पहले आरिफ फिर आलिम… युवक ने बनवाए 4 पासपोर्ट, क्या किसी आतंकी नेटवर्क से जुड़े हैं तार?

उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक शख्स ने अलग-अलग नाम से कई पासपोर्ट बनवाए. जब युवक का पर्दाफाश हुआ तो वह फरार हो गया. अब उस पर FIR दर्ज कर ली गई है और पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है. आरोपी की गिरफ्तार के बाद पता चलेगा कि उसने इन पासपोर्ट का इस्तेमाल कैसे और किस लिए किया.

Apr 29, 2025 - 12:56
 0  11
पहले आरिफ फिर आलिम… युवक ने बनवाए 4 पासपोर्ट, क्या किसी आतंकी नेटवर्क से जुड़े हैं तार?
पहले आरिफ फिर आलिम… युवक ने बनवाए 4 पासपोर्ट, क्या किसी आतंकी नेटवर्क से जुड़े हैं तार?

उत्तर प्रदेश के रामपुर से पासपोर्ट फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है, जहां रामपुर के भोट थाना क्षेत्र के तालबपुर गांव के रहने वाले आरिफ खान पर आरोप है कि उसने अलग-अलग नाम और जन्मतिथि के साथ कई पासपोर्ट बनवाए. मामला सामने आने के बाद आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन वह फरार हो गया. अब खुफिया एजेंसियां भी इस मामले की जांच में जुट गई हैं. क्योंकि आशंका जताई जा रही है कि यह किसी बड़े आतंकी या आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है.

दरअसल, यह मामला 2011 में शुरू हुआ, जब आरिफ खान ने बरेली स्थित पासपोर्ट ऑफिस से अपना पहला पासपोर्ट बनवाया. उस समय उसके दस्तावेज असली थे और नाम ‘आरिफ खान’ और जन्मतिथि 15 जनवरी 1983 दर्ज की गई थी. यह पासपोर्ट 2021 तक वैध रहा. मार्च 2021 में पासपोर्ट की वैधता खत्म होने पर आरिफ ने पुराने विवरण के साथ ही इसे अपडेट कराया. इस बार भी कोई गड़बड़ी नहीं पकड़ी गई और उसे नया पासपोर्ट मिल गया.

तीसरे पासपोर्ट में पूरी पहचान बदली

इसके बाद 2023 में आरिफ ने तीसरी बार पासपोर्ट के लिए आवेदन किया, लेकिन इस बार उसने नाम ‘आलिम पुत्र अहमद अली’ और जन्मतिथि 15 मार्च 1999 लिखी. उसने आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी बदले हुए पेश किए. हैरानी की बात तो ये है कि यह पासपोर्ट भी उसे जारी कर दिया गया और किसी को शक नहीं हुआ, लेकिन जब आरिफ ने चौथी बार पासपोर्ट के लिए आवेदन किया, तो विभाग ने पुराने रिकॉर्ड से उसका मिलान किया. इसमें नाम, पिता का नाम और जन्मतिथि तीनों में अंतर मिला. जन्मतिथि में पूरे 16 साल का फर्क देख अधिकारियों को शक हुआ और गहन जांच शुरू की गई.

मुकदमा दर्ज होने पर आरोपी फरार

जांच के बाद पासपोर्ट अधिकारी शैलेंद्र सिंह ने रामपुर पुलिस अधीक्षक को इसकी जानकारी दी. भोट थाने में आरिफ के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज इस्तेमाल करने और पासपोर्ट अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई. रिपोर्ट दर्ज होते ही आरोपी फरार हो गया. अब खुफिया एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या आरिफ ने इन फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल विदेश यात्रा के लिए किया या किसी आपराधिक नेटवर्क से उसका संबंध है. साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि क्या इस फर्जी पहचान का इस्तेमाल किसी अवैध गतिविधि में हुआ.

जल्द पकड़ा जाएगा आरोपी

वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपी की लोकेशन ट्रेस की जा रही है और तकनीकी सर्विलांस की मदद से जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस को उम्मीद है कि आरोपी की गिरफ्तारी से इस फर्जीवाड़े की पूरी साजिश सामने आ जाएगी कि उसने इतने पासपोर्ट क्यों बनवाए और उसने इनका इस्तेमाल कैसे और किस लिए किया.

What's Your Reaction?

like

dislike

wow

sad

UP HAED सामचार हम भारतीय न्यूज़ के साथ स्टोरी लिखते हैं ताकि हर नई और सटीक जानकारी समय पर लोगों तक पहुँचे। हमारा उद्देश्य है कि पाठकों को सरल भाषा में ताज़ा, विश्वसनीय और महत्वपूर्ण समाचार मिलें, जिससे वे जागरूक रहें और समाज में हो रहे बदलावों को समझ सकें।