7 फरवरी की महत्वपूर्ण घटनाएँ और उनका संक्षिप्त विवरण, 7 फरवरी को जन्मे प्रमुख व्यक्तित्व

7 फरवरी को इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटीं, जो इसे विशेष बनाती हैं। इस दिन न केवल राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन हुए, बल्कि खेल, विज्ञान और साहित्य के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय घटनाएँ दर्ज की गईं, 7 February ka itihas aaj ka itihas, Prominent personalities born on 7 February, 7 February, Itihas, Mahatvapurn Ghatnayein, Janm Divas, Nidhan, Historical Events, Bharat, Vishva Itihas, Political Events, Krantikari, Sports Personalities, INS Shalki, Kidambi Srikanth, Arjun Lal Jat, Manmathnath Gupta, Ramabai Ambedkar, Shachindranath Sanyal, Laxmi Singh Yadav, Praveen Kumar Sobti, Monopoly Game, Wireless Sandesh, Coal Mine Blast, Israel Election, America Vietnam Attack, Terrorism Meeting, France PM Bharat Yatra, Nepal Chunav, Tanguhura Volcano, Simi Ban, International Book Fair, Important Days

Feb 6, 2025 - 06:16
Feb 6, 2025 - 06:21
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7 फरवरी की महत्वपूर्ण घटनाएँ और उनका संक्षिप्त विवरण, 7 फरवरी को जन्मे प्रमुख व्यक्तित्व

7 फरवरी की महत्वपूर्ण घटनाएँ और उनका संक्षिप्त विवरण

1792 - ऑस्ट्रेलिया एवं प्रुशिया का फ्रांस के खिलाफ समझौता

1792 में ऑस्ट्रिया और प्रुशिया ने फ्रांस के खिलाफ एक सैन्य गठबंधन किया। यह समझौता फ्रांस में हो रहे क्रांतिकारी बदलावों को दबाने के लिए किया गया था। फ्रांसीसी क्रांति के चलते यूरोपीय राजशाही देशों को अपने शासन की स्थिरता पर खतरा महसूस हो रहा था, इसलिए उन्होंने फ्रांस के खिलाफ मोर्चा बनाया।

1831 - बेल्जियम में संविधान लागू

1830 में नीदरलैंड से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद, बेल्जियम ने 7 फरवरी 1831 को अपना पहला संविधान लागू किया। इस संविधान ने बेल्जियम को एक संवैधानिक राजशाही बनाया और नागरिक अधिकारों की गारंटी दी। यह यूरोप के सबसे पुराने संविधानों में से एक माना जाता है और आज भी बेल्जियम इसी संविधान के तहत संचालित होता है।

1856 - नवाब वाजिद अली शाह द्वारा अवध का विलय

ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1856 में अवध के अंतिम नवाब वाजिद अली शाह को सत्ता से बेदखल कर दिया। इस विलय को "डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स" नीति के तहत अंजाम दिया गया, जिसमें ब्रिटिशों ने अवध राज्य पर कब्जा कर लिया। इस कदम से नवाब के समर्थकों और स्थानीय जनता में असंतोष फैला, जो 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम का एक प्रमुख कारण बना।

1904 - अमेरिका के बाल्टिमोर में भीषण आग

7 फरवरी 1904 को अमेरिका के बाल्टिमोर शहर में एक भीषण आग लग गई, जिसने करीब 1500 इमारतों को नष्ट कर दिया। इस घटना में शहर के मुख्य व्यापारिक क्षेत्र को काफी नुकसान पहुंचा। आग बुझाने के प्रयास 30 घंटे तक चले, लेकिन ऐतिहासिक इमारतों समेत बड़े पैमाने पर संपत्ति नष्ट हो गई।

1915 - चलती ट्रेन से पहला वायरलेस संदेश भेजा गया

प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए, 7 फरवरी 1915 को पहली बार चलती ट्रेन से वायरलेस संदेश रेलवे स्टेशन को प्राप्त हुआ। यह घटना संचार प्रणाली में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली साबित हुई, जिससे रेल परिवहन और सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार हुए।

1935 - मोनोपोली गेम का कॉपीराइट

अमेरिकी आविष्कारक चार्ल्स डैरो ने 7 फरवरी 1935 को लोकप्रिय बोर्ड गेम "मोनोपोली" का कॉपीराइट करवाया। यह खेल रियल एस्टेट और व्यापार पर आधारित है, जिसे भारत में 'बिजनेस' या 'व्यापार' के नाम से भी जाना जाता है। यह गेम 100 से अधिक देशों में खेला जाता है और 40 से ज्यादा भाषाओं में उपलब्ध है। मोनोपोली का सबसे लंबा खेल 70 दिनों तक चला था।

