राजनीति में महत्वपूर्ण माना गया, क्योंकि इससे देश में राजनीतिक कैदियों की स्थिति में सुधार की उम्मीद बंधी। नूरी एक प्रमुख राजनीतिक नेता थे और उनकी रिहाई ने ईरान के आंतरिक मामलों में संभावित बदलाव का संकेत दिया। यह कदम ईरानी समाज में सुधार और राजनीतिक सहिष्णुता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
2004 - गाजा पट्टी और पश्चिमी तट के चार बस्तियों का खाली करना
5 नवंबर 2004 को इजरायली प्रधानमंत्री एरियल शैरोन की योजना के तहत गाजा पट्टी और पश्चिमी तट की चार बस्तियों को खाली करने संबंधी प्रस्ताव को इस्रायली संसद ने मंजूरी दी। यह योजना इजरायल और फिलिस्तीनी संघर्ष को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना गया। बस्तियों का खाली करना न केवल क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण था, बल्कि इससे इजरायल के नीति में भी बदलाव की संभावना बनी। इस निर्णय का प्रभाव दोनों पक्षों के बीच संबंधों पर पड़ा।
2006 - सद्दाम हुसैन को फाँसी की सज़ा
5 नवंबर 2006 को इराक के उच्चाधिकार न्यायाधिकरण ने देश के अपदस्थ राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को मानवता के खिलाफ अपराध का दोषी पाते हुए फाँसी की सज़ा सुनाई। यह निर्णय इराक में लंबे समय तक चलने वाले विवाद और संघर्षों के बाद आया था। सद्दाम की सरकार ने इराक में कई मानवाधिकार उल्लंघनों को अंजाम दिया था, और उनकी सज़ा ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में न्याय और जवाबदेही की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने का संकेत दिया।
2007 - चंद्रमा की कक्षा में चीन का पहला अंतरिक्ष यान
5 नवंबर 2007 को चीन का पहला अंतरिक्ष यान चेंज-1 चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा। यह चीन की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी और इसे राष्ट्रीय गर्व के रूप में देखा गया। चेंज-1 ने चंद्रमा की सतह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी एकत्रित की और इससे चीन की अंतरिक्ष अनुसंधान की दिशा में नई संभावनाएँ खुली। यह मिशन चीन की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं का प्रमाण था और भविष्य में अन्य अंतरिक्ष अभियानों की नींव रखी।
2012 - सीरिया में आत्मघाती बम विस्फोट
5 नवंबर 2012 को सीरिया में एक आत्मघाती बम विस्फोट में 50 सैनिक मारे गए। यह घटना सीरिया के गृहयुद्ध के दौरान हुई, जब विभिन्न गुटों के बीच संघर्ष तेज हो गया था। विस्फोट ने देश में जारी राजनीतिक और सामाजिक अस्थिरता को और बढ़ा दिया। इस प्रकार की घटनाएँ न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता का विषय बनीं। यह सीरिया में मानवाधिकारों के उल्लंघन और युद्ध के दौरान होने वाली मानवता के खिलाफ अपराधों की एक और मिसाल थी।
2013 - भारत का पहला मंगल ग्रह परिक्रमा अभियान
5 नवंबर 2013 को भारत ने अपने पहले मंगल ग्रह परिक्रमा अभियान (एमओएम) के लिए ध्रुवीय रॉकेट को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक प्रक्षिप्त करके इतिहास रच दिया। यह अभियान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की एक बड़ी उपलब्धि थी, जिससे भारत ने अंतरिक्ष में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया। एमओएम ने मंगल ग्रह के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया। भारत का यह मिशन न केवल विज्ञान में देश की उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि यह तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रतीक भी है।
चित्तरंजन दास (1870)
चित्तरंजन दास एक प्रमुख भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता थे। उन्हें "देशबंधु" के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में सक्रियता से भाग लिया और विभाजन के खिलाफ आवाज उठाई। चित्तरंजन दास ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और वे समाज सुधारक भी थे। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने का कार्य किया और भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने में योगदान दिया। उनका जीवन और कार्य आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
बनारसी दास गुप्ता (1917)
बनारसी दास गुप्ता हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद राजनीति में सक्रिय रहे। वे राज्य की विकास योजनाओं को लागू करने में अग्रणी रहे। गुप्ता ने ग्रामीण विकास और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया और समाज में सुधार लाने के लिए कई पहल कीं। उनके नेतृत्व में हरियाणा ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं, जो आज भी राज्य के विकास में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
उदयराज सिंह (1921)
