बांग्लादेश सीमा पर दिखे UAV : बीएसएफ को मिले मार गिराने के निर्देश

नई दिल्ली । बांग्लादेश सीमा पर मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के देखे जाने के बाद मेघालय पुलिस की ओर से सतर्क किये जाने पर वायु सेना ने अपनी निगरानी गतिविधि बढ़ा दी है। राज्य के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा और शेला के पास बेराकटार टीबी-2 मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के देखे […]

Dec 18, 2024 - 17:33
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बांग्लादेश सीमा पर दिखे UAV : बीएसएफ को मिले मार गिराने के निर्देश

नई दिल्ली । बांग्लादेश सीमा पर मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के देखे जाने के बाद मेघालय पुलिस की ओर से सतर्क किये जाने पर वायु सेना ने अपनी निगरानी गतिविधि बढ़ा दी है। राज्य के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा और शेला के पास बेराकटार टीबी-2 मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के देखे जाने के बाद भारतीय राडार और लड़ाकू विमान नियमित रूप से इन पर नजर रख रहे हैं। मेघालय सीमा के बहुत नजदीक एक बांग्लादेशी ड्रोन के देखे जाने के बाद निर्देश दिए गए हैं कि भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने पर बांग्लादेशी यूएवी को मार गिराया जाएगा।

भारत-बांग्लादेश सीमा के पास पिछले हफ्ते में कई बार टीबी-2 यूएवी देखे जा रहे हैं। बांग्लादेश में छतक और सुनामगंज के आस-पास के इलाकों में यूएवी उड़ते हुए पाए गए। इसके अलावा सीमा के पास मेघालय राज्य के पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा और शेला के पास बेराकटार टीबी-2 मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) को उड़ते हुए देखा गया है। हालांकि, यूएवी से भारतीय सीमा में आधिकारिक तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन सीमा पर तैनात बीएसएफ ने इस बारे में मेघालय सरकार को जानकारी दी। बीएसएफ का मानना है कि यूएवी की तैनाती बांग्लादेश में अशांति के बीच घरेलू स्तर पर अपनी ताकत दिखाने का प्रयास हो सकता है।

बांग्लादेश ने इस साल की शुरुआत में अपने सैन्य आधुनिकीकरण प्रयासों के तहत यह ड्रोन हासिल किए थे। बांग्लादेश के तेजगांव एयरबेस से एक यूएवी संचालित किया गया था, जिसका ट्रांसपोंडर कोड TB2R1071 था। तुर्की कंपनी बायकर ने बेराकटार टीबी-2 यूएवी को विकसित किया है, जिसे निगरानी और सटीक हमला मिशनों में अपनी दोहरी क्षमताओं के लिए जाना जाता है। ये यूएवी 300 किमी. की परिचालन सीमा और 27 घंटे की धीरज के साथ अपनी तरह के सबसे उन्नत में से हैं। सीमा पर टीबी-2 यूएवी देखे जाने की जानकारी मिलने पर मेघालय पुलिस के महानिदेशक इदाशीशा नोंग्रांग ने इस घटना के बारे में भारतीय वायु सेना को भी अवगत कराया। इसके बाद भारतीय वायु सेना ने बांग्लादेश सीमा पर अपनी निगरानी गतिविधि बढ़ा दी है।

सुरक्षाबलों ने कहा कि ऐसी कार्रवाइयां अक्सर पड़ोसियों के लिए सीधे सुरक्षा खतरा पैदा करने के बजाय आंतरिक समर्थन जुटाने का काम करती हैं। भारत सीमा पर निगरानी और खुफिया जानकारी साझा करने के तंत्र को बढ़ाकर स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है। भारतीय सशस्त्र बल अपने हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संभावित जवाबी उपायों का भी मूल्यांकन कर रहे हैं। बांग्लादेशी सेना के टीबी-2 हमलावर ड्रोन देखे जाने के बाद बीएसएफ को भारत-बांग्लादेश सीमा के निकट उड़ने वाली किसी भी हवाई वस्तु को मार गिराने का निर्देश दिया गया है, इसीलिए भारतीय राडार और लड़ाकू विमान नियमित रूप से इन ड्रोन पर नजर रख रहे हैं।

सौजन्य – सिंडिकेट फीड 

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