PM मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति बनने पर दी शुभकामनाएं
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में बंपर जीत हासिल करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की। उन्होंने ट्रंप को आम चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की जीत और ऐतिहासिक प्रदर्शन पर शुभकामनाएं दी। इस मौके पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते […]
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में बंपर जीत हासिल करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की। उन्होंने ट्रंप को आम चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की जीत और ऐतिहासिक प्रदर्शन पर शुभकामनाएं दी। इस मौके पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए भारत शानदार देश और पीएम मोदी एक अच्छे व्यक्ति हैं। यही कारण है कि पूरी दुनिया पीएम मोदी को पसंद करती है।
ट्रंप ने कहा कि वो प्रधानमंत्री और भारत को अपना सच्चा दोस्त मानते हैं। दोनों ही नेताओं ने वैश्विक शांति के लिए मिलकर कार्य करने को लेकर सहमति जाहिर की। खास बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के पहले नेताओं में से एक हैं, जिनसे उन्होंने चुनाव में जीत हासिल करने बाद सबसे पहले बात की थी।
गौरतलब है कि इस चुनाव में वैसे तो बाइडेन प्रशासन के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर एक बड़ी वजह थी, लेकिन इसके अलावा भी ऐसे 10 कारण शामिल शामिल थे। ये 10 कारण अर्थव्यवस्था, महंगाई, इमीग्रेशन, विदेश नीति हैं। ये वही मुद्दे हैं, जिस पर लगातार सवाल उठाए जाते रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने लगातार इन मुद्दों को उठाया था, जबकि, कमला हैरिस ने इन्हें नजरअंदाज कर दिया था।
खास बात ये है कि बाइडेन की जीत में एलन मस्क के एक्स प्लेटफॉर्म ने अहम भूमिका निभाई है। अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार की शुरुआत से ही एलन मस्क डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करते रहे हैं। उल्लेखनीय है कि चार वर्ष पूर्व जब ट्रंप राष्ट्रपति चुनावों के बाद पूर्व राष्ट्रपति हुए थे अर्थात जो बाइडेन ने विजय पाई थी, तो ट्रंप के समर्थकों ने चुनावों में धांधली को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। उस विरोध प्रदर्शन को दंगे का नाम दिया गया था। वाशिंगटन डीसी में यूनाइटेड स्टेटस कैपिटल बिल्डिंग पर ट्रंप के समर्थक जुट गए थे और उन्होंने यह दावा किया था कि यह चुनाव निष्पक्ष नहीं थे।
ऐसा कहा गया कि इन समर्थकों को डोनाल्ड ट्रंप ने उकसाया था। ऐसा माहौल बनाया गया कि डोनाल्ड ट्रंप लोकतंत्रविरोधी हैं और देखते ही देखते सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म्स से उन्हें हटा दिया गया। वर्तमान में एक्स नाम से प्रचलित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म उस समय वर्ष 2021 में ट्विटर नाम से विख्यात था। ट्विटर उस समय पूरी तरह से कम्युनिस्ट शिकंजे में और जैक डोरसी के नियंत्रण में था। ट्विटर पर भी डोनाल्ड ट्रंप को प्रतिबंधित कर दिया था।
What's Your Reaction?