औरंगजेब की कब्र पर चलेगा बुलडोजर? जानें देवेंद्र फडणवीस का बड़ा बयान क्या

Aurangzeb Row : महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी (SP) नेता अबू आज़मी द्वारा मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ करने पर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। इस बीच, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि सिर्फ भारतीय जनता पार्टी (BJP) ही नहीं, बल्कि राज्य और देश के लोग भी यही चाहते हैं कि मुगल शासक की कब्र को ढहा दिया जाए।

Mar 9, 2025 - 09:32
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औरंगजेब की कब्र पर चलेगा बुलडोजर? जानें देवेंद्र फडणवीस का बड़ा बयान क्या
मुंबई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने औरंगजेब की कब्र को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि यह सवाल केवल उनकी सरकार का नहीं, बल्कि सभी लोगों का है कि औरंगजेब की कब्र हटाई जानी चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस मामले में कुछ काम कानून के हिसाब से करना होता है, क्योंकि यह कब्र कांग्रेस के शासनकाल में संरक्षित की गई थी और उस समय से ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का संरक्षण प्राप्त है।फडणवीस ने यह भी कहा कि कब्र का संरक्षण एक कानूनी प्रक्रिया के तहत हुआ था। इसे हटाने या उसमें बदलाव करने के लिए कानून का पालन करना जरूरी है। उनका कहना था कि इस विषय पर जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता है।

औरंगजेब की कब्र पर विवाद

दरअसल, सीएम फडणवीस मुंबई में 'श्री गुरु तेग बहादुर जी महाराज' के 350वें शहीदी वर्ष के अवसर पर आयोजित 'गुरमत समागम' कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने यह बयान दिया। उनका यह बयान राज्य में औरंगजेब की कब्र को लेकर बढ़ते विवाद के बीच आया है, जिसमें कई राजनीतिक और धार्मिक संगठन इस कब्र को हटाने की मांग कर रहे हैं।

कब्र के मेंटीनेंस पर 6.5 लाख खर्च पर उठे सवाल

दो दिन पहले हिंदू जनजागृति समिति की ओर से एक आरटीआई के तहत यह जानकारी सामने आई थी कि औरंगजेब की कब्र के रखरखाव पर केंद्रीय पुरातत्व विभाग ने 2011 से 2023 तक लगभग 6.5 लाख रुपये खर्च किए हैं। इस मामले को लेकर समिति ने सवाल उठाया था कि औरंगजेब की कब्र के रखरखाव के लिए इतना खर्च क्यों किया जा रहा है? दूसरी ओर सिंधु दुर्ग किले पर स्थित राज राजेश्वर मंदिर के रखरखाव के लिए साल भर में केवल 6 हजार रुपये दिए जा रहे हैं।

अबु आजमी ने क्या कहा

इससे पहले 4 मार्च को, BJP नेता नवनीत राणा ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के खुलदाबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र को ढहाने की मांग की थी। यह SP विधायक अबू आसिम आज़मी के औरंगजेब की प्रशंसा के जवाब में था। समाजवादी पार्टी विधायक अबु आजमी ने कहा था कि औरंगजेब एक क्रूर, अत्याचारी या असहिष्णु शासक नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि 17वीं सदी के मुगल सम्राट के शासनकाल के दौरान, भारत की क्षेत्रीय सीमाए अफगानिस्तान और म्यांमार तक फैली हुई थीं, और देश एक वैश्विक आर्थिक महाशक्ति था। आज़मी ने औरंगजेब को एक सफल शासक बताया था।बाद में आज़मी ने माफी मांगते हुए कहा कि अगर उनकी टिप्पणी से किसी को ठेस पहुंची है तो उन्हें इसका पछतावा है। आज़मी ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा, 'मैं छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति संभाजी महाराज, डॉ. बीआर अम्बेडकर, महात्मा ज्योतिबा फुले, राजश्री शाहूजी महाराज के खिलाफ अपमानजनक शब्दों की कल्पना भी नहीं कर सकता, लेकिन प्रशांत कोराटकर, राहुल सोलापुरकर ने उनके खिलाफ बोला है, उनके पास सुरक्षा है, मेरे बयान पर यह हंगामा क्यों?'

सतारा के शाही परिवार ने रखी यह मांग

7 मार्च को, शिवाजी महाराज के 13वें वंशज, सतारा शाही परिवार के छत्रपति उदयनराजे भोसले ने मांग की थी कि कब्र को गिरा दिया जाए। उन्होंने कहा कि जो लोग औरंगजेब की कब्र पर जाते हैं और श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, वे उसका भविष्य हो सकते हैं। उन्हें वह कब्र अपने घर ले जानी चाहिए, लेकिन अब औरंगजेब के महिमामंडन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

'लुटेरा और चोर था औरंगजेब'

सतारा से BJP सांसद उदयनराजे ने कहा, 'क्या ज़रूरत है... एक JCB मशीन भेजो और उसकी कब्र को गिरा दो... वह एक चोर और लुटेरा था... शाहजी छत्रपति महाराज, राजमाता जीजाऊ छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में गलत बयान देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।' ऐतिहासिक वृत्तांतों के अनुसार, संभाजी महाराज को औरंगजेब के कहने पर पकड़ लिया गया था और उन्हें बेरहमी से प्रताड़ित करके मार डाला गया था। औरंगजेब ने संभाजी महाराज को क्रूरता से मरवा डाला था। औरंगजेब की कब्र छत्रपति संभाजी नगर (औरंगाबाद) के खुलदाबाद में स्थित है। औरंगजेब की कब्र खुलदाबाद में है। छठे मुगल बादशाह औरंगजेब (3 नवंबर, 1618 - 3 मार्च, 1707) की कब्र एक दरगाह परिसर में एक अचिन्हित कब्र है और ASI के नियंत्रण में आती है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,