हमारे लिए मतांतरण का अर्थ राष्ट्रांतरण है, हम सहन नहीं करेंगे : विष्णुदेव साय
बिहारी वाजपेयी ने आदिवासी बहुलता के कारण ही छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया। नए राज्य में हुए पहले चुनाव में भाजपा को जनादेश मिला और लगातार तीन बार भाजपा ने इस प्रदेश की तमाम चुनौतियों को अवसर में बदलने में सफलता हासिल की थी।
हमारे लिए मतांतरण का अर्थ राष्ट्रांतरण है,
• छत्तीसगढ़ को 2047 तक विकसित राज्य बनाने के लिए विजन डाक्यूमेंट तैयार करने की घोषणा के पीले विजन क्या है ?
- 2047 में जब देश अपनी आजादी का शताब्दी वर्ष मना रहा होगा तब हमारा प्रदेश कैसा होगा। इसका एक है दीर्घकालिक विजन लेकर हम आ रहे हैं। प्रदेश के हर नागरिक की राज्य के विकास में भागीदारी सुनिश्चित करने वाला यह विजन डाक्यूमेंट राज्य स्थापना दिवस पर एक नवंबर 2024 को प्रस्तुत करेंगे।
• कभी सोचा था कि मुख्यमंत्री बनेंगे?
- भाजपा का कोई भी कार्यकर्ता कुछ बनने के सपने लेकर नहीं, बल्कि कुछ करने के सपने लेकर राजनीति में आता है। वह समान के लिए कुछ कर सके, अपना तन-मन-धन लगा सके, इस उद्देश्य से आता है। मैंने भी पंचायत से अपनी राजनीतिक यात्रा प्रारंभ की। जिस भी दायित्व में रहा, पार्टी ने जब भी जो भूमिका मेरे लिए तय की, उस पर खरा उत्तरने की पूरी कोशिश की। नई भूमिका को भी में इसी तरह देखता हूँ।
• आदिवासी समाज के उत्थान के लिए आपका क्या सोच है? - हमारे प्रेरणास्रोत, भारत रत्न अटल
बिहारी वाजपेयी ने आदिवासी बहुलता के कारण ही छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया। नए राज्य में हुए पहले चुनाव में भाजपा को जनादेश मिला और लगातार तीन बार भाजपा ने इस प्रदेश की तमाम चुनौतियों को अवसर में बदलने में सफलता हासिल की थी। राज्य की 32 प्रतिशत आबादी आदिवासी है। यहां तक की मेरे सार्वजनिक जीवन की शुरुआत आदिवासियों के उत्थान को लेकर हुई। पंच से लेकर सरपंच और विधायक फिर लोकसभा सदस्य और केंद्र में मंत्री रहते हुए आदिवासियों के कल्याण के लिए जितना संभव हुआ अधिक से अधिक प्रयास किया। कुछ दिन पहले पेश किए गए बजट को यदि आप देखेंगे तो मेरी सरकार ने आदिवासियों के कल्याण के
• सरगुजा-बस्तर की ओर देखो की नीति क्या है ?
- हम सरगुजा बस्तर को और देखो की नीति पर काम कर रहे हैं। गॉड, ऊरांव, कमार, पहाड़ी कोरवा, बिरहोर, बैगा, कंवर, कोवा, धुरवा, हल्बा, अबूझमाड़िया समेत लगभग 50 जनजातियों के बीच राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं की "पहुंच बढ़ा रही है। आदिवासी गांजों में 25 बुनियादी सुविधाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए 'नियद नेल्लानार' बौजना शुरू की है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को प्रति मानक बीरा
आदिवासियों के लिए चरणपादुका योजना के लिए 35 करोड़ रुपये का प्रविधान है, तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुकाएं मुहैया कराई जाएगी।
विरासत में मिली समस्याओं चुनीतियों के संबंध में अभी तक क्या जमीनी सच्चाई सामने
प्रदेश में विकास की बहत-सी संभावना हैं। दृढ इच्छाशक्ति और राज्य के तीन करोड़ नागरिकों की भागीदारी से यह पूरा होगा। हम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलने वाले लोग हैं। आज हमारे सामने विश्व के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसा सशक्त नेतृत्व है। देश और प्रदेश के विकास में हर कोई भागीदार होना चाहता है। आवश्यकता है उन्हें दिशा और अवसर प्रदान करने की।
• प्रदेश की आर्थिकी सुधार के लिए क्या
कदम उठाए जाएंगे? पूर्ववती कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ को 10 जनपथ का एटीएम बना दिवा था। भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद हावी था। राज्य सरकार का विकास से कोई जास्ता नहीं था, इसलिए देश का अर्थतंत्र रहे छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था निश्चित रूप से चुनौतियों से घिर गई थी, लेकिन हम निवेश के नए क्षेत्रों की पहचान कर रहे हैं। राज्य में स्खनिज, लौह अयस्क कोयला से लेकर तमाम संसाधन हैं। सबसे बड़ी बात शांति और सद्भाव हमारे राज्य की पहचान है। जनकल्याण का पैसा यदि जनता के हित में ही खर्च होगा तो कहीं कोई चुनौती नहीं आएगी। आर्थिक सुधार के लिए समय समय पर जी भी नीतिगत प्रयास जरूरी होंगे किए जाएंगे।
महतारी बंदन योजना की घोषणा ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को बड़ी जीत दिलाई। क्या इसका मूल उद्देश्य राजनीतिक है ?