1940 - ब्रिटेन में रेलवे का राष्ट्रीयकरण

ब्रिटेन ने 7 फरवरी 1940 को अपने रेलवे तंत्र का राष्ट्रीयकरण किया। यह कदम द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उठाया गया ताकि रेलवे प्रणाली को अधिक प्रभावी और सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। इस राष्ट्रीयकरण से परिवहन व्यवस्था को मजबूत किया गया, जिससे ब्रिटेन की युद्धकालीन लॉजिस्टिक्स को सहायता मिली।

1942 - यूनाइटेड किंगडम द्वारा थाईलैंड के खिलाफ युद्ध की घोषणा

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, जापान द्वारा थाईलैंड को अपने पक्ष में करने के कारण, यूनाइटेड किंगडम ने 7 फरवरी 1942 को थाईलैंड के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी। थाईलैंड ने जापान के समर्थन में ब्रिटेन और अमेरिका के खिलाफ युद्ध की घोषणा की थी, जिससे यह देश युद्ध में शामिल हुआ।

1945 - याल्टा सम्मेलन: युद्ध के अंतिम चरण की चर्चा

ब्रिटेन, अमेरिका और रूस के नेताओं—विंस्टन चर्चिल, फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट और जोसेफ स्टालिन—ने 7 फरवरी 1945 को याल्टा सम्मेलन में द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम चरण और यूरोप के भविष्य पर चर्चा की। इसमें जर्मनी के आत्मसमर्पण और युद्ध के बाद विश्व व्यवस्था को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

1947 - अरब और यहूदियों ने फिलीस्तीन विभाजन प्रस्ताव खारिज किया

ब्रिटेन ने 7 फरवरी 1947 को फिलीस्तीन को अरब और यहूदी क्षेत्रों में विभाजित करने का प्रस्ताव रखा, लेकिन दोनों ही पक्षों ने इसे अस्वीकार कर दिया। इस प्रस्ताव को खारिज किए जाने के कारण, आगे चलकर 1948 में इज़राइल की स्थापना और अरब-इज़राइल युद्ध हुआ।

1959 - फिदेल कास्त्रो द्वारा क्यूबा के नए संविधान की घोषणा

क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो ने 7 फरवरी 1959 को क्यूबा के नए संविधान की घोषणा की। इस संविधान ने क्यूबा को समाजवादी राष्ट्र घोषित किया और अमेरिकी प्रभाव से पूरी तरह मुक्त करने की नींव रखी। यह संविधान क्यूबा में आर्थिक और राजनीतिक बदलावों का आधार बना।

1962 - अमेरिका ने क्यूबा से सभी तरह के आयात पर रोक लगाई

अमेरिका और क्यूबा के बीच तनाव बढ़ने के कारण, 7 फरवरी 1962 को अमेरिका ने क्यूबा से सभी प्रकार के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया। यह प्रतिबंध फिदेल कास्त्रो की कम्युनिस्ट नीतियों और सोवियत संघ के साथ बढ़ते संबंधों के चलते लगाया गया था। यह प्रतिबंध दशकों तक जारी रहा और अमेरिका-क्यूबा संबंधों में बड़ी बाधा बना।

7 फरवरी को जन्मे प्रमुख व्यक्तित्व

अर्जुन लाल जाट (1997)

अर्जुन लाल जाट भारतीय नौकायन (रोइंग) खिलाड़ी हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत का प्रतिनिधित्व किया और पुरुषों की लाइटवेट डबल स्कल्स स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन किया। वे भारतीय सेना में भी कार्यरत हैं और देश के शीर्ष रोइंग खिलाड़ियों में से एक हैं।

किदांबी श्रीकांत (1993)

किदांबी श्रीकांत भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं, जो पुरुष एकल में खेलते हैं। वे 2018 में दुनिया के नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी बने थे। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट जीते, जिनमें 2014 चाइना ओपन और 2017 फ्रेंच ओपन शामिल हैं। वे भारत के सबसे सफल बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं।

एस. रामचंद्रन पिल्लै (1938)

एस. रामचंद्रन पिल्लै एक प्रमुख भारतीय मार्क्सवादी नेता हैं। वे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं और कई वर्षों तक पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में सक्रिय रहे। वे पार्टी की नीतियों और संगठन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं।

सुजीत कुमार (1934 - 2010)

सुजीत कुमार भोजपुरी और हिंदी फिल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता थे। उन्होंने कई बॉलीवुड और भोजपुरी फिल्मों में प्रमुख और सहायक भूमिकाएं निभाईं। वे खासकर निगेटिव रोल और कैरेक्टर रोल्स के लिए पहचाने जाते थे।