उदयराज सिंह हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार और कवि थे। उनका लेखन न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर भी उन्होंने अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने हिंदी साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया और कई साहित्यिक पुरस्कार जीते। उदयराज सिंह की रचनाएं आज भी पाठकों के बीच लोकप्रिय हैं और उन्होंने हिंदी भाषा को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अर्जुन सिंह (1930)
अर्जुन सिंह एक वरिष्ठ भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक प्रमुख नेता के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने शिक्षा, सामाजिक न्याय और विकास के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया। वे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और उन्होंने राज्य में कई सुधारात्मक नीतियों को लागू किया। उनका राजनीतिक जीवन समाज के हर वर्ग के लिए समर्पित रहा और उन्होंने शिक्षा और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
सुहास पांडुरंग सुखात्मे (1938)
सुहास पांडुरंग सुखात्मे एक प्रमुख भारतीय वैज्ञानिक और शिक्षाविद थे। वे परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रहे और उन्होंने भारत के परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके शोध कार्य और विज्ञान शिक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने कई विद्यार्थियों को प्रेरित किया। सुखात्मे ने विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम चलाए और उनके कार्यों का प्रभाव आज भी महसूस किया जा सकता है।
श्याम सरन नेगी (2022)
श्याम सरन नेगी हिमाचल प्रदेश के एक शिक्षक थे और वे देश के पहले मतदाता के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने 1951 में भारत के पहले आम चुनाव में मतदान किया था। उनका जीवन शिक्षित करने और लोकतंत्र के प्रति लोगों को जागरूक करने में समर्पित रहा। उनका योगदान न केवल शिक्षा के क्षेत्र में था, बल्कि उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में भागीदारी के महत्व को भी उजागर किया।
परमानन्द श्रीवास्तव (2013)
परमानन्द श्रीवास्तव हिंदी के प्रमुख आलोचकों में गिने जाते थे। उनकी आलोचनात्मक दृष्टि और गहन अध्ययन ने हिंदी साहित्य को नई दिशा दी। उन्होंने कई महत्वपूर्ण साहित्यिक पत्रिकाओं में लेखन किया और साहित्यिक परंपराओं को समझने में योगदान दिया। उनका कार्य साहित्य के क्षेत्र में एक मील का पत्थर है और उनकी विचारधारा आज भी प्रासंगिक है।
फ़िरोजशाह मेहता (1915)
फ़िरोजशाह मेहता एक प्रमुख भारतीय राजनेता और बंबई नगरपालिका के संविधान (चार्टर) के निर्माता थे। उन्होंने भारतीय राजनीति में सुधार लाने के लिए कई पहल कीं और नागरिक अधिकारों के लिए संघर्ष किया। उनकी नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शिता ने भारतीय राजनीति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मेहता का योगदान आज भी लोगों को प्रेरित करता है और उनकी विरासत को याद किया जाता है।
फ़ैयाज़ ख़ाँ (1950)
फ़ैयाज़ ख़ाँ ध्रुपद और ख़याल गायन शैली के एक महान गायक थे। उनकी संगीत प्रतिभा ने उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत में विशेष स्थान दिलाया। वे न केवल एक उत्कृष्ट गायक थे, बल्कि उन्होंने संगीत के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य भी किए। उनका संगीत आज भी श्रोताओं के दिलों में बसा है और उनकी कला की सराहना की जाती है।
नागार्जुन (1998)
नागार्जुन रगतिवादी विचारधारा के लेखक और कवि थे। उन्होंने हिंदी साहित्य में अनेक महत्वपूर्ण कृतियाँ लिखीं और समाज के मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की। उनकी कविता में सामाजिक और राजनीतिक सन्देश होते थे, जो पाठकों को सोचने पर मजबूर करते थे। नागार्जुन का कार्य आज भी साहित्य प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक है और उनकी विचारधारा का प्रभाव आज भी देखा जा सकता है।
बी. आर. चोपड़ा (2008)
बी. आर. चोपड़ा हिंदी फ़िल्म निर्माता और निर्देशक थे। उन्होंने भारतीय सिनेमा में कई उत्कृष्ट फ़िल्में बनाई, जो सामाजिक मुद्दों पर आधारित थीं। उनके कार्य ने भारतीय सिनेमा को नई दिशा दी और उन्होंने फ़िल्म के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाने का काम किया। उनकी फ़िल्में आज भी दर्शकों के दिलों में जीवित हैं और उनकी कला की सराहना की जाती है।
भूपेन हज़ारिका (2011)
भूपेन हज़ारिका भारत के एक विलक्षण कलाकार थे, जो अपने गीत खुद लिखते थे, संगीतबद्ध करते थे और गाते थे। उनकी आवाज़ और संगीत में एक विशेष जादू था, जिसने लोगों के दिलों को छू लिया। भूपेन हज़ारिका ने भारतीय लोक संगीत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई और उनकी रचनाएँ आज भी लोगों के बीच गूंजती हैं। उनका योगदान संगीत के क्षेत्र में अमूल्य है।
विजयदेव नारायण साही (1982)