हम चुनावी घोषणाएं नहीं करते, बल्कि गारंटी देते हैं। हमारी तो विचारधारा ही अंत्योदय के मंत्र पर टिकी है। हां, लोकतंत्र में हर दल अपनी राजनीतिक विचारधारा के आधार पर कार्य करता है। जहां तक भाजपा का प्रश्न है, हमारी सिर्फ चुनावी विषय नहीं हैं। ऐसे में महतारी वंदन योजना महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक सशक्तीकरण का नया अध्याय लिखेगी। इससे स्वावलंबन की राह खुलेगी। 70 लाख महिलाओं ने महतारी वंदन योजना के लिए आवेदन किया है। 12 हजार रुपये प्रतिवर्ष मिलने से वह पोषण, स्वास्थ्य एवं आजीविका जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग कर सकेंगी। नक्सलवाद प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या चने रहने का क्या कारण है। मिशनरी और नक्सली गठजोड़ की बात भी सामने आ रही
है। इसे कैसे तोड़ेंगे ?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में नक्सल समेत सभी तरह के आतंक के खिलाफ 'जीरो टालरेंस' की नीति अपनाई जा रही है। पिछले कुछ वर्षों में आप देखेंगे ती नक्सली वारदातों में बड़ी कमी आई है। हां, कुछ नक्सली अभी भी कायराना हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। नक्साली समस्या से निपटने के लिए भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार लगातार काम कर रही हैं। कुछ दिन पहले ही हम्मारे जवानों ने सुकमा के पूवतों जैसे दूरस्थ क्षेत्र में स्थायी कैंप लगाकर स्थानीय लोगों तक शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार जैसी बुनियादी सुविधाओं को पहुंच सुनिश्चित की है। मैंने गृह मंत्रालय की समीक्षा बैठक में कहा है कि नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखें।
• छत्तीसगढ़ में मांतरण एक बड़ी समस्या है, आप भी इसके खिलाफ है, आगे की तया रणनीति होगी ?
आदिवासी समाज के लोग बहुत भोलेघाले होते हैं। कुछ लोग धर्म को चादर ओढ़कर समाज को तोड़ने का
काम करते हैं। वह समाज सेवा के नाम पर लोगों की आस्था और भावनाओं से खिलवाड़ भी करते हैं। ऐसे लोगों को मेरा साफ शब्दों में कहना है वह जितना जल्दी हो ऐसी हरकतों से बाज आएं। सरकार मतांतरण को लेकर जीरो टालरेंस की नीति पर काम करेगी। अब ऐसा करने चाली ताकतें चाहे कितनी भी मजबूत हों उनसे सख्ती से निपटेंगे। हाल ही में कांग्रेस के एक विधायक का वीडियो प्रसारित हुआ है जिसमें आपने देखा होगा कि किस तरह यहां लोगों को गुमराह किया जाता है। हमारे लिए मांतरण का अर्थ राष्ट्रांतरण है, हम इसे इसी नजरिये
से देखते हैं। घय या लोभ से किए गए किसी भी मतांतरण का हम दृढ़ता से मुकाबला करेंगे, इसे सहन नहीं करेंगे।
मोदी की गारंटी और सुशारान की स्थापना के लिए आपकी प्राथमिकताएं क्या
हमारी सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में ही राज्य के 18 लाख गरीब परिवारों को घर देने का फैसला किया। 25 दिसंबर 2023 से ही हमने धान का दो साल का बकाया बोनस देने का निर्णय लिया है, जिसे कांग्रेस ने वादा करने के बावजूद नहीं दिया था। किसानों को धान का बकाया बोनस और 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीदी समेत महतारी वंदन योजना का वचन पूरा कर दिया है। हम पहले ही कह चुके हैं 'हमने बनाया था अब हम ही संवारेंगे।' पिछले पांच वर्षों में पैदा किए गए 'भरोसे के संकट' को समाप्त कर हम विश्वास एक विकास का वातावरण निर्मित करेंगे।
• आप अपने शांत स्वभाव के कारण कभी विवाद में नहीं रहे। विपक्ष के विवादास्पद लोगों
से कैसे निपटेंगे ? भारतीय जनता पार्टी विचारधारा आधारित पाटी है। मेरे जैसे हर कार्यकर्ता का ध्येय जनकल्याण है। राजनीति हमारे लिए समानसेवा का माध्यम है। पाटी जब-जब जो दायित्व देती है, उसका हमा पूरी निष्ठा से निर्वहन करते हैं। राजनीति को जब लोग स्वार्थ साधन का जरिया बना लेते हैं तब वह अनर्गल विषयों में लिप्त होते हैं। ऐसे लोग समाज में बहुत जल्दी बेनकाब हो जाते हैं। जहाँ तक छत्तीसगढ़ में विपक्ष की बात है तो लोकतंत्र में मर्यादित रहकर मुद्दे उठाने और अपनी बात कहने का अधिकार सभी को है। संविधान के दायरे में रहकर सबको अपनी बात कहने की आजादी है।
