महाकुंभ से मिलेगी इकॉनमी को रफ्तार! चुनौतियों के बावजूद FY25 में 6.5% ग्रोथ की संभावना

चुनौतियों के बावजूद भारतीय इकॉनमी के वित्त वर्ष 2025 में GDP ग्रोथ 6.5% हासिल करने का अनुमान है। जियोपॉलिटिकल टेंशन, व्यापार से जुड़ी अनिश्चितताओं और कमोडिटी प्राइसेज में उतार-चढ़ाव से इकनॉमिक ग्रोथ आउटलुक के लिए काफी रिस्क दिख रहा है, लेकिन आम बजट में किए गए उपायों और आर्थिक सुधारों के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है।

महाकुंभ से मिलेगी इकॉनमी को रफ्तार! चुनौतियों के बावजूद FY25 में 6.5% ग्रोथ की संभावना
नई दिल्ली: जियोपॉलिटिकल टेंशन, व्यापार से जुड़ी अनिश्चितताओं और कमोडिटी प्राइसेज में उतार-चढ़ाव से इकनॉमिक ग्रोथ आउटलुक के लिए काफी रिस्क दिख रहा है, लेकिन आम बजट में किए गए उपायों और आर्थिक सुधारों के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी फरवरी के मंथली इकनॉमिक रिव्यू यह बात कही। इसमें कहा गया कि चुनौतियों के बावजूद वित्त वर्ष 2025 में GDP ग्रोथ 6.5% हासिल होने का अनुमान है। हालांकि रिव्यू में प्राइवेट सेक्टर से यह समझने की अपील भी की गई कि वह निवेश और कंस्यूमर डिमांड के संबंध को समझते हुए पूंजीगत खर्च बढ़ाए।रिव्यू में कहा गया है कि इंडियन इकॉनमी के दमखम और इसके दमदार ग्रोथ आउटलुक को देखते हुए प्राइवेट सेक्टर अगर अर्थव्यवस्था में निवेश करे तो ग्रोथ आउटलुक के लिए दिख रहे जोखिमों से काफी हद तक पार पा लिया जाएगा।’ रिव्यू में कहा गया, ‘यह जरूरी है कि इंडस्ट्री अपनी इनवेस्टमेंट स्पेंडिंग और कंस्यूमर डिमांड के संबंध को समझे। पर्सनल इनकम टैक्स स्ट्रक्चर में जो प्रस्तावित बदलाव हैं, उनसे मिडल क्लास की खर्च करने लायक आमदनी और उनके कंजम्पशन में सुधार होने की उम्मीद है।’

चौथी तिमाही में हालात बेहतर

इसमें कहा गया, ‘ई-वे बिल में डबल डिजिट ग्रोथ और PMI सूचकांकों के ग्रोथ वाले दायरे में रहने जैसे आर्थिक संकेतकों से पता चलता है कि चौथी तिमाही में ग्रोथ मोमेंटम बेहतर हुआ है। सर्विसेज सेक्टर दमदार बना हुआ है। बेहतर एक्सपोर्ट ग्रोथ, चुनावों के बाद सरकार के पूंजीगत खर्च में तेजी और कुंभ मेला से जुड़ी आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी के चलते चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि बढ़ने की संभावना है।’ रिव्यू में कहा गया, ‘फूड इंफ्लेशन घटने से महंगाई का दबाव फरवरी में 7 महीनों के निचले स्तर पर आ गया। 2024-25 में रेकॉर्ड अनाज उत्पादन की उम्मीद से आने वाले महीनों में खाने-पीने की चीजों में महंगाई घटने में मदद मिलेगी।’