कर्नाटक में कक्षा 8 से 12 तक के बच्चों को दी जाएगी यौन शिक्षा, हर सप्ताह लगेगी क्लास

कर्नाटक के स्कूलों में यौन शिक्षा को लेकर 2011 में बड़ा विवाद हुआ था. उस समय कर्नाटक सरकार ने यौन शिक्षा के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. अब सरकार फिर उसी पर लौट रही है. सरकार 8 से 12 तक के बच्चों को हर सप्ताह दो दिन यौन शिक्षा देगी.

Mar 20, 2025 - 18:48
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कर्नाटक में कक्षा 8 से 12 तक के बच्चों को दी जाएगी यौन शिक्षा, हर सप्ताह लगेगी क्लास
कर्नाटक में कक्षा 8 से 12 तक के बच्चों को दी जाएगी यौन शिक्षा, हर सप्ताह लगेगी क्लास

कर्नाटक में कक्षा-8 से 12th तक के बच्चों को यौन शिक्षा दी जाएगी. यह ऐलान शिक्षा मंत्री मधु बंगरप्पा ने किया है. सदन को 12 पन्नों के लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि हर सप्ताह बच्चों को यौन शिक्षा बताने के लिए कम से कम दो कक्षाएं लगाई जाएंगी. बच्चों को डॉक्टर और पुलिसकर्मी इस बारे में बताएंगे. सरकारी कॉलेजों में काउंसलिंग कमेटियां बनेंगीं और कॉलेजों में महिला लेक्चरर को नोडल बनाया जाएगा, ताकि छात्राएं अपनी समस्या पर खुलकर बात कर सकें.

कर्नाटक के स्कूलों में यौन शिक्षा को लेकर 2011 में बड़ा विवाद हुआ था. उस समय कर्नाटक सरकार ने यौन शिक्षा के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. वो भी तब जब यूनिसेफ और बाल अधिकार समूह लगातार इसकी सिफारिश कर रहे थे. उस समय तर्क ये दिया गया था कि ऐसी शिक्षा बच्चों के लिए ठीक नहीं. अब इतने साल बाद कर्नाटक सरकार ने यौन शिक्षा करने का प्लान बनाया है. इसके अलावा बच्चों के लिए नैतिक शिक्षा शुरू करने की भी योजना है. शिक्षा मंत्री ने कर्नाटक विधानसभा में कहा कि यौन शिक्षा की जरूरत इसलिए है, क्योंकि इसी उम्र में बच्चे हार्मोनल परिवर्तन से गुजरते हैं. इसी समय बच्चों में मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक परिवर्तन होते हैं. हालांकि शिक्षा मंत्री ने ये नहीं बताया कि ये कक्षाएं कब से शुरू होंगीं.

यौन शिक्षा के अलावा ये भी किए जाएंगे बदलाव

शिक्षा मंत्री के मुताबिक बच्चों को यौन शिक्षा दिए जाने के अलावा कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों की साल में दो बार जांच भी कराई जाएगी. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत डॉक्टरों और नर्सों के माध्यम से स्वच्छता संक्रामक रोगों और नशीली दवाओं के दुष्प्रभाव के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. इन पहलों का उद्देश्य बच्चों और उनके अभिभावकों के सामने आने वाली समस्याओं का समाधान करना है.

बच्चों के समग्र विकास पर फोकस

कर्नाटक में हर साल दो बार स्कूलों में मनौवैज्ञानिक परामर्श सत्र भी आयोजित किए जाएंगे. जो बच्चों को गुड टच-बैड टच के बारे में बताएंगे. इसके अलावा पुलिसकर्मियों से वर्कशॉप कराई जाएगी, जिसमें उन्हें पॉक्सो अधिनियम के बारे में जानकारी दी जा सके.शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमें यह धारणा बनानी होगी कि सम्मान पाने के लिए सम्मान दो.

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,