• प्राकृतिक संख्खधनों से भरपूर छतीसगढ़ में आदिवासियों के पिछड़ेपन का क्या
कारण है ? आदिवासी वन, खनिज एवं प्रकृति द्वारा प्रदान किए जाने वाले संसाधनों के संरक्षक हैं। आदिवासी समाज ने स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर राष्ट्र के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई। ई है, लेकिन आजादी के बाद की सरकारों की दिशाहीन नीतियों की वजह से यह वर्ग पीछे छूट गया। केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार ने आदिवासी कल्याण को प्राथमिकता दी है। चाहे आदिवासी वर्ग के विद्यार्थियों के लिए दिल्ली में छात्रावास सुविधा का विस्तार हो या आदिम भाषाओं का अनुवाद।
आप बेहतर औषधि विशेषज्ञ है। प्रदेश में औषधियों के संवर्धन व संरक्षण के लिए तया
छत्तीसगढ़ का एवं औषधीय महत्व की विरासत से संपन्न राज्य है। बजट में इस क्षेत्र से जुड़ी कई घोषणाएं भी की हैं। एकीकृत बागवानी योजना के लिए 205 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
की अपार संभावनाएं है। आप क्या सोचते हैं? छत्तीसगढ़ भौगौलिक एवं सांस्कृतिक रूप से अत्यंत समृद्ध राज्य है। सरगुजा और बस्तर क्षेत्र को वेडिंग टेस्टिनेशन के रूप में विकसित किए जाने की हमारी योजना है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य के पांच शक्तिपीठी के विकास और जीणोंद्धार के लिए पांचा करोड़ रुपये का प्रविधान किया है।
उत्तरी छत्तीसगढ़ के वन आच्छादित जशपुर जिला मुख्यालय से 43 किलोमीटर दूर बगिया गांव के पंच पद से 1989 में सार्वजनिक जीवन की शुरुआत करने वाले विष्णुदेव साय 35 वर्ष की राजनीतिक यात्रा में अब छत्तीसगढ़ के चौथे मुख्यमंत्री हैं। वह तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं तो 1999 से 2019 तक लगातार चार बार रायगढ़ क्षेत्र से सांसद भी रहे। प्रदेश अध्यक्ष से लेकर केंद्रीय मंत्री तक का दायित्व निभाने के बाद भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता के रूप में जमीन से जुड़े रहना
उन्हें विशिष्ट बनाती है। वह आदिवासियों को हिंदुओं से अलग बताने वालों के समक्ष मतांतरण विरोधी सशक्त चेहरा भी हैं। मतांतरण का
अर्थ राष्ट्रांतरण मानते हैं। दिसंबर 2023 में उनका मुख्यमंत्री बनना राजनीतिक गुरु दिलीप सिंह जूदेव
का सपना पूरा होने जैसा रहा।21 फरवरी को ही 60वीं जन्मतिथि मनाने वाले कंवर जनजाति के विष्णु
भ्रष्टाचारियों, नक्सलियों और अपराधियों के ठिकानों पर बुलडोजर चलवाते हुए जीरो टालरेंस नीति पर बढ़
चुके हैं। विकसित छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से दैनिक जागरण
की सहयोगी संस्थान नईदुनिया के राज्य ब्यूरो प्रमुख संदीप तिवारी की इन मुद्दों पर हुई बातचीत के अंश • राज्य का खजाना लूटने वालों को सजा दिलाने के लिए क्या केंद्र सरकार
- हमने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग शती घोटाले को लेकर जो वादा किया था, उसे निभाया। इस मामले में जो भी दोषी हैं, कार्रवाई होगी। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने एफआइआर दर्ज कर ली है। सीबीभाइ को भी जांच सौंपी गई है। कोयला, शराब, महादेव सटटा एप, चाचल घोटाला, डीएमएफ लगभग हर मामले में जांच एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। भ्रष्टाचार और काले कारनामे करने वाले एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। कोल परिवहन से संबंधित व अन्य स्वीकृतियां देने की प्रक्रिया फिर से आनलाइन की जाएगी। हम दोषियों पर कार्रवाई भी करेंगे और पूरे शासन तंत्र में पारदर्शिता भी सुनिश्चित करेंगे।
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