विजयदेव नारायण साही एक प्रसिद्ध कवि और आलोचक थे। उनकी कविताओं में गहन भावनाएँ और विचार होते थे, जो साहित्य प्रेमियों को आकर्षित करते थे। उन्होंने हिंदी साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनकी रचनाएँ आज भी साहित्यिक चर्चाओं का विषय बनती हैं। उनकी विद्या और लेखन की शैली ने उन्हें एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।
अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रास दिवस (सप्ताह)
अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रास दिवस हर वर्ष 5 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन रेड क्रास और रेड क्रीसेंट के मानवता की सेवा में योगदान को मान्यता देने के लिए समर्पित है। इस अवसर पर विश्वभर में राहत कार्य, आपातकालीन सेवाएँ और मानवीय सहायता की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाता है। रेड क्रॉस संगठन मानवता की भलाई के लिए चिकित्सा, आपातकालीन सेवाएँ और आपदा राहत प्रदान करता है। यह दिन समाज में सहयोग, सहानुभूति और मानवता के प्रति प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
Here’s the history of significant events that took place on November 5th throughout the years:
1556 - Second Battle of Panipat
On November 5, 1556, Mughal Emperor Akbar defeated the Afghan ruler Hemu (also known as Hemu Chandra Vikramaditya) in the Second Battle of Panipat. This battle was a pivotal moment in Indian history, as it solidified the foundation of the Mughal Empire. Hemu had previously been victorious, but he was incapacitated by an arrow during the battle, allowing Akbar's forces to capitalize on the moment and secure a decisive victory, leading to the expansion of the Mughal Empire and the consolidation of Akbar's power.
1630 - Peace Treaty between Spain and England
On November 5, 1630, a peace treaty was signed between Spain and England. This agreement aimed to end hostilities and reduce tensions between the two nations, which had been engaged in multiple military conflicts that negatively impacted their economies. The treaty facilitated trade and promoted cooperation between the countries, contributing to stability in Europe.
1639 - Establishment of the First Post Office in Massachusetts
On November 5, 1639, the first post office in Massachusetts, USA, was established. This post office became a vital means of communication for the local population. It improved correspondence and encouraged trade and social connections, significantly enhancing the communication system in America.
1678 - Brandenburgers Capture Greifswald
On November 5, 1678, the Brandenburgers captured the city of Greifswald from Sweden. This event occurred during a period of military conflicts between Sweden and its neighboring countries. The capture weakened Sweden's power and bolstered Germany's military strength, marking an important moment in the geopolitics of the region.
1725 - Secret Agreement between Spain and Austria
On November 5, 1725, Spain and Austria signed a secret agreement. The main objective of this agreement was to maintain the balance of power in Europe and promote mutual cooperation. It laid the groundwork for collaboration on various military and political issues during a time of complex political relationships and conflicts among European powers.
1811 - First Independence Struggle of El Salvador
On November 5, 1811, El Salvador began its first independence struggle against Spain. This movement marked a significant step towards the independence of Spanish colonies. Local rebel groups rose against Spanish rule, igniting a national identity and desire for freedom among the Salvadoran people, becoming a part of their independence efforts.
1854 - Victory in the Crimean War
On November 5, 1854, British and French forces defeated the Russian army at Inkerman during the Crimean War. This war involved Russia and the Ottoman Empire, with British and French forces supporting the Ottomans. This victory played a crucial role in halting Russia's expansion in Europe and led to the development of modern military tactics and strategies.
1872 - Ulysses S. Grant Re-elected as President
On November 5, 1872, Ulysses S. Grant was re-elected as President of the United States. His second term witnessed significant political and economic changes. Grant implemented crucial policies to protect civil rights and took important steps towards Reconstruction after the Civil War, leaving a lasting impact on the nation.
