होली के दौरान Waterborne Infections से पीड़ित हो सकते हैं आप, जान लें कैसे कर सकते हैं बचाव

Waterborne Infections During Holi 2025 : अगर आप अपने शरीर का ध्यान रखना चाहते हैं, तो सुरक्षित तरीके से होली खेलने की सलाह दी जाती है. बता दें, होली के दौरान गंदे पानी और दूषित भोजन से जलजनित संक्रमण (Waterborne Infections) हो सकता हैं, जिसके साथ आपको गंभीर समस्या हो सकती है. आइए जानते हैं इस बारे में.

Mar 13, 2025 - 18:53
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होली के दौरान Waterborne Infections से पीड़ित हो सकते हैं आप, जान लें कैसे कर सकते हैं बचाव

Waterborne Infections During Holi 2025 : रंगों का त्योहार यानी होली हर किसी को पसंद है. जहां लोग रंगों, पानी के गुब्बारों, स्वादिष्ट खाने-पीने की चीजों के साथ त्योहार मनाते हैं. वहीं अक्सर हमार बड़े-बुजुर्ग हमें सुरक्षित तरीके से होली खेलने की सलाह देते हैं. जिसके पीछे कारण है. दरअसल अगर सुरक्षित तरीके से होली नहीं खेली जाए तो इससे कई जलजनित संक्रमण (Waterborne Infections) हो सकते हैं.

इस बार में फोर्टिस अस्पताल, नोएडा के वरिष्ठ निदेशक (आंतरिक चिकित्सा) डॉ. अजय अग्रवाल ने कहा, "अगर सावधानी नहीं बरती गई तो होली के दौरान दूषित पानी के फैलने से घातक बीमारियां हो सकती हैं" जिससे काफी नुकसान शरीर को पहुंच सकता है'

क्या होता है जलजनित संक्रमण

हम सभी होली कई बार गंद पानी से भी खेल लेते हैं, जिसके कारण  जल जनित संक्रमण हो जाता है. मुख्य रूप से जल जनित संक्रमण दूषित पानी या भोजन की वजह से होता है. जिसमें बैक्टीरिया होते हैं. आपको बता दें, जल जनित संक्रमण से होने वाली बीमारी हल्की से लेकर गंभीर रूप ले सकती हैं. अगर सही समय पर इसका इलाज न हो, तो शरीर को काफी नुकसान पहुंचता है.

होली के दौरान होने वाले सामान्य जलजनित संक्रमण | Common waterborne infections during Holi

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गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण (Gastrointestinal infections) :  ये पाचन तंत्र पर असर करता है, जिसके कारण दूषित जल में ई. कोली और साल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया दस्त, उल्टी और ऐंठन का कारण बनते हैं.

टाइफाइड और हेपेटाइटिस ए (Typhoid and hepatitis) : होली के दौरान उपयोग किए जाने वाले गंदे जल से उत्पन्न कीटाणु टायफाइड बुखार और हेपेटाइटिस ए जैसे संक्रमणों को फैलाने के लिए जिम्मेदार होते हैं, जो लिवर और पाचन तंत्र दोनों को प्रभावित करते हैं.

त्वचा और आंखों में संक्रमण (Skin and eye infections): केमिकल वाले रंगों को पानी में मिलाकर जब लोग एक दूसरे को लगाते हैं, तो उससे त्वचा की एलर्जी, फंगल संक्रमण और आंखों में जलन हो सकती है, जिसके कारण खुजली या यहां तक आंखों में इंफेक्शन हो सकता है.

लेप्टोस्पायरोसिस (Leptospirosis): यह संक्रमित पानी के संपर्क में आने से होने वाला जीवाणु संक्रमण है, और अगर इसका इलाज न किया जाए तो लेप्टोस्पायरोसिस के कारण बुखार, मांसपेशियों में दर्द और गंभीर समस्या हो सकती है.

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जलजनित संक्रमण को रोकने के लिए सुझाव | Tips to prevent waterborne infections

साफ पानी का इस्तेमाल करें: होली के दौरान हमेशा सुनिश्चित करें कि इस्तेमाल किया जाने वाला पानी साफ और सुरक्षित है या नहीं.  गंदे पानी के साथ होली खेलना अवॉइड करें.

ऑर्गेनिक रंगों का चयन करें: जिन रंगों में केमिकल मिला है, उन्हें पानी के साथ मिलाकर होली न खेलें. ये त्वचा और आंखों के संक्रमण को बढ़ा सकते हैं.  प्राकृतिक, हर्बल या ऑर्गेनिक रंगों का चयन होली खेलने के लिए करें.

दूषित जल पीने से बचें: होली खेलने के दौरान खुला पानी, जो दूषित है, उसे पीने से बचना चाहिए. आप अपनी बोतलबंद पानी साथ रख सकते हैं.

व्यक्तिगत स्वच्छता: होली खेलने के बाद बचे हुए रंगों को धोने के लिए साफ पानी से ही स्नान करें. इसी के साथ एंटीसेप्टिक साबुन इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है.

अपनी आंखों और त्वचा की सुरक्षा करें: आंखों की सुरक्षा के लिए धूप का चश्मा पहनें और हानिकारक रंगों के सीधे संपर्क में आने से बचने के लिए पहले अपनी त्वचा पर नारियल तेल या मॉइस्चराइज़र लगा लें.

भारी पानी वाले पूल में खेलने से बचें: कीचड़ वाले पूल या पानी से भरे स्थानों पर होली न खेलें, क्योंकि यहां संक्रमण का खतरा अधिक होता है. ऐसे में ये सभी सावधानी होली के दौरान जरूर बरतें.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,