मन्मथनाथ गुप्त (1908 - 2000)

मन्मथनाथ गुप्त भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारी और लेखक थे। वे हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) के सदस्य थे और काकोरी कांड में शामिल थे। जेल में रहते हुए उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं, जिनमें उनके आत्मकथात्मक लेखन भी शामिल हैं।

रमाबाई आम्बेडकर (1898 - 1935)

रमाबाई आम्बेडकर, डॉ. भीमराव आम्बेडकर की पत्नी थीं। उन्होंने आम्बेडकर के संघर्षमय जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कठिन परिस्थितियों में उनका साथ दिया। उन्हें 'माई' के नाम से भी जाना जाता है।

कोंडा वेंकटप्पय्या (1865 - 1948)

कोंडा वेंकटप्पय्या आंध्र प्रदेश के समाज सुधारक और अधिवक्ता थे। वे आंध्र प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम और राजनीतिक चेतना जगाने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले प्रमुख नेताओं में से एक थे।


7 फरवरी को हुए निधन

प्रवीण कुमार सोबती (2022)

प्रवीण कुमार सोबती एक भारतीय अभिनेता और खिलाड़ी थे। उन्होंने महाभारत धारावाहिक में भीम की भूमिका निभाई थी। वे डिस्कस थ्रो और हैमर थ्रो में भारतीय एथलेटिक्स टीम का हिस्सा रह चुके थे और एशियाई खेलों में पदक भी जीते थे।

सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी (2014)

सैयद मुज़फ़्फ़र हुसैन बर्नी उड़ीसा कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी थे। वे प्रशासनिक सुधारों और सुशासन के लिए जाने जाते थे।

डॉ. टी. आर. विनोद (2010)

डॉ. टी. आर. विनोद पंजाबी भाषा के प्रसिद्ध आलोचक थे। उन्होंने साहित्यिक आलोचना में महत्वपूर्ण योगदान दिया और कई किताबें लिखीं।

वी. सी. पाण्डे (2005)

वी. सी. पाण्डे अरुणाचल प्रदेश, बिहार और झारखंड के राज्यपाल थे। उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा में लंबे समय तक काम किया और विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।

ललई सिंह यादव (1993)

ललई सिंह यादव एक सामाजिक कार्यकर्ता थे, जिन्होंने सामाजिक न्याय और दलित अधिकारों के लिए संघर्ष किया। वे बहुजन आंदोलन से जुड़े हुए थे और सामाजिक समानता की दिशा में कई महत्वपूर्ण कार्य किए।

राधारमण मित्र (1992)

राधारमण मित्र बंगाली भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार थे। वे ऐतिहासिक उपन्यासों और साहित्यिक शोध के लिए जाने जाते थे।

शचीन्द्रनाथ सान्याल (1942)

शचीन्द्रनाथ सान्याल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारी थे। वे हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के संस्थापकों में से एक थे और काकोरी कांड में शामिल थे।

7 फरवरी की महत्वपूर्ण घटनाएँ और उनका संक्षिप्त विवरण

1962 - जर्मनी की कोयला खदान में विस्फोट, 298 मजदूरों की मौत

7 फरवरी 1962 को जर्मनी में एक कोयला खदान में भयावह विस्फोट हुआ, जिसमें 298 मजदूरों की मौत हो गई। यह विस्फोट वेस्टफालिया क्षेत्र में स्थित ज़हरब्रुक्केन खदान में हुआ था। यह जर्मनी के सबसे घातक औद्योगिक हादसों में से एक था, जिसने कोयला खनन की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए।

1965 - अमेरिका द्वारा उत्तरी वियतनाम पर हवाई हमले शुरू

वियतनाम युद्ध के दौरान, 7 फरवरी 1965 को अमेरिका ने उत्तरी वियतनाम पर भारी हवाई हमले शुरू किए। यह हमला अमेरिकी सेना पर हुए हमलों के जवाब में किया गया था और इसे "ऑपरेशन फ्लेमिंग डार्ट" नाम दिया गया। यह हमले वियतनाम युद्ध को और अधिक उग्र बनाने का कारण बने।

1983 - कोलकाता में ईस्टर्न न्यूज एजेंसी की स्थापना

7 फरवरी 1983 को कोलकाता में ईस्टर्न न्यूज एजेंसी (ENA) की स्थापना की गई। यह समाचार एजेंसी पूर्वी भारत से जुड़ी खबरों के प्रसारण के लिए स्थापित की गई थी। इस एजेंसी ने भारतीय मीडिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