1914 - Declaration of War against Turkey
On November 5, 1914, England and France declared war against Turkey. This event occurred during World War I and marked Turkey's entry into the conflict. Turkey's involvement played a significant role in changing the course of the war and contributed to reshaping the political landscape of Europe, leading to the weakening of the Ottoman Empire.
1920 - Establishment of the Indian Red Cross Society
On November 5, 1920, the Indian Red Cross Society was established, dedicated to humanitarian service. The organization provides emergency assistance, medical services, and relief work. Its mission is to help people during natural disasters, wars, and health crises, playing a vital role in various social and health programs in India.
1930 - Sinclair Lewis Awarded the Nobel Prize
On November 5, 1930, American author Sinclair Lewis was awarded the Nobel Prize in Literature for his work "Babbitt." Lewis was a significant figure in American literature, known for his critique of various societal aspects. "Babbitt" is an important novel that exposes the layers of American society and this award recognized his literary contributions.
1951 - Nevada Nuclear Test
On November 5, 1951, the United States conducted a significant nuclear test at the Nevada Test Site. This test was part of America's nuclear program and was seen as a demonstration of nuclear power in the post-World War II era. It showcased the development of nuclear weapons and their impact on global politics, influencing debates on nuclear security and disarmament.
1961 - Nehru's Visit to New York
On November 5, 1961, India's first Prime Minister Jawaharlal Nehru visited New York. The visit was for participating in the United Nations General Assembly, where he presented India's policies and ideas. Nehru emphasized India's significance on the international stage and the importance of global peace and cooperation.
1976 - Soviet Union Nuclear Test
On November 5, 1976, the Soviet Union conducted a nuclear test. This test was part of the Soviet nuclear program and heightened global security concerns. It significantly affected the international political balance during the Cold War and motivated other nations to pursue nuclear capabilities.
1985 - President Nyerere's Resignation
On November 5, 1985, Tanzanian President Julius Nyerere resigned after 24 years in power. His tenure was a crucial period for Tanzania, during which he attempted to implement social and economic reforms. However, political instability and economic issues emerged toward the end of his presidency, signaling a new political direction for the country and the beginning of democratic processes.
1995 - Assassination of Yitzhak Rabin
On November 5, 1995, Israeli Prime Minister Yitzhak Rabin was assassinated. Rabin played a significant role in peace negotiations between Israel and Palestine and was regarded as a symbol of peace. His assassination had a profound impact on the peace process and escalated political tensions in Israel, marking a tragic moment not only for the country but also for the global community.
1999 - Death of Malcolm Marshall
On November 5, 1999, West Indies cricket legend Malcolm Marshall passed away. He was regarded as one of the greatest fast bowlers of his time, holding numerous records. Marshall took over 400 Test wickets, and his pace and swing set him apart from other bowlers. His death was a tremendous loss to the cricketing world, and he is remembered with great respect.
2001 - Joint Statement by India and Russia
On November 5, 2001, India and Russia rejected Taliban's participation in the Afghan government in a joint statement. This declaration reflected the security and political cooperation between the two countries, highlighting their shared views on the Taliban regime and signaling a positive step towards stability and security in Afghanistan.
2002 - Khomeini Grants General Pardon
On November 5, 2002, Iran's Supreme Leader Ayatollah Khomeini granted a general pardon to the country's leading dissident, Abdollah Nouri, who had been imprisoned. This decision was seen as significant in Iranian politics, as it raised hopes for the improvement of political prisoners' conditions. Nouri was a prominent political figure, and his release signaled potential changes in Iran's internal affairs, marking a milestone towards reform and political tolerance.
2004 - Evacuation of Settlements in Gaza Strip and West Bank
On November 5, 2004, the Israeli parliament approved a plan by Prime Minister Ariel Sharon to evacuate four settlements in the Gaza Strip and West Bank. This plan was seen as a crucial step towards resolving the Israeli-Palestinian conflict. The evacuation not only held importance for regional stability but also suggested a potential shift in Israeli policy, impacting relations between the two parties.
2006 - Saddam Hussein Sentenced to Death
On November 5, 2006, Iraq's high tribunal sentenced former president Saddam Hussein to death for crimes against humanity. This verdict came after prolonged controversies and conflicts in Iraq. Saddam's regime was marked by numerous human rights violations, and his execution was viewed as a move towards justice and accountability in the international community.
These events illustrate a range of historical moments that shaped various aspects of global politics, society, and culture over the years.
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