वहीदा रहमान के साथ दिख रहा एक्टर था सिनेमा का सुपरस्टार, कहा जाता था 'किंग ऑफ रोमांस' लुक पर मरती थीं लड़कियां, एक फैसले ने बर्बाद किया करियर

बिश्वजीत ने कोहरा, अप्रैल फूल, मेरे सनम, नाइट इन लंदन, दो कलियां और किस्मत जैसी सुपरहिट फिल्में दीं.  बिश्वजीत आज भी अपनी इन हिट फिल्मों से अपने फैंस की यादों में बसे हुए हैं.

Mar 23, 2025 - 06:08
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वहीदा रहमान के साथ दिख रहा एक्टर था सिनेमा का सुपरस्टार, कहा जाता था 'किंग ऑफ रोमांस' लुक पर मरती थीं लड़कियां, एक फैसले ने बर्बाद किया करियर

हिंदी सिनेमा के जाने माने और हैंडसम अभिनेता बिश्वजीत चटर्जी ने बंगाली फिल्म इंडस्ट्री से बॉलीवुड में कदम रखा था. थ्रिलर-मिस्ट्री फिल्म बीस साल बाद (1962) उनकी हिंदी डेब्यू फिल्म है. बिश्वजीत एक शानदार एक्टर होने के साथ-साथ हैंडसमनेस में भी पीछे नहीं थे. अपनी डेब्यू फिल्म से ही बिश्वजीत हिट हुए और उनकी चॉकलेट पर्सनैलिटी की कई लड़कियां दीवानी हो गई थीं. बिश्वजीत अपनी डेब्यू फिल्म से ही स्टार बन गए थे, लेकिन एक्टर की एक गलती ने उनका पूरा करियर ही चौपट कर दिया. आइए जानते हैं अपने पीक करियर में कैसे तबाह हुए बिश्वजीत.


'किंग ऑफ रोमांस' के नाम से थे मशहूर
बिश्वजीत ने कोहरा, अप्रैल फूल, मेरे सनम, नाइट इन लंदन, दो कलियां और किस्मत जैसी सुपरहिट फिल्में दीं.  बिश्वजीत आज भी अपनी इन हिट फिल्मों से अपने फैंस की यादों में बसे हुए हैं. बिश्वजीत ने अपने फिल्मी करियर में बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस आशा पारेख, वहिदा रहमान, मुमताज, माला सिन्हा और राजश्री संग काम किया था.  बिश्वजीत पुराने जमाने के किंग ऑफ रोमांस के नाम से मशहूर होने लगे थे.  बंगाली फिल्मों से आने के बाद बिश्वजीत ने हिंदी सिनेमा में भी अपना अच्छा खासा नाम कमा लिया था. गौरतलब है कि बिश्वजीत के पिता नहीं चाहते थे कि वह एक एक्टर बने.


किस गलती ने तबाह कर दिया करियर

बिश्वजीत का करियर पीक पर था और जिस फिल्म में बिश्वजीत होते थे वो हिट हो जाती थी. उनकी फिल्मों के गाने आज भी लोग सुनना पसंद करते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिश्वजीत एक शानदार एक्टर थे, लेकिन किसी ने उन्हें फिल्म प्रोड्यूसर बनने की सलाह दे दी. वहीं, बिश्वजीत ने फिल्म मेकिंग में हाथ आजमाया और फिल्म 'कहते हैं मुझको राजा' प्रोड्यूस और डायरेक्ट की, लेकिन फिल्म नहीं चली और उनका स्टार बनकर कमाया हुआ सारा पैसा ऐसे ही बर्बाद हो गया. उन्होंने दोबारा अभिनय की राह चुनी, लेकिन तब तक सब कुछ बर्बाद हो चुका था. उनके हिट गानों की बात करें तो 'तुम्हारी नजर क्यों खफा हो गई', 'पुकारता चला हूं मैं', 'कजरा मोहब्बत वाला' और 'कहीं दीप जले कहीं दिल' आज भी लोग सुनते हैं. 

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,