जिसे कहा जा रहा था 25 हजार KG ‘कोकीन’ वो तो कुछ और ही निकला, सरकार ने बताई सच्चाई

सीबीआई ने विशाखापत्तनम बंदरगाह पर पिछले साल हुई बड़ी जब्ती की जांच पूरी कर ली है. शुरुआत में 25,000 किलो कोकीन होने का संदेह था लेकिन सीएफएसएल रिपोर्ट से पता चला कि यह सूखा खमीर था. यह मामला मार्च 2024 में ब्राजील से आए एक शिपमेंट से जुड़ा था.

Mar 20, 2025 - 18:48
 0  16
जिसे कहा जा रहा था 25 हजार KG ‘कोकीन’ वो तो कुछ और ही निकला, सरकार ने बताई सच्चाई
जिसे कहा जा रहा था 25 हजार KG ‘कोकीन’ वो तो कुछ और ही निकला, सरकार ने बताई सच्चाई

सीबीआई ने पिछले साल इंटरपोल अलर्ट पर एक बड़ी खेप पकड़ी थी, जिसको लेकर कहा गया कि ये खेप नशे की थी. ये खेप विशाखापत्तनम पोर्ट पर पकड़ी गई थी. इसको लेकर सरकार ने राज्यसभा में बताया कि ये सूखा खमीर था. मंत्री जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा को एक सवाल के लिखित जवाब ये जानकारी दी. उनसे वाईआरसीपी के राज्यसभा सदस्य वाईवी सुब्बा रेड्डी ने सवाल किया था.

दरअसल, राज्यसभा सदस्य वाईवी सुब्बा रेड्डी ने सरकार से मार्च 2024 में ब्राजील से 25 हजार किलो कोकीन की कथित जब्ती के बारे में पूछा था. इस पर जितेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले साल सीबीआई ने 19 मार्च को ड्रग डिटेक्शन किट के आधार पर 25 किलोग्राम सूखा खमीर जब्त किया. इसके मादक पदार्थ होने का संदेह था.

पिछले साल सीबीआई ने दर्ज किया था केस

उन्होंने बताया कि इसे सैंटोस पोर्ट ब्राजील से विशाखापत्तनम भेजा गया था. पिछले साल 20 मार्च को सीबीआई ने मामला दर्ज किया था. इसके बाद सैंपल सीएफएसएल (Central Forensic Science Laboratory) को भेजे गए. जिसकी रिपोर्ट में कहा गया कि नारकोटिक्स/साइकोट्रोपिक पदार्थ के लिए नकारात्मक परिणाम मिले.

एक कंपनी के नाम पर बुक किया गया था कंटेनर

मंत्री ने बताया कि सीएफएसएल रिपोर्ट मिलने के बाद 23 जुलाई 2024 को कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दायर की गई, जिसे 21 सितंबर 2024 को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया. सीबीआई ने कहा कि शिपिंग कंटेनर विशाखापत्तनम स्थित एक कंपनी के नाम पर बुक किया गया था. मालवाहक ने ये कहा था कि शिपिंग कंटेनर में 25 किलोग्राम के निष्क्रिय सूखे खमीर के 1 हजार बोरे थे.

वहीं, जांच निदेशक और अभियोजन निदेशक के मामले में जितेंद्र सिंह ने बताया कि दो प्रमुख पदों को लोकपाल द्वारा भरा जाना है.लोकपाल और लोकायुक्त अधिनियम-2013 के प्रावधानों के तहत दोनों की नियुक्ति होनी है.लोकपाल और लोकायुक्त कानून-2013 एक जनवरी 2014 को लागू हुआ था. इसने अध्यक्ष और सदस्यों की नियुक्ति के बाद 27 मार्च- 2019 को काम करना शुरू किया.

What's Your Reaction?

like

dislike

wow

sad

@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,