सैयद रिजवान ने कराया हनुमान मंदिर का कायाकल्प, बाराबंकी में बजरंग गढ़ी मंदिर के लिए मुस्लिम की अनूठी मिसाल

UP News: बाराबंकी में मुस्लिम शख़्स ने हनुमान मंदिर का जीर्णोद्धार कराया है। बीते 3 महीनों में मंदिर का कायाकल्प पूरा कर 11 मार्च को भव्य आयोजन कराने की तैयारी है। मंदिर प्रबंधन की सहमति पर मुस्लिम व्यक्ति द्वारा कराए कार्य से आपसी सद्भाव का संदेश दिया है।

Mar 10, 2025 - 10:15
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सैयद रिजवान ने कराया हनुमान मंदिर का कायाकल्प, बाराबंकी में बजरंग गढ़ी मंदिर के लिए मुस्लिम की अनूठी मिसाल
जितेन्द्र कुमार मौर्य, बाराबंकी: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी में गोमती नदी के तट पर स्थित श्री बजरंग गढ़ी का मुस्लिम शख़्स ने जीर्णोद्धार कर अनूठी मिसाल पेश की है। लोगों के मुताबिक पौराणिक मान्यता वाले इस मंदिर में आसपास जिले के लोग पूजा करने आते हैं। कमेटी की सहमति के बाद मंदिर के कायाकल्प पर 11 मार्च को भव्य आयोजन करने की तैयारी है।हैदरगढ़ तहसील क्षेत्र के त्रिवेदीगंज ब्लॉक में गोमती नदी की तराई में स्थित श्री बजरंग गढी का मुस्लिम शख़्स द्वारा जीर्णोद्धार करना चर्चा का केंद्र बना है। ग्राम प्रधान सतीश कुमार ने बताया कि गोमती नदी की तराई में पौराणिक श्री बजरंग गढी (मंदिर) जो जीर्ण-शीर्ण हालत में थी। लखनऊ निवासी डॉक्टर सैयद रिजवान अहमद की गांव में आसपास जमीनें हैं। वो यहां देख रेख के लिए अक्सर यहां आते-जाते हैं। इस बीच उनकी इस मंदिर पर नजर पड़ी और उसके जीर्णोद्धार की योजना बनाई।प्रबंधन की सहमति पर मुस्लिम शख़्स ने कराया जीर्णोद्धारप्रधान सतीश ने बताया कि मंदिर में लखनऊ बाराबंकी समेत आसपास के लोग पूजा अर्चना करने हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर कमेटी में प्रस्ताव रखने के बाद सहमति मिलने पर डॉ सैयद रिजवान अहमद ने दिसम्बर महीने में मंदिर के सुंदरीकरण का कार्य शुरू कराया। तीन महीने में मंदिर और परिसर का कायाकल्प देकर भव्य रूप दिया।11 मार्च को भव्य आयोजन, सद्भावना का संदेश डॉ रिजवान अहमद ने बताया कि 11 मार्च मंगलवार को मंदिर परिसर में भव्य आयोजन कराया जाएगा। साथ ही यहां वृहद स्तर पर पौधरोपण करने की योजना है। उन्होंने बताया कि समाज में धर्म ने नाम पर बढ़ती दूरियों को समाप्त करने आर साझा संस्कृति को पुनर्जीवित करने के लिए यह कार्य किया है। उन्होंने बताया कि भविष्य में लोग इस साझा संस्कृति को समझेंगे और सद्भावना के पुराने दिन वापस लौटेंगे ।रहस्यमयी मंदिर की कहानी, बन गया प्रवेश द्वार ग्राम प्रधान सतीश कुमार, सरोज यादव, श्रवण कुमार यादव व चंद्र शेखर यादव ने बताया कि मंदिर जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हुआ तो मूर्ति नीचे थी जिससे मंदिर की सीढ़ी और चबूतरा बनाने में दिक्कत आ रही थी। लेकिन अगली रात रहस्यमयी घटना घटी कि मूर्ति करीब डेढ़ फिट ऊपर उठ गई। जिससे मंदिर के रास्ते का प्रवेश मुख्य द्वार बंगलौर के सरन परिवार ने बनवाया। जबकि दूसरा प्रवेश द्वारा लखनऊ के निवासिनी डॉ. दिव्या का परिवार बनवा रहा है।

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@Dheeraj kashyap युवा पत्रकार- विचार और कार्य से आने वाले समय में अपनी मेहनत के प्रति लगन से समाज को बेहतर बना सकते हैं। जरूरत है कि वे अपनी ऊर्जा, साहस और ईमानदारी से र्काय के प्रति सही दिशा में उपयोग करें , Bachelor of Journalism And Mass Communication - Tilak School of Journalism and Mass Communication CCSU meerut / Master of Journalism and Mass Communication - Uttar Pradesh Rajarshi Tandon Open University पत्रकारिता- प्रेरणा मीडिया संस्थान नोएडा 2018 से केशव संवाद पत्रिका, प्रेरणा मीडिया, प्रेरणा विचार पत्रिका,