भविष्य के भारत का प्रतीक, काशी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम : प्रधानमंत्री
वाराणसी, 23 सितंबर:- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा कि, ये स्टेडियम केवल ईंट और कंक्रीट से बना हुआ एक मैदान ही नहीं बल्कि भविष्य के भारत का एक प्रतीक है। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह स्टेडियम न सिर्फ वाराणसी बल्कि पूर्वांचल के युवाओं के लिए वरदान जैसा होगा। खेल को लेकर समाज की सोच बदली है। आज जो खेलेगा, वही खिलेगा।
इस स्टेडियम के पूर्ण होने पर 30,000 से अधिक लोग यहां बैठकर मैच देख सकेंगे। जब से इस स्टेडियम की तस्वीरें बाहर आई है। उन्हें देखकर हर काशीवासी गदगद हो उठा है। पीएम मोदी ने आगे कहा की, देश में जो नया स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है, उसका लाभ बेटियों को मिलेगा। अब बेटियों को स्पोर्टस की ट्रेनिंग के लिए दूर नहीं जाना होगा। इसी के साथ जो नई एजुकेशन पॉलिसी बनाई गई है, उसमें भी स्पोर्ट्स को एक अहम दर्जे का स्थान दिया गया है। केन्द्र सरकार की ओर से देश के सभी राज्यों में स्पोर्ट्स को बढ़ावा दिया जा रहा है। यूपी में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हजारों करोड़ रुपये का बजट दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जब खेल के बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जाता है, तो इसका न केवल युवा खेल प्रतिभाओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए भी यह अच्छा संकेत होता है। पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत का पहला बहुस्तरीय खेल परिसर है। जो दिव्यांगों की जरूरतों को ध्यान में रखकर भी बनाया जा रहा है। इस स्टेडियम से रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। सरकार ने देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई है।
देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के शिलान्यास समारोह में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा कि इससे खेलों को लोकप्रिय बनाने व युवाओं के बीच खेल प्रतिभा को निखारने में बहुत मदद मिलेगी। आज मैं एक ऐसे दिन काशी आया हूं, जब चंद्रमा के शिव शक्ति बिंदु तक पहुंचने का भारत का एक महीना पूरा हो रहा है। शिव शक्ति यानी वो स्थान जहां 23 अगस्त को हमारा चंद्रयान लैंड हुआ था। एक शिव शक्ति का स्थान चंद्रमा पर भी है और दूसरा स्थान मेरी काशी में है।
प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी ने कहा कि आज क्रिकेट के जरिए दुनिया, भारत से जुड़ रही है। नवीतम देश भी क्रिकेट खेलने के लिए आगे आ रहे हैं। जाहिर सी बात कि आने वाले दिनों में क्रिकेट मैचों की संख्या बढ़ने वाली है। जब मैचों की संख्या बढ़ेगी। तो नए स्टेडियमों की जरूरत भी पड़ेगी। तब बनारस का ये ‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम’ इस डिमांड को पूरा करेगा। (वाराणसी, उत्तर प्रदेश)
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