वड़ा पाव को मिला ग्लोबल पहचान, टेस्ट एटलस की टॉप 50 सैंडविच लिस्ट में 39वां स्थान

वड़ा पाव को मिला ग्लोबल पहचान, टेस्ट एटलस की टॉप 50 सैंडविच लिस्ट में 39वां स्थान, Vada Pav gets global recognition 39th place in Taste Atlas top 50 sandwiches list,

Jan 24, 2025 - 17:40
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वड़ा पाव को मिला ग्लोबल पहचान, टेस्ट एटलस की टॉप 50 सैंडविच लिस्ट में 39वां स्थान

वड़ा पाव को मिला ग्लोबल पहचान, टेस्ट एटलस की टॉप 50 सैंडविच लिस्ट में 39वां स्थान

भारतीय स्नैक वड़ा पाव को दुनिया भर में खास पहचान मिल गई है। हाल ही में टेस्ट एटलस द्वारा जारी की गई दुनिया के बेस्ट सैंडविच की लिस्ट में वड़ा पाव ने 39वां स्थान हासिल किया है। यह लिस्ट दुनिया भर के फूड क्रिटिक्स और खाने के शौकीनों द्वारा तैयार की गई है।

वड़ा पाव एक भारतीय स्नैक है जिसे दुनिया भर के लोग बड़े चाव से खाते हैं. वड़ा पाव वैसे तो मुंबई में अधिक खाया जाता है लेकिन अब बाकी जगहों पर भी वड़ा पाव को लोग पसंद कर रहे हैं. वहीं टेस्ट एटलस ने बेस्ट सैंडविच की एक लिस्ट जारी की है, जिसमें वड़ा पाव को बेस्ट 50 में 39वां स्थान दिया गया है. क्या आपको भी पसंद है वड़ा पाव? कमेंट कर बताएं

क्या है वड़ा पाव?

वड़ा पाव मुंबई की गलियों से निकला एक लोकप्रिय स्नैक है, जिसे अक्सर "भारत का बर्गर" कहा जाता है। यह एक साधारण लेकिन स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड है, जिसमें मसालेदार आलू वड़ा (आलू पकौड़ा) को बीच में रखकर पाव (ब्रेड) के साथ परोसा जाता है। इसके साथ हरी चटनी, लहसुन की चटनी और हरी मिर्च का तड़का इसे और भी लाजवाब बना देता है।

कैसे हुई वड़ा पाव की शुरुआत?

वड़ा पाव की शुरुआत 1960 के दशक में मुंबई में हुई थी। इसे मुंबई के मिल मजदूरों के लिए एक सस्ते और जल्दी बनने वाले स्नैक के रूप में पेश किया गया था। समय के साथ, यह महाराष्ट्र का सबसे पसंदीदा स्ट्रीट फूड बन गया और आज यह देशभर में लोकप्रिय है।

टेस्ट एटलस की रैंकिंग से बढ़ा मान

वड़ा पाव को टेस्ट एटलस की टॉप 50 सैंडविच लिस्ट में शामिल किया जाना भारतीय फूड कल्चर के लिए गर्व की बात है। यह न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि इसकी सरलता और लोगों के बीच पहुंच ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है।

क्या आप भी वड़ा पाव के शौकीन हैं? हमें कमेंट में बताएं कि आपको वड़ा पाव क्यों पसंद है और आपका पसंदीदा वड़ा पाव स्पॉट कौन सा है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,