1987 - जापान द्वारा अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) को मान्यता

जापान ने 7 फरवरी 1987 को दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ संघर्ष कर रही अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (ANC) को आधिकारिक मान्यता दी। यह कदम रंगभेद विरोधी आंदोलन के समर्थन में एक महत्वपूर्ण निर्णय था, जिससे ANC को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती मिली।

1992 - आईएनएस शाल्की: स्वदेशी पनडुब्बी भारतीय नौसेना में शामिल

7 फरवरी 1992 को भारत में निर्मित पहली स्वदेशी पनडुब्बी "आईएनएस शाल्की" को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। इस पनडुब्बी का निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स ने किया था। यह भारत की आत्मनिर्भर रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी।

1997 - स्टीफन स्क्यूवैल अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के अध्यक्ष बने

संयुक्त राज्य अमेरिका के स्टीफन स्क्यूवैल को 7 फरवरी 1997 को हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) का अध्यक्ष चुना गया। वह अगले तीन वर्षों तक इस पद पर रहे और कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय मामलों की सुनवाई की।

1999 - जॉर्डन के शाह हुसैन का निधन, अब्दुल्ला नए शाह बने

7 फरवरी 1999 को जॉर्डन के राजा शाह हुसैन का निधन हो गया। वे 1952 से जॉर्डन के राजा थे और उनकी गिनती सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले नेताओं में होती है। उनकी मृत्यु के बाद उनके पुत्र अब्दुल्ला द्वितीय को नया शाह बनाया गया।

2000 - भारत-अमेरिका संयुक्त आतंकवाद विरोधी बैठक

7 फरवरी 2000 को भारत और अमेरिका के बीच गठित संयुक्त आतंकवाद विरोधी दल की पहली बैठक वाशिंगटन में आयोजित की गई। इस बैठक में आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।

2001 - इस्राइल के प्रधानमंत्री एहुद बराक चुनाव में पराजित, एरियल शेरोन बने प्रधानमंत्री

7 फरवरी 2001 को इस्राइली आम चुनाव में प्रधानमंत्री एहुद बराक को पराजय मिली और दक्षिणपंथी नेता एरियल शेरोन देश के नए प्रधानमंत्री बने। शेरोन ने अपनी आक्रामक नीतियों और फिलिस्तीनी विवाद में कड़े फैसलों के लिए जाना जाता है।

2003 - फ्रांस के प्रधानमंत्री ज्यां पियरे रैफरिन भारत यात्रा पर पहुंचे

7 फरवरी 2003 को फ्रांस के प्रधानमंत्री ज्यां पियरे रैफरिन भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत-फ्रांस के बीच व्यापार और सामरिक सहयोग को मजबूत करना था।

2006 - नेपाल में स्थानीय निकायों के लिए मतदान सम्पन्न

नेपाल में 7 फरवरी 2006 को स्थानीय निकाय चुनावों के लिए मतदान संपन्न हुआ। हालांकि, इन चुनावों का बहिष्कार कई राजनीतिक दलों ने किया था, क्योंकि वे तत्कालीन राजा ज्ञानेंद्र की सत्ता नीति के खिलाफ थे।

2008 - सिमी पर प्रतिबंध की अवधि बढ़ाई गई, इक्वाडोर का तंगुराही ज्वालामुखी फटा

7 फरवरी 2008 को केंद्र सरकार ने स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) पर लगे प्रतिबंध की अवधि बढ़ा दी। यह संगठन आतंकवाद से जुड़े आरोपों के कारण प्रतिबंधित था।
इसी दिन इक्वाडोर में तंगुराही ज्वालामुखी भी फट गया, जिससे आसपास के इलाकों में तबाही मच गई और सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।

2009 - राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को डी. लिट् की उपाधि

7 फरवरी 2009 को महाराष्ट्र के राज्यपाल एस. सी. जमीर ने भारत की तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को डी. लिट् (Doctor of Letters) की मानद उपाधि से सम्मानित किया। यह उपाधि उन्हें शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में योगदान के लिए दी गई।

2010 - 19वां अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला समाप्त

दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 19वें अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले का 7 फरवरी 2010 को समापन हुआ। नौ दिनों तक चले इस मेले में लगभग 2,000 प्रकाशकों ने भाग लिया, और बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें अपनी रुचि दिखाई।


7 फरवरी के महत्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

  • राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई विशेष उत्सव या दिवस नहीं मनाया जाता, लेकिन इस दिन कई ऐतिहासिक घटनाएं घटी हैं जो इसे महत्वपूर्ण बनाती हैं।

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